क्यों पहले की तुलना में 6 गुना ज्यादा स्थिर होते जा रहे हैं महासागर?
महासागरों का पानी गर्म होता जा रहा है वहीं ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं, इसके साथ ही बारिश के पैटर्न पर भी असर ...
जमीन पर पैदा होता है समुद्र और तटों को दूषित करने वाला 80 फीसदी प्रदूषण
जिस तरह से हम महासागरों का दोहन कर रहे हैं, वो अपने आप में एक बड़ी समस्या है| यही नहीं बढ़ता प्रदूषण और जलवायु ...
संसद में आज: कोविड में ऑक्सीजन की कमी से कितनों की मौत, सरकार को नहीं पता
राज्य मंत्री ने बताया कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) द्वारा 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण से संबंधित ...
गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हैं 67 फीसदी मछुआरे परिवार
डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज इनवायरमेंट 2020 इन फिगर्स रिपोर्ट में भारत के मछुआरों की दशा को शामिल किया गया है। देखें, ...
ऐसे 12 तरीके जिनसे पता चलता है कि एक्वाकल्चर पर्यावरण के लिए फायदेमंद है : शोध
एक्वाकल्चर का उपयोग दुनिया भर में कमजोर या लुप्तप्राय मछलियों की आबादी को बहाल करने के लिए किया जाता है
समुद्री हीट वेव से घटेगा मछली पकड़ने का 6 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सा, छिनेंगी लाखों नौकरियां: अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि समुद्री हीट वेव के चलते 77 फीसदी खतरे वाली प्रजातियों में बायोमास या मछली की मात्रा में कमी ...
दुनिया भर की नदियां पहुंचा रही हैं महासागरों में जहरीली और भारी धातुएं
महासागरों में पारा जैसे जहरीली और भारी धातुएं पहुंचाने में अमेजन नदी सबसे ऊपर है, इसके बाद भारत और बांग्लादेश में गंगा और चीन ...
100 करोड़ अतिरिक्त लोगों का भर सकता है पेट, पशु चारे में करना होगा बदलाव
अध्ययन के निष्कर्ष दर्शाते हैं कि प्राकृतिक संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव डाले बिना यह बदलाव 13 फीसदी अतिरिक्त लोगों की खाद्य जरूरतों को पूरा ...
किलर व्हेल मछलियों में मिले उच्च मात्रा में हानिकारक केमिकल्स
शोधकर्ताओं को इन किलर व्हेल्स के उत्तकों में मानव निर्मित केमिकल्स पीएफएएस और पीसीबी के भी सबूत मिले हैं, जो इन मछलियों से इनके ...
दुनिया से विलुप्त हो जाएगी सॉफिश, वजह जरूरत से ज्यादा मछली पकड़ना
सॉफिश 46 देशों से विलुप्त हो चुकी हैं,18 देश ऐसे हैं जहां इनकी कम से कम एक प्रजाति गायब हो गई है और 28 देशों ...
अंग्रेजों को भी हैरान करने वाली सिंचाई प्रणाली
बंगाल में पूरी तरह विलुप्त हो चुकी आप्लावन नहरों की सिंचाई व्यवस्था ने अंग्रेजों को भी चकित कर दिया था
2030 तक सभी देशों को भूमि सुधार के अपने वादों को निभाना होगा: संयुक्त राष्ट्र
रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल, हम अपने वैश्विक आर्थिक उत्पादन के 10 प्रतिशत से अधिक मूल्य की पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को ...
संसद में आज: देश में बढ़ रहे हैं खसरे के मामले, सरकार ने माना
16 दिसंबर 2022 को संसद में पूछे गए कुछ अहम सवालों के जवाब में सरकार ने क्या कहा, यहां जानें-
नदी की बेसहारा संतानें
नदी पर आश्रित मछुआरे अपने पुश्तैनी पेशे को छोड़कर मजदूर बनने को विवश हो रहे हैं। सरकारी नीतियों में उनके लिए कोई जगह नहीं ...
एशियाई देशों में मानव अपशिष्ट शहरी जल को दूषित कर फैला रहा है सुपरबग
निम्न और मध्यम आय वाले देशों में मानव अपशिष्ट द्वारा शहरी झीलों, नदियों और सतही जल के दूषित होने से 'सुपरबग' फैल रहा हैं।
वैज्ञानिकों ने समुद्र में ऑक्सीजन की कमी का बनाया एटलस
शोधकर्ताओं ने 40 वर्षों में एकत्र किए गए लगभग 1.5 करोड़ सेंसर मापों को एक साथ जोड़ा और समुद्र के उन क्षेत्रों को मापा ...
विलुप्त होने की कगार पर हैं एक तिहाई शार्क और रे, जरुरत से ज्यादा मछलियों का शिकार है जिम्मेवार
मनुष्यों द्वारा मछलियों का बढ़ता शिकार इन मछलियों पर मंडराते संकट की सबसे बड़ी वजह है उसके साथ ही उनके आवास को हो रहा ...
ग्लोबल वार्मिंग: महासागरों के सर्वाधिक जैवविविधता सम्पन्न 70 फीसदी क्षेत्रों में संकट में है समुद्री जीवन
वैज्ञानिकों का दावा है महासागरों में सबसे जैव विविध क्षेत्रों के 70 फीसदी से ज्यादा हिस्से में मौजूद समुद्री जीवन खतरे में है, जिसके ...
किस सीफूड में कितना है माइक्रोप्लास्टिक, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
शोध के अनुसार सीप, घोंघों और कौड़ियों (मोलस्क) में सबसे ज्यादा मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक मिला है| इनमें प्रतिग्राम माइक्रोप्लास्टिक्स के 10.5 टुकड़े तक मिले ...
फाइटोप्लांकटन का तेजी से खिलना दे रहा जलवायु में भारी बदलाव का संकेत: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि ओमा चक्रवात की वजह से फाइटोप्लांकटन का खिलना एक अनोखी घटना थी, जो एक ही स्थान पर हर 1500 ...
संसद में आज (25 मार्च 2022): काला नमक चावल को बढ़ावा देने के लिए 12 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी
ऑपरेशन ग्रीन्स योजना के दीर्घकालिक उपायों के तहत सहायता के लिए 22 खराब होने वाली फसलों की पहचान की गई है।
जलवायु में आते बदलावों से निपटने के लिए ध्रुवों की ओर शरण लेने को मजबूर हो रही हैं समुद्री मछलियां
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से समुद्री जीवन में आया बदलाव, जमीनी जीवों की तुलना में सात गुणा अधिक तेजी से हुआ है
संसद में आज: देश में खाद्यान्न संकट नहीं, 2021-22 में 314.51 मिलियन टन का हुआ उत्पादन
पिछले आठ वर्षों के दौरान देश में दालों की 304 अधिक उपज वाली किस्मों को व्यावसायिक खेती के लिए अधिसूचित किया गया
खतरे में हैं 6,400 किमी का सफर करने वाली मोनार्क तितलियों का अस्तित्व, रेड लिस्ट में शामिल
आईसीयूएन के अनुसार पिछले एक दशक में इन तितलियों की आबादी में 72 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है, जिसके लिए जलवायु परिवर्तन ...
दुनिया भर में 424 अरब डॉलर के जलीय खाद्य उद्योग के अपने हिस्से से वंचित हैं लाखों लोग
समुद्री भोजन से आशय सभी तरह की मछलियां, शार्क, स्केट्स (एक प्रकार की मछली), रे, सॉफिश, स्टर्जन और लैम्प्रे आदि से है