धधकती आग से सिर्फ जंगल ही नहीं, जल रहा है करोड़ों का टिम्बर कारोबार
रिसर्च से पता चला है कि पिछले दो दशकों में 2.47 करोड़ हेक्टेयर लकड़ी उत्पादक जंगल आग की भेंट चढ़ गए थे, जिससे वैश्विक ...
21वीं सदी के अंत तक भूमि के 20 फीसदी हिस्से में हर साल पड़ेगा सूखा, लू का प्रकोप बढ़ेगा
मध्य एशिया, पूर्वी उत्तरी अमेरिका, मध्य यूरोप, पूर्वी अफ्रीका जैसे सबसे कमजोर भौगोलिक क्षेत्रों में 21वीं सदी के अंत तक सूखा पड़ने और लू ...
अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल: पीड़ित है प्रकृति, प्लास्टिक से भर रहे हैं महासागर
अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस की मूल जड़ें 1970 के दशक से जुड़ जाती हैं जब पर्यावरण संरक्षण राष्ट्रीय राजनीतिक एजेंडा की प्राथमिकता नहीं थी
संसद में आज (04 अप्रैल 2022): जंगलों में आग की घटनाएं रोकने के लिए तीन साल में जारी किए 125 करोड़ रुपये
किसान पोलावरम परियोजना के तहत उनकी अधिग्रहण की गई भूमि के मुआवजे को बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति एकड़ करने की मांग कर रहे ...
दुनिया भर में 90 फीसदी कैंसर होने का कारण है कार्बनिक पदार्थों का जलाया जाना : अध्ययन
कार्बनिक पदार्थों से होने वाले कैंसर के लिए बेंजो (ए) पायरीन लगभग 11 फीसदी, अन्य रसायनों से 89 फीसदी जिनमें से 17 फीसदी सड़े-गले ...
दक्षिण पूर्व एशिया में जंगल की आग से हर साल समय से पहले हो रही हैं 59 हजार मौतें
अध्ययन में पाया गया कि लाओस, कंबोडिया और म्यांमार में गरीब, ग्रामीण आबादी सूक्ष्म कण (पीएम2.5) प्रदूषण के उच्च स्तर के साए में थे।
आखिर क्यों जल उठे पहाड़ के जंगल?
समग्रता से पहाड़ की पारिस्थितिकी को समझ कर, स्थानीय परम्परा और ज्ञान को शामिल कर मानव गतिविधियों को नियंत्रित कर पहाड़ के लिए ठोस ...
विनाश की राह पर मानवता: धरती से हर मिनट गायब हो रहे 10 फुटबॉल मैदानों के बराबर उष्णकटिबंधीय जंगल
भारत से जुड़े आंकड़ों को देखें तो 2023 के दौरान देश में 21,672 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले प्राथमिक जंगलों का नुकसान हुआ है
ओण दिवस: क्या है जंगलों को आग से बचाने का शीतलाखेत मॉडल?
पर्वतीय इलाकों में खेतों में उग आई झाड़ियों व खरपतवारों को काटकर सुखाकर जलाया जाता है। इसे प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ओण, आड़ा ...
ज्वालामुखियों से वातावरण में कितना निकला पारा व कार्बन, जानने के लिए वैज्ञानिकों ने विकसित की तकनीक
ज्वालामुखीय घटनाएं जो लाखों वर्षों तक चल सकती हैं और मैग्मा का उत्पादन करती हैं जो पृथ्वी की सतह तक पहुंचती है और सैकड़ों ...
जलवायु परिवर्तन से औसतन 60 फीसदी तक बढ़ सकता है समय से पहले जन्म का जोखिम
भारत में औसतन हर घंटे 345 नवजातों का जन्म समय से पहले हो रहा है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर जटिलताएं पैदा कर ...
जलवायु संकट: जनवरी 2024 ने तोड़े पिछले रिकॉर्ड, सामान्य से 1.66 डिग्री ज्यादा रहा तापमान
वहीं पिछले 12 महीनों की बात करें तो बढ़ता तापमान डेढ़ डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर गया है, जो हमारे ग्रह पर ...
