जलवायु संकट: पराग कणों को ले जाने से भौंरा हो रहा है दो डिग्री से अधिक गर्म
मधुमक्खी के शरीर का तापमान प्रत्येक मिलीग्राम पराग के लिए 0.07 डिग्री सेल्सियस बढ़ा, पूरी तरह से परागण से लदी मधुमक्खियां बिना परागण की ...
जलवायु परिवर्तन की वजह से करोड़ों मोनार्क तितलियों की गई जान, जानें सफेद धब्बे कैसे मददगार हैं
शोध में 400 जंगली मोनार्क तितलियों के पंखों का विश्लेषण किया गया, उनके रंग के अनुपात को मापा, इसमें पाया कि सफल प्रवासी मोनार्क ...
दुनिया भर में जानलेवा तंबाकू की फसलों को सब्सिडी देना बंद करे सरकारें: डब्ल्यूएचओ
120 से अधिक देशों में 30 करोड़ हेक्टेयर से अधिक भूमि का उपयोग घातक तंबाकू उगाने के लिए किया जा रहा है, यहां तक ...
विश्व मधुमक्खी दिवस 2023: दुनिया की 75 फीसदी खाद्य फसलों को पालती हैं मधुमक्खियां
दुनिया की लगभग 90 फीसदी जंगली फूलों वाली पौधों की प्रजातियां, पूरी तरह से या आंशिक रूप से जीवों के परागण पर निर्भर करती ...
प्रदूषण, कीटनाशक या जलवायु परिवर्तन में से कौन है भौंरे, मधुमखियों और तितलियों जैसे परागणकों के लिए सबसे बड़ा खतरा
रिसर्च से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन परागणकों के लिए प्रमुख खतरा बनकर उभरा है, जिसे नियंत्रण करना सबसे कठिन है
आवरण कथा: अनाज से गायब हुए पोषक तत्व, अब शरीर को पहुंचा रहे हैं नुकसान
पहली बार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के वैज्ञानिकों ने इन आधुनिक किस्मों के गेहूं और चावल के पोषण मूल्य को जांचा है
बढ़ते शहरीकरण के कारण शहरों में जंगली मधुमक्खियां और तितलियां खतरे की कगार पर : शोध
मधुमक्खियों और तितलियों के पहले व्यापक विश्लेषण में 133 अध्ययनों के आंकड़ों को शामिल किया गया हैं, इसके निष्कर्ष शहरी क्षेत्रों में प्रकृति संरक्षण ...
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस: हजार गुना अधिक हो चुकी है प्रजातियों की विलुप्त होने की दर
विकासशील देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 80 प्रतिशत लोग बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल के लिए पारंपरिक पौधों पर आधारित दवाओं पर निर्भर हैं
हर साल 10,556 मीट्रिक टन फास्फोरस हो रहा है बर्बाद, पानी के प्रदूषित होने के भी आसार
दुनिया भर में लगभग तीन-चौथाई खेती की मिट्टी में फास्फोरस की कमी है, भारत जैसे एशियाई देशों में फास्फोरस की कमी सबसे गंभीर है।
कॉटन कैंडी में मिला हानिकारक रोडोमाइन-बी केमिकल, हिमाचल में बिक्री पर रोक
हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर में 20 फरवरी को कॉटन कैंडी के सैंपल भरे गए थे, जो फेल रहे
बढ़ते शहरीकरण के कारण परागण करने वाले जीवों के व्यवहार में बदलाव आ रहा है: शोध
शोध के मुताबिक, परागणकों और पौधों के बीच होने वाली क्रिया के असर की पहचान करने के लिए, एक साल तक हर महीने बेंगलुरु ...
खाद्य सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन का समाधान हैं मोटे अनाज
ग्लूटेन मुक्त होने के अलावा, मिलेट्स आयरन, कैल्शियम और जिंक से भरपूर होते हैं
फसलों पर जलवायु परिवर्तन के असर को कम क्यों आंक रही हैं एजेंसियां?
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 2021 में 82.8 करोड़ से अधिक लोगों को भूख का सामना करना पड़ा और जलवायु परिवर्तन के कारण सदी के ...
