मध्य प्रदेश: कुपोषण बनाम कुनीति
मध्यप्रदेश में बच्चों में एनीमिया में कमी की दर 0.1 प्रतिशत और गर्भवती महिलाओं में 0.3 प्रतिशत है. ऐसे सूचकों के सामने होने के ...
मध्यप्रदेश में कुपोषण एवं पोषण-आहार की तथा-कथा
जुलाई-अगस्त 2015 में बहुत जोश-खरोश के साथ आंगनवाडी केन्द्रों में दूध देने का प्रावधान किया गया था, क्योंकि प्रोटीन के लिए अंडे नहीं देने ...
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022: सुरक्षित भोजन मतलब बेहतर स्वास्थ्य
सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने और जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों को हल करने में मदद करने के लिए हमारी खाद्य प्रणालियों ...
एसओई इन फिगर्स 2022: 71 फीसदी भारतीयों की पहुंच से बाहर है सेहतमंद आहार
देश की एक बड़ी आबादी अभी भी पोषक आहार से दूर है। देखा जाए तो भारत में खान-पान से जुड़ी बीमारियां हर साल 17 ...
खाद्य संकट: दो साल में खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही आबादी की संख्या दोगुनी हुई, संयुक्त राष्ट्र महासचिव
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने रूसी-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए देशों से खाद्य उत्पादन बढ़ाने और निर्यात बंद नहीं करने का आह्वान किया
खानपान और दुरुस्त रहने के लिए युवाओं को महात्मा गांधी की सीख
खानपान को लेकर गांधी के नजरिये का सार था- सादगी। उनके लिए खाने का मतलब ऐसी चीज से था जिससे शरीर को ऊर्जा मिले ...
महामारी ने भारत के लोगों को ‘जैविक खाद्य’ को अपनाने के लिए प्रेरित किया: सर्वेक्षण
भारत और नेपाल में 600 लोगों का सर्वेक्षण किया गया ताकि यह पता लगाया जा सके कि हाल ही में खाने की आदतें और ...
किस ओर ले जाएगा चावल का संकट, कितनी करनी होगी सरकारी खरीद?
केंद्रीय पूल में चावल व गेहूं का स्टॉक कम हो रहा है। ऐसे में अब सरकार को चावल की सरकारी खरीद पर फोकस करना ...
खास खबर: फसल की बर्बादी ने बढ़ाई खाने की थाली की कीमत
दुनियाभर में खाद्य मुद्रास्फीति अप्रत्याशित ऊंचाई पर पहुंच गई है। चरम मौसम की घटनाओं से फसलों को पहुंचा नुकसान इसके मूल में है। इस ...
भारत सहित एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रहने वाले 180 करोड़ लोगों की पहुंच से बाहर है पोषक आहार
कोविड-19 के बाद से इस क्षेत्र में भुखमरी का शिकार लोगों की संख्या में 5.4 करोड़ का इजाफा हुआ है, जिससे इस समस्या से ...
साधनों की कमी के चलते भुखमरी की कगार पर हैं 4.5 करोड़ लोग: डब्ल्यूएफपी
भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके इन लोगों की संख्या वर्ष की शुरुवात में करीब 4.2 करोड़ थी, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 2.9 करोड़ था
पीडीएस की मजबूती के लिए सभी राज्यों को डीसीपी से जोड़े केंद्र सरकार: स्थायी समिति
अभी चावल के लिए 15 और गेहूं के आठ राज्य ही विकेंद्रीकृत वितरण योजना (डीसीपी) से जुड़े हुए हैं
20 से अधिक देशों में गंभीर भुखमरी फैलने के आसार, एफएओ ने दी चेतावनी
पहले से ही 3.4 करोड़ से अधिक लोग भूख और आपातकालीन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं, जिसका अर्थ है कि दुनिया भुखमरी से एक ...
2021 में खेती पर निर्भर 4.9 करोड़ लोगों तक मदद पहुंचाएगा एफएओ
एफएओ के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया भर में करीब 13.5 करोड़ लोगों के सामने खाद्य संकट मंडरा रहा है
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: सात साल से कर रहे हैं राशन का इंतजार
झारखंड के गांव सरहुआ के लोग अंग्रेजी शब्द “डिलीट” का अर्थ नहीं जानते, लेकिन कहते हैं कि उनका राशन कार्ड डिलीट हो गया है
काेविड-19 वैश्विक आपदा: खाद्य नीतियां बदलने का वक्त
कोविड-19 ने वक्त की नजाकत को समझने तथा लचीली और टिकाऊ खाद्य प्रणाली की दिशा में नीतियों को दोबारा बनाने का मौका दिया है
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: बेस्वाद चावल से पेट भर रहे हैं आदिवासी
सरकारी राशन में केवल चावल मिलता है, नमक मिलना बंद हो गया है। परिवारों की हालत ऐसी है कि केवल चावल उबाल कर ही ...
कुपोषण खत्म करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार अब पीडीएस में देगी प्रोटिनयुक्त आटा
एक नवंबर से मध्य प्रदेश सरकार राज्य के 17 जिलों में पीडीएस के अंतर्गत पांच किलो प्रोटीन युक्त आटा का वितरण करेगी, पीडीएस अधिकारियों ...
गेहूं के बाद अब चावल संकट की ओर बढ़ रहा है भारत, कीमतों में वृद्धि ने बढ़ाई मुश्किलें
पिछले साल के मुकाबले इस साल धान के रकबे में 12 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। अमेरिकी कृषि विभाग ने भी भारत में चावल ...
सहरिया आदिवासियों को जैसे मिटाने पर तुली है महंगाई
खाद्यान्नों की बढ़ी कीमतों ने हमेशा से कुपोषण का शिकार रहे सहरिया समुदाय को बिल्कुल हाशिये पर पहुंचा दिया है
चार साल में रास्ते से गायब हो गया 4 लाख टन से अधिक गेहूं-चावल!
संसद में पेश खाद्य, उपभोक्ता मामलों और सार्वजनिक वितरण पर स्थायी समिति ने भारतीय खाद्य निगम में भ्रष्टाचार पर नाराजगी जताई है
विश्व दुग्ध दिवस 2021: श्वेत क्रांति की बदौलत भारत बना दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश
1955 में, भारत का मक्खन आयात प्रति वर्ष 500 टन था और 1975 तक दूध और दूध से बने उत्पादों के सभी आयात बंद ...
संसद में आज (30 मार्च 2022): भारत में हर साल 50 किलो प्रति व्यक्ति भोजन हो जाता है व्यर्थ
निर्माण उद्योग हर साल 7-10 करोड़ टन निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट (सी एंड डी) का उत्पादन करता है।
क्या कोरोनावायरस के कारण ‘हंगर हॉटस्पॉट’ बन जाएगा भारत
ऑक्सफेम की नई रिपोर्ट में भारत को उभरते हुए ‘हंगर हॉटस्पॉट’ के रूप में चिन्हित किया है