वैश्विक प्लास्टिक संधि: क्या प्लास्टिक प्रदूषण के संकट से भावी पीढ़ियों को बचाएगी संधि?
दुनिया भर में प्लास्टिक का उत्पादन बढ़ता जा रहा है और यदि इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ तो अनुमान है कि 2050 तक यह ...
इलेक्ट्रिक कारों के प्रति भारत में बढ़ रहा मोह, बिक्री में पांच वर्षों के दौरान 11959 फीसदी की हुई वृद्धि
भारत में जहां 2019 के दौरान 680 इलेक्ट्रिक कारें बेची गई। वहीं 2023 में यह आंकड़ा 120 गुणा बढ़कर 82,000 पर पहुंच गया
वायुजनित सूक्ष्म कण तत्वों का स्वास्थ्य पर भारी असर पड़ता है : अध्ययन
शोधकर्ताओं ने बांग्लादेश, भारत और वियतनाम में भारी सूक्ष्म कण तत्वों वाले इलाकों का पता लगाया, जहां मानव गतिविधियों के कारण होने वाले तत्व ...
दुनिया में बढ़ते कार्बन उत्सर्जन के लिए 'जिम्मेवार' कंपनियों में कोल इंडिया, अदाणी इंटरप्राइजेज शामिल
इन्फ्लुएंस मैप द्वारा जारी रिपोर्ट में 80 फीसदी कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के लिए 57 कंपनियों को जिम्मेवार बताया गया है
जलवायु संकट: 1979 के बाद से लू के दिनों में हुई वृद्धि, आठ की बजाय अब 12 दिन झेलने पड़ते हैं लू के थपेड़े
1979 के बाद से, दुनिया भर में लू 20 फीसदी अधिक धीमी गति से चल रही हैं, जिसका अर्थ है कि अधिक लोग लंबे ...
कॉप-26: क्या है वैश्विक मीथेन संकल्प, यहां जानें
मीथेन को घटाने से 2050 तक ग्लोबल वार्मिंग 0.2 डिग्री सेल्सियस कम हो सकती है
1950 से बढ़ती ऊर्जा खपत ने पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया
18 वैज्ञानिकों ने एक समूह ने 1950 से लेकर अब तक हुई ऊर्जा खपत का विश्लेषण किया है
खाद्य प्रणालियां और कॉप-28: क्या पक्षकारों के बीच स्थाई दृष्टिकोण पर बन पाएगी आम सहमति?
कॉप-28 ने खाद्य प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक विशिष्ट दिन निर्धारित करके एक मिसाल कायम की है
प्रकृति को बचाने के अपने ही तय लक्ष्यों को पूरा नहीं कर रहे हैं कई देश
1970 के बाद से 70 प्रतिशत के करीब जंगली जानवर, पक्षी और मछलियां गायब हो गई हैं
आपदाओं का साल रहा 2023, जानिए कौन सी 20 जलवायु आपदाएं आर्थिक रूप से पड़ी सबसे महंगी
2023 में आई जलवायु आपदाओं ने अमेरिका से लेकर भारत तक सभी देशों पर कहर ढाया है। वहीं सबसे महंगी आपदाओं में बाढ़, सूखा, ...
2030 तक विकसित देशों को जीवाश्म ईंधन से करना होगा किनारा, कमजोर देशों को है मदद की दरकार
अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपियन यूनियन, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने उत्सर्जन में जितनी कटौती का जिक्र अपने एनडीसी में किया है उन्हें निष्पक्ष रहने के लिए ...
'नेताओं की निष्क्रियता ने विरोध के लिए किया मजबूर', कॉप28 में विरोध के बाद 12 वर्षीय मणिपुरी कार्यकर्ता ने साझा की कहानी
मणिपुर की इस 12 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता का कहना है कि चरम मौसमी घटनाओं के व्यक्तिगत अनुभवों और शिक्षकों ने उन्हें कार्रवाई के लिए ...
कॉप28: विकसित देशों का अनकहा रुख, ‘हानि और क्षति फंड से अधिक न करें उम्मीद’
अमेरिका और सऊदी अरब को रोड़ा अटकाने वाला बताया जा रहा है। वहीं विकसित देशों की योजना 2050 तक जीवाश्म ईंधन का उपयोग जारी ...
