जलवायु में बदलाव से दुनिया भर में मछली पालन पर मंडरा रहा है खतरा
जलवायु में बदलाव के चलते, दुनिया के महासागरों के बड़े हिस्से में मछलियों की आहार गुणवत्ता में 10 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती ...
पानी में रहने वाली 33 प्रजातियों पर मंडरा रहा है बहुत आक्रामक होने का खतरा
शोधकर्ताओं ने जोखिम आकलन उपकरण से पता लगाया कि किसी प्रजाति का स्कोर जितना अधिक होगा, उस प्रजाति के आक्रामक होने का खतरा उतना ...
संसद में आज: जीएम कॉटन से बढ़ी किसानों की आमदनी
22 फरवरी 2021 को राज्यसभा में पूछे गए सवालों के जवाब में सरकार की ओर से केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने ...
समुद्रों के बढ़ते तापमान की वजह से 2060 तक चिनूक सैल्मन मछली हो सकती है गायब
बढ़ता तापमान और बांधों के कारण आज पलायन करने वाली चिनूक सैल्मन मछली के जिंदा रहने के अवसर केवल 50 फीसदी रह गए हैं।
इंसान कितना कर चुके हैं समुद्रों पर निर्माण, वैज्ञानिकों ने पहली बार किया आंकलन
अब तक समुद्र के करीब 32,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर इंसानों ने निर्माण कार्य किया है। अनुमान है कि यह 2028 तक बढ़कर 39,400 वर्ग ...
संसद में आज: कर्नाटक में इस साल बाढ़ से हुआ 10 लाख हेक्टेयर खेती को नुकसान
मणिपुर सरकार ने मणिपुरी टट्टू या छोटे घोड़े के संरक्षण और विकास के लिए मणिपुरी टट्टू संरक्षण और विकास नीति, 2016 को मंजूरी दे ...
जेलीफिश की बढ़ती आबादी से संकट में सार्डिन मछलियां
समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान ने अपने अध्ययन में पाया है कि अरब सागर में बढ़ते तापमान के कारण जेलीफिश की संख्या में वृद्धि हुई ...
संसद में आज: केरल में हर कृषक परिवार पर औसतन 1,71,581 रुपये का कर्ज
जलवायु परिवर्तन से आई मछली भंडार में कमी
जलवायु परिवर्तन के चलते समय से पहले और कमजोर पैदा हो रही हैं शार्क मछलियां
तापमान बढ़ने से शार्क भ्रूण का विकास बहुत तेजी से हो रहा है जिस वजह से शार्क के बच्चे समय से पहले ही जन्म ...
पौधों में संक्रमण का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने बनाई चिप
शोध समूह ने हथेली के आकार के डायग्नोस्टिक डिवाइस पर चार प्रकार की ककड़ी के वायरस का उपयोग करके जीन आधारित प्रयोग किया
समुद्री जीवों में प्रजनन से लेकर हार्मोनल चक्र तक में गड़बड़ी की वजह बन रहा प्रकाश प्रदूषण
रिसर्च से पता चला है कि कृत्रिम प्रकाश समुद्री जीवों के बीच आपसी व्यवहार से लेकर प्रजनन और हार्मोनल चक्र में बदलाव की वजह ...
वातावरण से कार्बन को हटाने में मददगार हो सकती हैं व्हेल, लेकिन कैसे?
शोधकर्ताओं के मुताबिक यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि व्हेल कार्बन कैप्चर की तुलना में अन्य मायनों में इकोसिस्टम के लिए कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण ...
ओडिशा में मिली मीठे पानी की मछली की नई प्रजाति, गर्रा लैशरामी नाम रखा गया
नई मछली की अधिकतम लंबाई 76 मिमी से 95.5 मिमी तक होती है। इस प्रजाति का स्थानीय लोग खाने में प्रयोग करते हैं
संसद में आज: प्राकृतिक आपदाओं के कारण इस साल हो चुकी है 889 लोगों की मौत
क्या है आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ पैकेज, 2022 का नया संस्करण?
पिछले दो दशकों में दुनिया भर की 4 हजार वर्ग किमी आर्द्रभूमि का हुआ नुकसान
दुनिया भर के कुल ज्वारीय आर्द्रभूमि में लगभग तीन-चौथाई की कमी एशिया में हुई, जिसमें से लगभग 70 फीसदी इंडोनेशिया, चीन और म्यांमार में ...
क्या है डीप ओसियन मिशन का महत्व, सरकार ने दी मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 4,077 करोड़ रुपए के 'डीप ओसियन मिशन' को मंजूरी दे दी है, जिसका उद्देश्य महासागरीय संसाधनों का शाश्वत उपयोग करना है
6.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है समुद्र का तापमान, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
अध्ययनकर्ताओं ने पता लगया कि पिछले 40 वर्षों में, उत्तरी प्रशांत के कुछ क्षेत्रों में समुद्र की सतही परत लगभग 3 मीटर तक पतली ...
हर दिन दो करोड़ से अधिक मइक्रोप्लास्टिक के कणों को निगल रही हैं ग्रे व्हेल: अध्ययन
व्हेल के मल में कुल 418 संदिग्ध माइक्रोपार्टिकल की पहचान की गई, जिनमें से 50 फीसदी से अधिक में रेशे या फाइबर थे
समुद्र में लूट और डकैती की घटनाओं को कैसे बढ़ा रहा है जलवायु परिवर्तन
एक नए अध्ययन से पता चला है कि कैसे जलवायु में आते बदलावों और बढ़ते तापमान के साथ समुद्र में लूट और डकैती की ...
संसद में आज: स्वतंत्रता के बाद कुल मछली उत्पादन में 21 गुना से अधिक की वृद्धि हुई
भारत में वर्ष 2022-23 के दौरान जल-मौसम संबंधी आपदाओं के कारण कुल 1997 लोगों की मौत हुई और 18,54,901 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ
महासागरीय पारिस्थितिकी तंत्र में बड़ा फेरबदल कर सकता है छोटे से छोटा परमाणु युद्ध
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस युद्ध के चलते ऐसी तबाही आएगी, जिससे उबरने में समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को दशकों का समय लग जाएगा
झींगा पालन: वैज्ञानिकों ने जलीय कृषि रोगाणु परीक्षण उपकरण किया विकसित
शोध में कहा गया है की यह उपकरण बीमारी का 100 फीसदी तक शुरुआती पहचान केवल 20 मिनट में कर लेता है
दूर-दराज के क्षेत्रों में भी इंसानों से सुरक्षित नहीं जैव विविधता, जानिए क्या है वजह
शोधकर्ताओं के अनुसार जलवायु परिवर्तन और वैश्विक पर्यावरण में आते बदलावों के चलते दुनिया में इंसानों की पहुंच से दूर होने के बावजूद भी ...
जलवायु परिवर्तन के चलते अल्बाट्रॉस पक्षियों के बीच बढ़ रहे हैं 'तलाक' के मामले
बढ़ते तापमान के कारण इन पक्षियों को आहार के लिए पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा दूर तक जाना पड़ रहा है, ऊपर से यह ...
इंसानी हस्तक्षेप के कारण सिकुड़ रहा है नार्थ अटलांटिक राइट व्हेल्स का आकार
जलवायु परिवर्तन और इंसानी प्रभाव के चलते पिछले 20 वर्षों में इनके आकार में करीब 3 फीट की कमी आई है, जोकि इनके कुल आकार का करीब 7 फीसदी है