दुनिया में एक तिहाई से ज्यादा भोजन का उत्पादन कर रहे हैं छोटे और सीमान्त किसान
छोटे और सीमान्त किसान जो दुनिया की केवल 12 फीसदी कृषि भूमि को जोत रहे हैं वो करीब 35 फीसदी भोजन का उत्पादन करते ...
जलवायु परिवर्तन के दौर में मानसून से प्रभावित जीवन और आजीविका
देश की 40% से अधिक कृषि भूमि अभी भी वर्षा पर निर्भर है और ऐसे में भारतीय किसानों को अपनी आजीविका बचाने के लिए ...
बदलती जलवायु ने तटीय मछली पालन और कृषि को खतरे में डाला: शोध
शोधकर्ताओं ने 72 तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए कृषि और मत्स्य पालन पर जलवायु परिवर्तन के कारण पड़ने वाले प्रभावों का ...
किन कार्यों से जैव विविधता को कितना हो सकता है खतरा, वैज्ञानिकों ने किया आकलन
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 'शेयर बाजार' के माध्यम से सभी प्रजातियों के मूल्य को औपचारिक रूप देने का प्रस्ताव पेश किया है, जिसे जैव ...
यूक्रेन संकट: युद्ध की भेंट चढ़ गया 48 लाख लोगों का रोजगार
यूक्रेन और रूस के बीच होते टकराव के चलते अब तक 48 लाख लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है, अनुमान है ...
खाद्यान्न संकट के हल में खाद्य प्रणालियां कितनी असरकारक!
यूक्रेन में चल रहे युद्ध ने दुनिया में खाद्य-प्रणाली पर किए जा रहे अनुसंधानों को बुरी तरह से प्रभावित किया और इसका नतीजा है ...
कीटों की संख्या में 63 फीसदी तक की गिरावट के लिए दोषी कौन?
दुनिया भर के उन क्षेत्रों में कीटों की आबादी में भारी कमी देखने को मिली है जो बड़े पैमान पर अनियोजित तरीके से होती ...
क्यों हो रहा है भारत में भूख का विस्तार?
दो दशक से गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या में अस्पष्टता के बावजूद उनके लिए शुरू की गई राशन योजना का दायरा ...
झारखंड के गरीबों को नहीं मिलता पूरा राशन, सुनने वाला कोई नहीं
भोजन का अधिकार अभियान से जुड़े सेराज कहते हैं कि कम राशन देने के नाम पर झारखंड में एक बड़ा घोटाला चल रहा है
वैश्विक कार्बन चक्र: अपेक्षा से अधिक सक्रिय है दक्षिणी महासागर की भूमिका
दक्षिणी महासागर पृथ्वी की जलवायु को नियमित करने में एक अहम भूमिका निभाता है। महासागर अतिरिक्त गर्मी का लगभग 75 फीसदी और वायुमंडल में ...
116 देशों के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 101वें पायदान पर है भारत
हाल ही में 116 देशों के लिए जारी ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत को 101वें पायदान पर रखा गया है, जो स्पष्ट तौर पर ...
खेती पर बढ़ते दबाव से जीवों की 20 हजार प्रजातियां हो सकती हैं प्रभावित
शोध में अनुमान लगाया कि बढ़ती वैश्विक आबादी को खिलाने के लिए कृषि में विस्तार करने से स्तनधारियों, पक्षियों और उभयचरों की लगभग 20 ...
फसल की पैदावार बनाए रखने के लिए मधुमक्खियों की कितनी और प्रजातियों की जरूरत होगी?
मधुमक्खी आबादी की विविधता फसल परागण को बनाए रखने के लिए जरूरी है, जो हम लोगों की खाद्य आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है।
लू और सूखा के चलते दुनिया के खाद्य उत्पादन में एक-चौथाई गिरावट की आशंका
शोधकर्ताओं ने 40 साल के आंकड़ों का अध्ययन किया है और पाया कि विशिष्ट तरंगों के चलते तीन महाद्वीपों के तापमान में वृद्धि देखी ...
गरीबों से ज्यादा बहुराष्ट्रीय कंपनियों को पोषित करेगा केंद्र का यह फैसला!
सरकारी योजनाओं के तहत अब केवल पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जाएंगे। केंद्र के इस फैसले से 3,000 करोड़ रुपए का वार्षिक ...
पीडीएस की सस्ती चीनी से केंद्र ने खींचा हाथ
बजट में पीडीएस के लिए शुगर सब्सिडी 4500 करोड़ से घटाकर 200 करोड़ रुपये की गई, राज्य सरकारों पर बढ़ेगा बोझ
कुपोषण से निपटने के लिए अहम है बायोफोर्टिफाइड चावल: वैज्ञानिक
बायोफोर्टिफाइड फसल से प्राप्त 300 ग्राम चावल से एक वयस्क व्यक्ति के लिए विटामिन बी1 के रोजमर्रा के सेवन का लगभग एक तिहाई हिस्सा ...
हर दिन बर्बाद हो रहा 100 करोड़ थालियों के बराबर खाना, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में खुलासा
दुनिया का हर इंसान सालाना औसतन 79 किलोग्राम भोजन की बर्बादी के लिए जिम्मेवार है, जिससे हर भूखे व्यक्ति को रोजाना 1.3 खुराक मिल ...
खाद्य प्रणालियों को फिर से तैयार करना होगा
जलवायु परिवर्तन का संकट मानव निर्मित है। हम जलवायु-जोखिम वाले विश्व में कृषि के वर्तमान मॉडल के साथ आगे नहीं बढ़ सकते
गरीब तक अन्न पहुंचने में लग रहा है एक पखवाड़ा
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीब परिवारों को राशन देने की घोषणा की गई थी
आवरण कथा: देसी किस्मों और जंगली प्रजातियों से ही बची है उम्मीद
अगर भारत को कुपोषण, सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी और रोगों से बचना है तो पैदावार के साथ-साथ पोषण को भी प्राथमिकता देनी होगी
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: कितना प्रभावित करेगी एमएसपी में बढ़ोत्तरी की घोषणाएं
मध्यप्रदेश में अभी किसानों से 19 प्रतिशत धान और 35 प्रतिशत गेहूं खरीदा जा रहा है। इसके अलावा पहले खरीद पर दिया जाने वाला ...
भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाने को मजबूर हो जाएंगी महासागरों की हजारों प्रजातियां
उष्णकटिबंधीय समुद्री क्षेत्रों में 2010 तक पिछले 40 वर्षों की अवधि में खुले पानी में पाई जाने वाली प्रजातियों की संख्या में आधे की ...
दुनिया भर में 1961 से कृषि उपज में हुई 21 फीसदी की कमी, जलवायु परिवर्तन है जिम्मेवार
अध्ययन में पहली बार दुनिया भर में कृषि उपज पर जलवायु परिवर्तन के मानवजनित प्रभावों का आकलन किया गया है।
अन्न को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है रूस?
ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि रूस ब्लैक सी ग्रेन डील से पीछे हट गया है और यूक्रेन की खाद्य आपूर्ति श्रंखला पर ...