खाद्यान्न संकट के हल में खाद्य प्रणालियां कितनी असरकारक!
यूक्रेन में चल रहे युद्ध ने दुनिया में खाद्य-प्रणाली पर किए जा रहे अनुसंधानों को बुरी तरह से प्रभावित किया और इसका नतीजा है ...
क्यों हो रहा है भारत में भूख का विस्तार?
दो दशक से गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या में अस्पष्टता के बावजूद उनके लिए शुरू की गई राशन योजना का दायरा ...
झारखंड के गरीबों को नहीं मिलता पूरा राशन, सुनने वाला कोई नहीं
भोजन का अधिकार अभियान से जुड़े सेराज कहते हैं कि कम राशन देने के नाम पर झारखंड में एक बड़ा घोटाला चल रहा है
हर मिनट भूख के कारण दम तोड़ रहे हैं 11 लोग, कोविड-19, संघर्ष और जलवायु परिवर्तन है बड़ी वजह
दुनिया भर में करीब 15.5 करोड़ लोग गंभीर खाद्य संकट का सामना कर रहे हैं, जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 2 करोड़ ज्यादा ...
मानसून की दस्तक, फिर भी खुले में रखा है लाखों टन गेहूं
पांच साल में भंडारण क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया, पिछले तीन साल के दौरान 9808 मीट्रिक टन अनाज खराब हो गया
गरीबों से ज्यादा बहुराष्ट्रीय कंपनियों को पोषित करेगा केंद्र का यह फैसला!
सरकारी योजनाओं के तहत अब केवल पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जाएंगे। केंद्र के इस फैसले से 3,000 करोड़ रुपए का वार्षिक ...
जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के नुकसान से पहाड़ों पर बढ़ी भुखमरी
जहां वर्ष 2000 में विकासशील देशों के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले 24.3 करोड़ लोग भुखमरी का सामना कर रहे थे वो, संख्या 2017 ...
अन्न को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है रूस?
ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि रूस ब्लैक सी ग्रेन डील से पीछे हट गया है और यूक्रेन की खाद्य आपूर्ति श्रंखला पर ...
77 फीसदी आंगनवाड़ी जाने वाले नौनिहालों के निवाले पर लटकी सरकारी तलवार?
सरकारी आंकड़े के अनुसार आधार केवल 23 फीसदी बच्चों के पास है और कई राज्यों में सत्यापन का काम चल रहा है और कई ...
अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंची विश्व खाद्य जिंसों की कीमतें: एफएओ
रूस-यूक्रेन युद्ध और बेमौसमी घटनाओं के कारण खाद्य कीमतों में बढ़ोत्तरी लगातार जारी है
भारत में हर वर्ष करीब 6.88 करोड़ टन भोजन कर दिया जाता है बर्बाद
देश में हर व्यक्ति प्रतिवर्ष करीब 50 किलोग्राम भोजन बर्बाद कर देता है, जबकि 18.9 करोड़ लोगों को आज भी पर्याप्त पोषण नहीं मिल ...
बिहार की 1.30 करोड़ आबादी को खाने के लाले: ज्यां द्रेज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में ज्यां ने कहा है कि 30 प्रतिशत आबादी की पहुंच सरकारी राशन दुकानों तक नहीं है
झारखंडः गरीबों की थाली पर सरकारी डंडा, कहीं तीन तो कहीं दो महीने से राशन नहीं
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत भेजे जाने वाले राशन में कटौती कर दी है
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: बीमार बेटी और दामाद के राशन कार्ड के लिए भटक रही है वृद्धा
दामाद को कैंसर है और बेटी मानसिक रूप से बीमार, लेकिन उनके राशन कार्ड नहीं बन रहे हैं। राजस्थान के बाड़मेर से जमीनी तहकीकात
सार्वजनिक वितरण प्रणाली से बाहर हुए नौ करोड़ से ज्यादा लोग: रिपोर्ट
2011 की जनगणना के आंकड़ों के हिसाब से पात्रता तय हो रही है और हर साल लाखों लोगों के नाम छूट जाते हैं
मांस की बजाय गेहूं: मध्य प्रदेश के आदिवासियों ने बदला अपना खानपान
गरीबी और सरकारी राशन पर भरोसे के चलते बदल रही आदतें, हालांकि खानपान में विभिन्नता पर पड़ रहा नकारात्मक असर
दुनिया के ये देश हंगर हॉटस्पॉट घोषित, लोगों के सामने भूखों मरने की नौबत खड़ी हुई
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने हंगर हॉटस्पॉट रिपोर्ट जारी की
सीएसई ने किया था शहद में मिलावट का खुलासा, अब सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से मांगा जवाब
सीएसई ने नामी-गिरामी कंपनियों के जरिए शहद में शुगर सीरप की मिलावट का खुलासा किया था। सुप्रीम कोर्ट में इसी आधार पर एक याचिका ...
बढ़ते वजन और मोटापे से परेशान है हर तीन में से एक व्यक्ति: रिपोर्ट
दुनिया भर में हर तीन में से एक व्यक्ति बढ़ते वजन और मोटापे से परेशान है, जबकि आज भी करीब 82 करोड़ लोगों को भरपेट ...
भारत में तीन में से दो बच्चों की मौत का कारण कुपोषण : सर्वे
राष्ट्रीय पोषाहार मिशन 2022 के लिए लक्ष्य तय किया गया है, लेकिन उसके बावजूद मामले बढ़ते जा रहे हैं
गोदामों में जमा है बफर स्टॉक से दोगुना ज्यादा अनाज, खराब हुआ 1150 टन
31 जुलाई 2019 तक अनाज गोदामों में 711 मिलियन टन अनाज भरा हुआ था, जो तय नियमों से लगभग दोगुणा अधिक है
भारत में भूख का स्तर गंभीर
12 अक्टूबर को जारी वैश्विक भूख सूचकांक बताता है कि देश में भूख और कुपोषण की समस्याएं व्यापक स्तर पर फैली हुई हैं।
विश्व मृदा दिवस: हमारा 95 प्रतिशत भोजन मिट्टी से आता है
हमारी 33 प्रतिशत मिट्टी खराब हो चुकी है, टिकाऊ मिट्टी प्रबंधन के माध्यम से 58 प्रतिशत अधिक भोजन का उत्पादन किया जा सकता है
100 करोड़ अतिरिक्त लोगों का भर सकता है पेट, पशु चारे में करना होगा बदलाव
अध्ययन के निष्कर्ष दर्शाते हैं कि प्राकृतिक संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव डाले बिना यह बदलाव 13 फीसदी अतिरिक्त लोगों की खाद्य जरूरतों को पूरा ...
मध्य प्रदेश: कुपोषण बनाम कुनीति
मध्यप्रदेश में बच्चों में एनीमिया में कमी की दर 0.1 प्रतिशत और गर्भवती महिलाओं में 0.3 प्रतिशत है. ऐसे सूचकों के सामने होने के ...