नालियों में जमा होते प्लास्टिक से भारत सहित दुनिया भर में 22 करोड़ लोगों पर मंडरा रहा है बाढ़ का खतरा
प्लास्टिक और इसकी वजह से आने वाली बाढ़ का सबसे ज्यादा खामियाजा कमजोर तबके को उठाना पड़ रहा है, जो पहले ही बुनियादी सुविधाओं ...
सामान्य बारिश के बाद भी जालौन और हमीरपुर में क्यों आई भीषण बाढ़?
बुंदेलखंड के इन दोनों जिलों में आई बाढ़ बांधों से छोड़े गए पानी का नतीजा है
जैव विविधता के तहत किस तरह हो जंगलों की निगरानी, शोधकर्ताओं ने दिखाई राह
इस शोध में दुनिया भर में वन पारिस्थितिकी प्रणालियों के स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए नए उपाय करने का सुझाव दिया गया है
संसद में आज: कम अवधि में अत्यधिक भारी वर्षा के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ा
एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली (यूडीआईएसई), 2019-20 के अनुसार देश के 10,32,569 सरकारी स्कूलों में से 10,01,788 स्कूलों में पेयजल की सुविधा है।
भारी हिमस्खलन का नतीजा थी चमोली आपदा, शोध में आया सामने
जलवायु परिवर्तन और इंसानी हस्तक्षेप के चलते न केवल इस तरह की आपदाओं में इजाफा होगा साथ ही यह और रौद्र रूप धारण कर ...
डाउन टू अर्थ की व्याख्या: क्या है बादल फटने का विज्ञान
बाढ़-प्रभावित भद्राचलम के दौरे पर गए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि बादल फटने के पीछे ‘विदेशी साजिश’ हो सकती है
मॉनसून 2022: असम-मेघालय में 121 साल के इतिहास में हुई सबसे अधिक बारिश
केरल में 121 में चौथा सबसे कम बारिश होने का रिकॉर्ड बनाया है, केवल दो दिन कम दबाव प्रणाली सक्रिय होने से कई इलाके ...
भारी बारिश और भूकंप के चलते हिमालय क्षेत्र में बढ़ रहे हैं भूस्खलन के मामले
भारी बारिश और भूकंप के चलते नेपाल में मानसून के दौरान सामने आने वाले भूस्खलन के मामलों में छह गुना वृद्धि हो सकती है
उत्तराखंड: रायपुर जैसी अपदाओं को रोकने के लिए पूर्वानुमान प्रणाली को मजबूत करना जरूरी
2013 में केदारनाथ की आपदा के बाद उत्तराखंड की पूर्व-चेतावनी प्रणाली में सकारात्मक और नकारात्मक बदलाव आए हैं, जिनमें नकारात्मक बदलावों को कम करना ...
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से आएंगे छोटी अवधि में और अधिक भयानक तूफान
गर्म हवा में अधिक नमी होती है, तापमान बढ़ने के साथ वर्षा की तीव्रता बढ़ जाती है
बिहार: जिनके नाम पर गांव बसे, वो स्थानीय मछलियां विलुप्त होने की कगार पर पहुंची
शहरीकरण के चलते प्राकृतिक प्रवास के क्षेत्रों में कमी और नदी या तालाब से मुनाफा कमाने की प्रवृत्ति ने स्थानीय मछलियों को खत्म होने ...
डाउन टू अर्थ विश्लेषण: पश्चिमी राजस्थान में मई-जून की भारी बारिश कितने आ सकती है काम
राजस्थान के सूखे माने जाने वाले इलाकों में मई और जून में असामान्य व अप्रत्याशित वर्षा रिकॉर्ड हुई
डेढ़ दिन में साल के आधे से ज्यादा बारिश, मप्र के सात जिले बेहाल
मौसम विभाग के अनुसार शिवपुरी जिले में 2 और 3 अगस्त के 38 घंटे के अंदर 454.57 मिलीमीटर बारिश हुई, जो एक रिकॉर्ड है
यूरोप पर टूटा बाढ़ का कहर, अब तक 120 लोगों की मौत की पुष्टि
पश्चिमी जर्मनी और बेल्जियम में आई इस बाढ़ में अब तक 120 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है जबकि करीब 1,300 लोग ...
हिंदू कुश हिमालय व तिब्बती पठार में तीन गुना बढ़ सकती है बाढ़ की विभीषिका
अध्ययन से पता चला है कि वर्तमान ग्लेशियर के पिघलने से बनी झीलों से छह में से एक के बहने से वहां रहने वाले ...
हिमालय क्षेत्र में नहीं हुई बाढ़ चेतावनी की व्यवस्था तो लाखों लोगों की जा सकती है जान
अध्ययनकर्ता एक उपग्रह नेटवर्क बनाने का भी सुझाव देते हैं जिसका उपयोग समस्याग्रस्त क्षेत्रों की निगरानी के लिए किया जा सकता है।
2030 से समय पर मिल जाया करेगी बाढ़ और सूखे की चेतावनी: डब्लूएमओ
वर्तमान में वैश्विक स्तर पर केवल 40 फीसदी देशों में ही बाढ़ और सूखा की समय पूर्व चेतावनी प्रणाली चालू अवस्था में है
ग्राउंड रिपोर्ट, भाग-एक : क्यों दरक रहे हैं हिमाचल प्रदेश के पहाड़
मानसून सीजन 2021 में हिमाचल प्रदेश को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन क्या इसकी वजह केवल मानसून ही है या कुछ और वजह है, ...
ग्लेशियरों के पिघलने से बनी झीलों के बढ़ते खतरे के लिए ग्लोबल वार्मिंग है जिम्मेवार
अध्ययन में पेरू के एंडीज में पाल्कोकाचा झील के मामले की जांच की गई, जो 1.5 लाख लोगों के लिए विनाशकारी हो सकता है
कोसी नदी की धारा में हो रहे बदलाव के लिए जिम्मेवार कौन, स्टडी में खुलासा
दोनों ओर तटबंध बनने के बाद कोसी नदी ज्यादा अस्थिर हो गई थी...
बिहार चुनाव : 73 फीसदी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 20 लाख से अधिक प्रवासियों ने बदल दिया नेताओं का मुद्दा
बाढ़ कभी चुनाव में प्रबल मुद्दा नहीं बन पाई लेकिन आपदा की राहत सियासत की नई धुरी है। वहीं गांव घर को लौटे प्रवासी ...
असल जल योद्धा
जलवायु परिवर्तन की वजह से राजस्थान में इस साल हुई अतिवृष्टि को लोगों ने आपदा में अवसर के तौर पर लिया, इस पूरी मुहिम ...
बूंद-बूंद बचत भाग छह: इतना बरसे मेघ कि दिन में दो बार भर जाती हैं बेरियां
अब गांव में मटकों में नहीं टैंकरों में पानी भरा जा रहा है। इसने पानी संजोने के प्रतिनिधि चित्र को ही बदल डाला है
गौरीकुंड भूस्खलन में 3 की मौत, 17 लापता, आपदा प्रबंधन पर फिर उठे सवाल
नदी किनारे सो रहे लोग लापता हैं, प्रशासन का कहना है कि उन्हें कई बार यहां सोने से रोका गया था
संसद में आज: मौसम संबंधी आपदाओं के कारण इस साल अब तक 1224 लोगों की जान गई
कुल-शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने की दिशा में अनुकरणीय कार्य के लिए, राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2023 के तहत तीन ग्राम पंचायतों को पुरस्कार से ...