आर्थिक सर्वे : किसानों ने कम किया उपभोग तो नीचे बैठ गई विकास दर
सस्ते अनाज ने किसानों को कम पैदावार के लिए मजबूर किया जिसके कारण उपभोग पर भी खर्च कम हुआ।
विश्व गुरू का मास्टरस्ट्रोक
मरियल सा आदमी बोला, “मैंने सभी गैसों के नाम बदलकर ऑक्सीजन रख दिया है। पुरानी सरकारों ने गैसों को अलग-अलग नाम में बांटकर उन्हें ...
यह संभावित स्टैगफ्लेशन यानी उच्च मुद्रास्फीति और अर्थव्यवस्था में ठहराव है
विश्व बैंक का अनुमान है कि 2022 में वैश्विक विकास दर घटकर 2.9 फीसदी रह जाएगी, जो 2021 में 5.7 प्रतिशत थी, जबकि विकासशील ...
भारत के जरिए दुनिया में गेहूं निर्यात से महंगाई पर काबू पाने की कसरत जारी
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अप्रैल माह में फूड प्राइस इंडेक्स में भारत के गेहूं निर्यात की वजह से महंगाई ...
एक ऐसा गांव जिसमें इमली के पेड़ों से आंकी जाती है जीडीपी
जब प्रमुख खाद्य अनाज सस्ता हो रहा है, तो जंगलों के किनारे बसने वाले इस गांव में खेती से इतर, इमली के पेड़ अर्थव्यवस्था ...
बैठ ठाले: अमृत काल में अमृत मंथन
विश्वमोहिनी मीडिया आम जनता को कभी मंदिर-मस्जिद में उलझाती तो कभी नेहरू-पटेल-जिन्ना-पाकिस्तान पर
बजट 2022-23: भविष्य की आधारशिला कितनी मजबूत?
केंद्रीय बजट 2022-23 में मौजूदा साल तक निर्धारित विकास लक्ष्यों पर बात नहीं की गई, लेकिन देश को 2047 तक एक नई यात्रा पर ...
आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22: यहां पढिए सरकार ने सतत विकास, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के लिए क्या कहा
समीक्षा रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले एक दशक के दौरान भारत के वन क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
बैठे ठाले: कोटा फैक्टरी में कालिया
“यह सोचकर खुश होना चाहिए कि आने वाले कल के मुकाबले हम आज सुखी हैं क्योंकि कल पेट्रोल 100 के पार चला जाएगा!”
बजट 2020-21: जानें, खास बातें
1 फरवरी 2020 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2020-21 का बजट पेश किया। ये हैं बजट भाषण के प्रमुख अंश-
नई सुरक्षा स्याही से रुक सकती है नकली नोटों की जालसाजी
इस स्याही का विकास प्रतिदीप्ति (फ्लूअरेसन्स)-स्फुरदीप्ति (फॉस्फोरेसेंस) सिद्धांत पर आधारित है, जो एक तरंग दैर्ध्य की आवृत्ति पर ही दो रंगों का उत्सर्जन करती ...
आर्थिक सर्वेक्षण 2020: क्या जीडीपी को बीतें सालों में बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया
सरकार पर यह आरोप लगता रहा है कि जीडीपी के आंकड़ों में हेरफेर की जा रही है, आर्थिक सर्वेक्षण में इस पर खास जानकारी ...
2020-21 में जीडीपी में 7.7 फीसदी गिरावट का अनुमान, कृषि में होगी वृद्धि
एनएसओ की रिपोर्ट बताती है कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है
कोविड-19: जीडीपी में आ सकती है 25% गिरावट, लेकिन कृषि में 3% वृद्धि: रिपोर्ट
नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लॉयड इकोनॉमिक रिसर्च की रिपोर्ट में सभी क्षेत्रों में गिरावट के बावजूद कृषि क्षेत्र में वृद्धि की संभावना जताई गई है
राजस्थान बजटः कृषि के लिए 11,182 करोड़ आवंटित, नहीं हुई बड़ी घोषणाएं
इस साल के बजट में किसानों को दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज के अनुदान के रूप में सरकार सहकारी बैंकों को 534 करोड़ ...
कोविड-19 के चलते इस साल पर्यटन को हुआ 150 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान
2019 के दौरान वैश्विक जीडीपी में पर्यटन की हिस्सेदारी करीब 4 फीसदी की थी जो 2020 में घटकर 1.8 फीसदी रह गई थी। वहीं ...
पर्यावरण की दशा-दिशा 2020: कोविड-19 के असर से वैश्विक विकास दर 2 प्रतिशत कम होगी
कोविड-19 के प्रभाव से विकसित देशों की अर्थव्यवस्था में 2020 में 6.1 प्रतिशत की गिरावट आएगी। भारत की विकास दर में 1.9 प्रतिशत कमी ...
बजट 2020-21: क्या कहते हैं देश के पांच परिवार?
बजट 2020-21 को लेकर डाउन टू अर्थ ने देश के गांव, तहसील, जिले, राज्य की राजधानी और देश की राजधानी में रह रहे परिवारों ...
महामारी के वक्त कृषि क्षेत्र ने बनाई बढ़त, आर्थिक विकास में उद्योग से ज्यादा हिस्सेदारी
जून तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद ( जीडीपी) में 23.9 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन कृषि एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जिसमें ...
क्या कृषि क्षेत्र में वृद्धि से किसानों को फायदा होगा?
पहली तिमाही में जीडीपी में वृद्धि दर करने वाला एकमात्र कृषि क्षेत्र है, खरीफ की बुआई भी रिकॉर्ड तोड़ है, लेकिन क्या इसका फायदा ...
भारतीय अर्थव्यवस्था की मुसीबत बढ़ा सकता है बढ़ता तापमान: ग्लोबल रिपोर्ट
मैक्किंजे ग्लोबल इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट में 2030 तक भारत को 2.5 से 4.5 फीसदी तक जीडीपी के नुकसान की आशंका जताई गई है
बजट 2021: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट की खास बातें
लाइव अपडेट : महामारी में गुजरे साल को देखते हुए मौजूदा बजट में राहत की उम्मीद
जलवायु परिवर्तन से विकासशील देश होंगे सबसे अधिक प्रभावित
अध्ययन में दुनिया के 82 देशों के विश्लेषण के बाद कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से सबसे अधिक नुकसान विकासशील देशों ...
पुस्तक समीक्षा: क्रूर भविष्य की 'उलटी गिनती'
दूसरे महायुद्ध और महामंदी के बाद आए तेज विकास का सबसे बड़ा संसाधन आबादी थी। अमेरिका और चीन में लगभग दो पीढ़ियों ने इस ...
कार्टूनिस्ट की नजर में आम बजट 2022-23
डाउन टू अर्थ के कार्टूनिस्ट सोरित गुप्तो ने आम बजट 2022-23 पर अपनी प्रतिक्रिया कुछ ऐसे व्यक्त की