हिन्द महासागर के 50 फीसदी हिस्से पर पड़ चुका है जलवायु परिवर्तन का असर
अनुमान है कि आने वाले कुछ दशकों में यह आंकड़ा बढ़कर 80 फीसदी तक जा सकता है
गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हैं 67 फीसदी मछुआरे परिवार
डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज इनवायरमेंट 2020 इन फिगर्स रिपोर्ट में भारत के मछुआरों की दशा को शामिल किया गया है। देखें, ...
संसद में आज: देश में बढ़ रहे हैं खसरे के मामले, सरकार ने माना
16 दिसंबर 2022 को संसद में पूछे गए कुछ अहम सवालों के जवाब में सरकार ने क्या कहा, यहां जानें-
100 करोड़ अतिरिक्त लोगों का भर सकता है पेट, पशु चारे में करना होगा बदलाव
अध्ययन के निष्कर्ष दर्शाते हैं कि प्राकृतिक संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव डाले बिना यह बदलाव 13 फीसदी अतिरिक्त लोगों की खाद्य जरूरतों को पूरा ...
समुद्री हीट वेव से घटेगा मछली पकड़ने का 6 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सा, छिनेंगी लाखों नौकरियां: अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि समुद्री हीट वेव के चलते 77 फीसदी खतरे वाली प्रजातियों में बायोमास या मछली की मात्रा में कमी ...
दुनिया भर की नदियां पहुंचा रही हैं महासागरों में जहरीली और भारी धातुएं
महासागरों में पारा जैसे जहरीली और भारी धातुएं पहुंचाने में अमेजन नदी सबसे ऊपर है, इसके बाद भारत और बांग्लादेश में गंगा और चीन ...
अंग्रेजों को भी हैरान करने वाली सिंचाई प्रणाली
बंगाल में पूरी तरह विलुप्त हो चुकी आप्लावन नहरों की सिंचाई व्यवस्था ने अंग्रेजों को भी चकित कर दिया था
2030 तक सभी देशों को भूमि सुधार के अपने वादों को निभाना होगा: संयुक्त राष्ट्र
रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल, हम अपने वैश्विक आर्थिक उत्पादन के 10 प्रतिशत से अधिक मूल्य की पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को ...
किलर व्हेल मछलियों में मिले उच्च मात्रा में हानिकारक केमिकल्स
शोधकर्ताओं को इन किलर व्हेल्स के उत्तकों में मानव निर्मित केमिकल्स पीएफएएस और पीसीबी के भी सबूत मिले हैं, जो इन मछलियों से इनके ...
दुनिया से विलुप्त हो जाएगी सॉफिश, वजह जरूरत से ज्यादा मछली पकड़ना
सॉफिश 46 देशों से विलुप्त हो चुकी हैं,18 देश ऐसे हैं जहां इनकी कम से कम एक प्रजाति गायब हो गई है और 28 देशों ...
नदी की बेसहारा संतानें
नदी पर आश्रित मछुआरे अपने पुश्तैनी पेशे को छोड़कर मजदूर बनने को विवश हो रहे हैं। सरकारी नीतियों में उनके लिए कोई जगह नहीं ...
फाल्गुनी नदी में क्यों मर रही हैं मछलियां, एनजीटी में रिपोर्ट दायर
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
क्यों छोटा हो रहा है मछलियों का आकार, वैज्ञानिक तलाश रहे हैं वजह
मछलियों के गलफड़ों का सतह क्षेत्र सीमित होता है जो उनके द्वारा आपूर्ति की जा सकने वाली ऑक्सीजन की मात्रा में रुकावट डालता है, ...
डब्ल्यूटीओ बैठक: सब्सिडी के मामले में मछुआरों के हितों से नहीं किया जाएगा समझौता, भारत ने किया साफ
भारत का कहना है कि मत्स्य पालन को सब्सिडी पर किसी भी व्यापक समझौते में उन समुदायों के हितों और कल्याण को भी ध्यान ...
वैज्ञानिकों ने समुद्र में ऑक्सीजन की कमी का बनाया एटलस
शोधकर्ताओं ने 40 वर्षों में एकत्र किए गए लगभग 1.5 करोड़ सेंसर मापों को एक साथ जोड़ा और समुद्र के उन क्षेत्रों को मापा ...
एशियाई देशों में मानव अपशिष्ट शहरी जल को दूषित कर फैला रहा है सुपरबग
निम्न और मध्यम आय वाले देशों में मानव अपशिष्ट द्वारा शहरी झीलों, नदियों और सतही जल के दूषित होने से 'सुपरबग' फैल रहा हैं।
प्रकृति को बचाने के अपने ही तय लक्ष्यों को पूरा नहीं कर रहे हैं कई देश
1970 के बाद से 70 प्रतिशत के करीब जंगली जानवर, पक्षी और मछलियां गायब हो गई हैं
अनियंत्रित विकास के चलते शिवालिक हिमालय की प्राकृतिक संपदा का हुआ विनाश, जांच के आदेश
आवेदक का आरोप है कि ठेकेदार शिवालिक हिमालय में सड़क को अपग्रेड करने के दौरान हिमालयी पारिस्थितिकी और प्राकृतिक वनस्पति को नुकसान पहुंचा रहे ...
मछुआरों के हुक में फंसने से खतरे में पड़ी टारपोन मछलियां बन रही हैं शार्क का निवाला
एक शोध में कहा गया है कि हुक में पांच मिनट से अधिक फंसी रहने वाली टारपोन मछली हैमरहेड शार्क का शिकार आसानी से ...
आपदाओं की गाज: 30 सालों में किसानों को हुआ 316.4 लाख करोड़ का नुकसान
एफएओ के अनुसार इन चरम घटनाओं के चलते सालाना 6.9 करोड़ टन अनाज, चार करोड़ टन फल एवं सब्जियां, और 1.6 करोड़ टन मांस, ...
फाइटोप्लांकटन का तेजी से खिलना दे रहा जलवायु में भारी बदलाव का संकेत: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि ओमा चक्रवात की वजह से फाइटोप्लांकटन का खिलना एक अनोखी घटना थी, जो एक ही स्थान पर हर 1500 ...
ग्लोबल वार्मिंग: महासागरों के सर्वाधिक जैवविविधता सम्पन्न 70 फीसदी क्षेत्रों में संकट में है समुद्री जीवन
वैज्ञानिकों का दावा है महासागरों में सबसे जैव विविध क्षेत्रों के 70 फीसदी से ज्यादा हिस्से में मौजूद समुद्री जीवन खतरे में है, जिसके ...
विलुप्त होने की कगार पर हैं एक तिहाई शार्क और रे, जरुरत से ज्यादा मछलियों का शिकार है जिम्मेवार
मनुष्यों द्वारा मछलियों का बढ़ता शिकार इन मछलियों पर मंडराते संकट की सबसे बड़ी वजह है उसके साथ ही उनके आवास को हो रहा ...
किस सीफूड में कितना है माइक्रोप्लास्टिक, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
शोध के अनुसार सीप, घोंघों और कौड़ियों (मोलस्क) में सबसे ज्यादा मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक मिला है| इनमें प्रतिग्राम माइक्रोप्लास्टिक्स के 10.5 टुकड़े तक मिले ...
नदियों के मुहाने तक पहुंचा माइक्रोप्लास्टिक, जलीय प्रजातियां हुई प्रभावित: रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, बाइवेल्व प्रजातियों में से 85 फीसदी मसल्स और 53 फीसदी सीपों ने माइक्रोप्लास्टिक निगल लिया है