भारत में हर साल करीब 22 लाख जिंदगियां छीन रहा है हवा में घुला जहर: बीएमजे रिसर्च
रिसर्च से पता चला है कि खुली हवा में मौजूद प्रदूषण हर साल 83 लाख से ज्यादा जिंदगियों को निगल रहा है, जिसके 61 ...
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर बेहतर प्रदर्शन कर रहा भारत, सीसीपीआई 2024 में केवल तीन देशों से है पीछे
इस साल जारी जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2024 में भारत को सातवें पायदान पर रखा गया है, हालांकि पहले तीन स्थानों के लिए उपयुक्त ...
कॉप28: तो क्या ऐतिहासिक उत्सर्जकों में शामिल हो जाएगा भारत और चीन?
विशेषज्ञों का कहना है कि वित्त और कोयले से किनारा कई विकासशील देशों के लिए महत्वपूर्ण पहलू हैं
बढ़ते तापमान ने नवंबर में फिर तोड़ा रिकॉर्ड, औसत से 1.75 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा तापमान
एक तरफ जहां वैश्विक नेता जलवायु परिवर्तन पर चर्चा कर रहे हैं वहीं बढ़ता तापमान नए रिकॉर्ड बना रहा है, ऐसा ही कुछ नवंबर ...
कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो दिया गया ध्यान, लेकिन इक्विटी को कर दिया नजरअंदाज: सीएसई
सीएसई का कहना है कि कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो ध्यान दिया गया, लेकिन इक्विटी के मुद्दे को पूरी तरह नजरअंदाज ...
जलवायु संकट: बढ़ रहा दिन और रात के बीच तापमान का अंतर, फसल व स्वास्थ्य पर पड़ेगा असर
शोधकर्ताओं का मानना है कि दिन और रात के बीच बढ़ते तापमान का यह अंतर फसलों की पैदावार और पौधों के विकास के साथ-साथ ...
प्रदूषण रहित ईंधन से चलने वाले चूल्हों के नाम पर हो रहा है खेल: रिपोर्ट
रिसर्च से पता चला है कि क्लीन कुकस्टोव के जलवायु पर पड़ते सकारात्मक प्रभावों को परियोजनाएं 10 गुना अधिक बढ़ा चढ़ाकर बता रही हैं
कॉप 27: 2022 के दौरान भारत के उत्सर्जन में हो सकती है 6 फीसदी की वृद्धि, चीन में आएगी गिरावट
रिपोर्ट से पता चला है कि अगर मौजूदा उत्सर्जन जारी रहता है तो दुनिया 9 वर्षों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि को पार ...
कोयला खदानों के बंद होने से 2050 तक 9.90 लाख मजदूरों की हो सकती है छंटनी, भारत में भी दिखेगा असर
आधिकारिक तौर पर भारत अपनी सक्रिय खदानों में करीब 337,400 श्रमिकों को रोजगार देता है। पता चला है कि 2050 तक कोल इंडिया से जुड़ी ...
स्टील और सीमेंट क्षेत्र से होने वाले उत्सर्जन को बिना कीमत बढ़ाए किया जा सकता है कम
विश्लेषण में यह भी सामने आया है कि कीमतों में वृद्धि किए बिना भी स्टील उत्सर्जन को 25 फीसदी और सीमेंट क्षेत्र से होने ...
फसलों के अवशेषों को बायोचार में बदलने से वायु प्रदूषण से मिल सकती है निजात
शोध में पाया गया है कि, 12 देशों के पास फसल अवशेषों को बायोचार में बदल कर अपने वर्तमान कुल ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के ...
नए शिखर पर पहुंचा ग्रीनहाउस गैसों का स्तर, 2022 में रिकॉर्ड 417.9 पीपीएम दर्ज किया गया कार्बन डाइऑक्साइड
डब्ल्यूएमओ द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 2022 में कार्बन डाइऑक्साइड का औसत वार्षिक स्तर रिकॉर्ड 417.9 पीपीएम पर पहुंच गया, जो औद्योगिक काल से ...