बढ़ते तापमान के साथ शार्क जैसी कई शिकारी मछलियां खो देंगी अपने 70 फीसदी तक उपयुक्त आवास क्षेत्र
जलवायु में आता बदलाव समुद्री जीवों के लिए भी खतरा बनता जा रहा है, जिससे शार्क, टूना जैसी शिकारी मछलियां भी सुरक्षित नहीं हैं
80 फीसदी जीवन का आश्रय स्थल हैं समुद्र, दोहन से पहले उनका भी रखना होगा ध्यान
जलवायु परिवर्तन, बढ़ते प्रदूषण और संसाधनों के अनियंत्रित दोहन के चलते समुद्री जीवों और जैवविविधता के साथ करीब 300 करोड़ लोगों की जीविका भी ...
समुद्री प्रजातियों की जानकारी के लिए नोआ ने बनाया विशेष उपकरण
नोआ के द्वारा सर्वेक्षण के दौरान पकड़ी गई 800 से अधिक समुद्री मछलियों और अकशेरुकी प्रजातियों के लिए एक मानचित्रण किया गया है।
रेत बिन नदी: क्या बदले जाने चाहिए नदियों में रेत खनन के नियम?
कनालसी गांव में एक कतार में यमुना नदी से निकाले गए रेत और बजरी के ऊंचे-ऊंचे टीले धूल उड़ाते नज़र आते हैं। धूल इतनी ...
ग्राउंड रिपोर्ट: खनन के चलते मौत के कगार पर पहुंची हमारी यमुना
मशीनों के शोर ने पक्षियों को यहां से जाने पर मजबूर कर दिया। रात्रिचर जीव भी पलायन कर गए। खनन के चलते हमारी यमुना ...
संयुक्त राष्ट्र ने अपनाई ऐतिहासिक "उच्च समुद्र" संधि, क्यों है महत्वपूर्ण?
संधि को 2030 तक दुनिया के महासागरों और भूमि के 30 प्रतिशत की रक्षा करने वाले देशों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है
जीव विज्ञानियों ने खोजी गोबी मछली की दो नई प्रजातियां
शोध दल ने दोनों प्रजातियों के लिए माइटोकॉन्ड्रिया से लिए गए डीएनए का विश्लेषण कर इन्हें राइनो गोबियस समूह के भीतर एक प्राचीन वंश ...
जलवायु परिवर्तन बिगाड़ रहा अलास्का का ईकोसिस्टम
वर्ष 2000 से 2018 के बीच सेटेलाइट इमेज ने अलास्का में हो रहे तेजी से वानस्पतिक बदलावों को दर्ज किया है
दुर्लभ खोज: भारतीय वैज्ञानिकों ने जैसलमेर में खोजी जुरासिक युग की हाइबोडॉन्ट शार्क की नई प्रजाति
स्ट्रोफोडसजैसलमेरेंसिस प्रजाति की यह शार्क करीब 6.5 करोड़ साल पहले क्रेटेशियस युग के अंत में पूरी तरह विलुप्त हो गई थी
तीन सालों की गिरावट के बाद 2021 में शार्क के हमलों में दर्ज की गई 40 फीसदी की बढ़ोतरी
2021 के दौरान शार्क के अकारण हुए 73 हमले दर्ज किए गए थे, जिनमें से सबसे ज्यादा करीब 64 फीसदी अकेले अमेरिका में सामने आए ...
जलवायु परिवर्तन और आक्रामक प्रजातियों के चलते ट्राउट मछली में आई भारी गिरावट
देशी बुल ट्राउट और वेस्टस्लोप कट्थ्रोट ट्राउट मछली की प्रजाति में 1993 से 2018 के बीच क्रमश 18 और 6 फीसदी की गिरावट आई ...
केमिकल प्रदूषकों से एनीमोन मछली के प्रजनन में पड़ रहा है खलल: अध्ययन
अंतःस्रावी विघटनकारी केमिकल - ऐसे केमिकल जो शरीर के हार्मोन के काम करने में बाधा डालते हैं, जानवरों में सामान्य प्रजनन को रोक सकते ...