कीटों के एंटीना और रिसेप्टर्स को प्रभावित कर रहे प्रदूषण के महीन कण
प्रदूषण के कण कीटों के एंटीना और रिसेप्टर्स पर असर डाल रहे हैं, जिसकी वजह से इन नन्हे जीवों को अपना आहार, साथी, या ...
बसंत के मौसम में हिमालय में चल रही है लू, तापमान सामान्य से 7-8 डिग्री अधिक
हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में मार्च में होने वाली बारिश सामान्य से 95 फीसदी तक कम रिकॉर्ड की गई है
तीव्र जल चक्र ग्लोबल वार्मिंग को धीमा करता है: अध्ययन
उपोष्णकटिबंधीय महासागरों जैसे खारे क्षेत्रों में समुद्र की सतह के खारेपन में वृद्धि से समुद्र का पानी सघन हो जाता है
आपदाओं का साल रहा 2023, जानिए कौन सी 20 जलवायु आपदाएं आर्थिक रूप से पड़ी सबसे महंगी
2023 में आई जलवायु आपदाओं ने अमेरिका से लेकर भारत तक सभी देशों पर कहर ढाया है। वहीं सबसे महंगी आपदाओं में बाढ़, सूखा, ...
ग्लोबल वार्मिंग के कारण सालों तक बढ़ेगी ला नीना की घटनाएं: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक, बहुवर्षीय ला नीना के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए ग्रीनहाउस-गैस उत्सर्जन को कम करने पर जोर देना होगा
गर्म होती दुनिया: बढ़ेगा सूखे का अनुपात और अचानक पड़ने वाले सूखे की घटनाओं में आएगी तेजी
विशेषज्ञों ने अचानक पड़ने वाले सूखे को परिभाषित करते हुए बताया कि, यह मिट्टी की नमी के सबसे निचले स्तर से उत्पन्न होता है, ...
उत्तराखंड के जंगलों में आग की घटनाओं में दोगुनी वृद्धि, सूक्ष्मजीवों के लिए बनी मुसीबत
एक नवंबर 2023 से एक जनवरी 2024 के बीच उत्तराखंड में 1006 आग लगने की घटनाएं हुई हैं, जो पिछले साल की तुलना में ...
जलवायु में बदलाव के खतरे का सामना कर रहे दुनिया के शीर्ष 50 में नौ भारतीय राज्य शामिल
भारत में सबसे ज्यादा प्रभावित बिहार, 1990 की तुलना में 2050 तक असम को 330 प्रतिशत से अधिक जलवायु संबंधी खतरों में वृद्धि होने ...
समुद्री लू और अम्लता में वृद्धि की घटनाएं बढ़ी, जलवायु परिवर्तन एक बड़ा कारण
जब समुद्री लू और अधिक अम्लता की चरम घटनाएं एक साथ घटित होती हैं, तो इसका समुद्री पारिस्थितिक तंत्र पर गंभीर प्रभाव पड़ता है
ओजोन प्रदूषण को बढ़ा रहा है जंगल की आग से निकलने वाला धुआं: अध्ययन
जंगल की आग के धुएं से हवा की गुणवत्ता किस तरह प्रभावित होती है इस पर बेहतर समझ बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने महीनों तक ...
मानवजनित कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन से बेहताशा बढ़ रहा है तापमान: अध्ययन
अध्ययन में सेनोजोइक युग के दौरान पिछले 6.6 करोड़ वर्षों के जलवायु के रिकॉर्ड की जांच से पता लगा कि इस दौरान जलवायु में ...
सावधान! थोड़े समय के लिए भी पीएम 2.5 का साथ, हर साल निगल रहा है 10 लाख जिंदगियां
पीएम 2.5 के थोड़े समय में संपर्क में रहने से वैश्विक स्तर पर होने वाली कुल मौतों में से करीब 65.2 फीसदी यानी 663,889 ...
कॉप 27: चरम मौसम की घटनाओं का त्वचा रोग पर पड़ता है बहुत भारी असर
चरम मौसम की घटनाएं हाशिए पर रहने वाले और कमजोर आबादी को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को बढ़ाती हैं