21वीं सदी के अंत तक भूमि के 20 फीसदी हिस्से में हर साल पड़ेगा सूखा, लू का प्रकोप बढ़ेगा
मध्य एशिया, पूर्वी उत्तरी अमेरिका, मध्य यूरोप, पूर्वी अफ्रीका जैसे सबसे कमजोर भौगोलिक क्षेत्रों में 21वीं सदी के अंत तक सूखा पड़ने और लू ...
अत्याधिक बारिश से धान के खेतों को खतरा, खाद्य सुरक्षा पर पड़ेगा असर
धान की उपज में पहले से ही लगभग आठ फीसदी की कमी देखी गई है, सदी के अंत तक इसमें लगभग 8.1 फीसदी की ...
15 करोड़ बच्चों के सामान्य विकास के लिए नहीं मिली पर्याप्त कैलोरी: शोध
शोध के मुताबिक, साल 2022 में, दुनिया भर में हर पांच में से एक से अधिक, लगभग 15 करोड़ बच्चों के सामान्य रूप से ...
मौसमी आपदाओं की वजह से बंदरगाहों को अरबों डॉलर का नुकसान का अंदेशा
शोध के मुताबिक, जलवायु संबंधी चरम घटनाओं के कारण हर साल लगभग 81 बिलियन डॉलर का समुद्री व्यापार खतरे में है
विश्व मधुमक्खी दिवस: परागण करने वाली प्रजातियों के विलुप्त होने की दर सामान्य से 100 से 1,000 गुना अधिक
दुनिया की लगभग 90 फीसदी जंगली फूलों वाली पौधों की प्रजातियां, पूरी तरह से या कम से कम आंशिक रूप से, जीवों के परागण ...
भारत में 67 लाख बच्चे ऐसे, जो 24 घंटे से अधिक समय तक रहते हैं पूरी तरह से भूखे
दुनिया के 92 देशों में जीरो फूड चिल्ड्रन का अध्ययन किया गया, जिनमें भारत में ऐसे बच्चों की संख्या आधे से अधिक पाई गई
नहीं मिला भोजन, भूख से आदिवासी चाय बागान मजदूर की मौत
स्वतंत्र मजदूर संगठनों की तरफ से गठित फैक्ट-फाइंडिंग टीम ने अपनी जांच में पाया कि उक्त आदिवासी चाय बागान मजदूर और उनकी पत्नी को ...
काबू में नहीं आ रही महंगाई तो चावल व्यापारियों की कसी नकेल
चुनावी वर्ष में खाद्य वस्तुओं की कीमतों को काबू करने और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने के लिए सरकार कई कदम उठा ...
साल 2050 तक किस तरह बदलेगी कृषि भूमि, शोधकर्ताओं ने एआई की मदद से लगाया पता
शोध के मुताबिक, अगले 25 वर्षों में कृषि योग्य भूमि की मात्रा बढ़ जाएगी, लेकिन यह उत्तर की ओर स्थानांतरित हो जाएगी
एशियाई शीतकालीन मॉनसूनी बारिश को 50 फीसदी तक क्यों कम आंका जाता है: शोध
एशियाई शीतकालीन मॉनसून वियतनाम, फिलीपींस, दक्षिण-पूर्व भारत, श्रीलंका और जापान के कुछ तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश लाता है, जो कृषि और जल संसाधनों ...
विलुप्त होने से बच सकती हैं लोगों द्वारा पाली जा रही 800 से अधिक शेलफिश प्रजातियां
शोधकर्ताओं ने सूची में 801 सीपों के बीच संभावित समानताएं और पैटर्न का पता लगाया है ताकि उन्हें विलुप्त होने से बचाया जा सके ...
डिब्बाबंद खाने के पैकिंग पर लगा पोषण लेबल आता है बहुत काम: अध्ययन
जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ के शोध ने फ्रंट-ऑफ-पैक पोषण लेबल (एफओपीएल) के निर्माण में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है जो स्वस्थ भोजन विकल्पों ...