समुद्री जैव विविधता के बारे में पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका है ईडीएनए
ईडीएनए गोताखोरों द्वारा प्रजातियों के बारे में पता लगाने की तुलना में ज्यादा सटीक और अधिक संख्या में पता लगाने में सक्षम है
प्लास्टिक के कचरे से मैंग्रोव वनों का घुट रहा है दम : अध्ययन
प्लास्टिक का कचरा फंसने से मैंग्रोव के जंगलों में एक तरह का जाल बन जाता है, जो इन जंगलों के लिए काफी घातक होता ...
जलवायु में बदलाव से दुनिया भर में मछली पालन पर मंडरा रहा है खतरा
जलवायु में बदलाव के चलते, दुनिया के महासागरों के बड़े हिस्से में मछलियों की आहार गुणवत्ता में 10 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती ...
पानी में रहने वाली 33 प्रजातियों पर मंडरा रहा है बहुत आक्रामक होने का खतरा
शोधकर्ताओं ने जोखिम आकलन उपकरण से पता लगाया कि किसी प्रजाति का स्कोर जितना अधिक होगा, उस प्रजाति के आक्रामक होने का खतरा उतना ...
संसद में आज: जीएम कॉटन से बढ़ी किसानों की आमदनी
22 फरवरी 2021 को राज्यसभा में पूछे गए सवालों के जवाब में सरकार की ओर से केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने ...
समुद्रों के बढ़ते तापमान की वजह से 2060 तक चिनूक सैल्मन मछली हो सकती है गायब
बढ़ता तापमान और बांधों के कारण आज पलायन करने वाली चिनूक सैल्मन मछली के जिंदा रहने के अवसर केवल 50 फीसदी रह गए हैं।
इंसान कितना कर चुके हैं समुद्रों पर निर्माण, वैज्ञानिकों ने पहली बार किया आंकलन
अब तक समुद्र के करीब 32,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर इंसानों ने निर्माण कार्य किया है। अनुमान है कि यह 2028 तक बढ़कर 39,400 वर्ग ...
संसद में आज: कर्नाटक में इस साल बाढ़ से हुआ 10 लाख हेक्टेयर खेती को नुकसान
मणिपुर सरकार ने मणिपुरी टट्टू या छोटे घोड़े के संरक्षण और विकास के लिए मणिपुरी टट्टू संरक्षण और विकास नीति, 2016 को मंजूरी दे ...
जेलीफिश की बढ़ती आबादी से संकट में सार्डिन मछलियां
समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान ने अपने अध्ययन में पाया है कि अरब सागर में बढ़ते तापमान के कारण जेलीफिश की संख्या में वृद्धि हुई ...
संसद में आज: केरल में हर कृषक परिवार पर औसतन 1,71,581 रुपये का कर्ज
जलवायु परिवर्तन से आई मछली भंडार में कमी
जलवायु परिवर्तन के चलते समय से पहले और कमजोर पैदा हो रही हैं शार्क मछलियां
तापमान बढ़ने से शार्क भ्रूण का विकास बहुत तेजी से हो रहा है जिस वजह से शार्क के बच्चे समय से पहले ही जन्म ...
पौधों में संक्रमण का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने बनाई चिप
शोध समूह ने हथेली के आकार के डायग्नोस्टिक डिवाइस पर चार प्रकार की ककड़ी के वायरस का उपयोग करके जीन आधारित प्रयोग किया
पिछले दो दशकों में दुनिया भर की 4 हजार वर्ग किमी आर्द्रभूमि का हुआ नुकसान
दुनिया भर के कुल ज्वारीय आर्द्रभूमि में लगभग तीन-चौथाई की कमी एशिया में हुई, जिसमें से लगभग 70 फीसदी इंडोनेशिया, चीन और म्यांमार में ...