अपेक्षा से अधिक तेजी से पिघल रहे हैं पानी के नीचे के ग्लेशियर : वैज्ञानिक
अध्ययन में अलास्का में 20 मील लंबे लेकोन ग्लेशियर के सामने समुद्र का सर्वेक्षण किया गया। समुद्री रोबोटों ने पहली बार यह संभव कर ...
जलवायु परिवर्तन की भेंट चढ़ा 700 साल पुराना ग्लेशियर
एक अनुमान के अनुसार आने वाले 200 वर्ष में विश्व के सभी ग्लेशियरों का यही हाल होने वाला है।
इंसान के कदम रखने से पहले ही दूषित हो चुके थे हिमालय के ग्लेशियर: स्टडी
हिमालय पर औद्योगिक क्रांति के प्रमाण मिले हैं। जिसके आधार पर माना जा रहा है कि इंसान के कदम रखने से बहुत पहले ही ...
जासूसी उपग्रह की तस्वीरों से हुआ खुलासा, क्यों तेजी से पिघल रही है हिमालय की बर्फ
इंग्लैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट एंड्रयूज के तीन वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया है कि हिमालय के बर्फ से पर्वत पर झीलों की ...
तिब्बती ग्लेशियर की 15 हजार साल पुरानी बर्फ में मिले वायरस
शोधकर्ताओं ने प्राचीन नमूने को सबसे पहले फ्रीजर में रखा, रखने से पहले प्रत्येक टुकड़े की बाहरी परत को पहले काट दिया था, ताकि ...
तेजी से पिघल रहे हैं गंगोत्री के सहायक ग्लेशियर
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि करीब 27 वर्षों में चतुरंगी ग्लेशियर की सीमा करीब 1172 मीटर से अधिक सिकुड़ गई है
हिमनद: जानकारी का संकट
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा सूचीबद्ध भारतीय हिमालय के 9,575 ग्लेशियरों में से केवल 25 के ग्राउंड डेटा उपलब्ध है।
पहले ही आधे सिकुड़ चुके स्विस ग्लेशियरों का पिघलना और हुआ तेज: अध्ययन
अनुमान है कि 2016 से पहले ग्लेशियर आधे पिघल चुके थे, लेकिन 2016 के बाद तेजी आई और छह वर्षों में 12 प्रतिशत हिस्सा ...
80 के दशक से शुरू हुआ था ग्रीनलैंड की बर्फ का नुकसान होना
अध्ययन में 200 से अधिक ग्लेशियरों के 20 हजार से अधिक उपग्रह छवियों की समीक्षा की गई, इनमें से विश्लेषण के लिए लगभग 3,800 ...
बढ़ते तापमान के कारण लद्दाख की जांस्कर घाटी में पीछे हट रहे हैं ग्लेशियर
अध्ययन से पता चलता है कि हवा के तापमान में निरंतर वृद्धि के कारण ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं
चमोली आपदा : रॉक एवलांच की वैज्ञानिकों ने की पुष्टि, चट्टानी मलबे से बने अस्थायी डैम ने मचाई तबाही
चमोली की घटना पर ग्राउंड रिपोर्ट के बाद कयासों को विराम लग गया है कि ग्लेशियर का टूटना और बाढ़ की विपदा के बीच ...
वैज्ञानिकों ने ग्लोबल वार्मिंग पर लगाम लगाने वाले हिमालयी ग्लेशियरों के रहस्य से पर्दा उठाया
अध्ययन में इस बात का पता लगाया गया है कि काराकोरम रेंज में ग्लेशियरों के कुछ हिस्से ग्लोबल वार्मिंग के कारण इनके पिघलने को ...
उष्णकटिबंधीय तूफानों से पिघल रही है अंटार्कटिका की बर्फ: अध्ययन
विपरीत वायु प्रसार, आंधी और मौसम के पैटर्न के कारण होते हैं, जो कि मध्य उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र के वातावरण में गर्म हवा के ...
ग्लोबल वार्मिंग के चलते हिमालय क्षेत्र की हजारों झीलों पर मंडरा रहा है बाढ़ का खतरा
विश्लेषण से पता चला है कि हिमालय क्षेत्र की करीब 5,000 झीलों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जबकि पूर्वी हिमालय में बाढ़ ...
विशेषज्ञों ने कहा, उत्तराखंड में तबाही की वजह हो सकती है कम बर्फबारी
विश्षेज्ञों का कहना है कि इस बार उत्तराखंड में बर्फबारी कम हुई है, संभव है कि इस वजह से ग्लेशियर कमजोर पड़ गए हैं
अंटार्कटिक की बर्फ के शेल्फ के टूटने की गति को कम कर सकता है बर्फीली गोंद
शोधकर्ताओं ने लार्सन सी आइस शेल्फ में ऊपर से नीचे की 11 दरारों का आकलन किया ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि कौन ...
कम कठोर ग्लेशियरों में होती है सबसे अधिक बर्फ: अध्ययन
अध्ययन में बर्फ की चादर के द्रव्यमान का अनुमान लगाने में गुरुत्वाकर्षण और गर्मी से पड़ने वाले दबाव की भूमिका के बारे में पता ...
हर साल 2,000 टन से अधिक मीथेन का उत्सर्जन का कारण बन रहे हैं आर्कटिक के पिघलते ग्लेशियर
शोध के मुताबिक, मीथेन उत्सर्जन का एक बड़ा स्रोत होने के बावजूद पिघलते ग्लेशियरों को अब तक वैश्विक मीथेन बजट के अनुमानों में शामिल ...
क्या ग्रीनलैंड के भालू बदलती जलवायु का मुकाबला बेहतर तरीके से कर रहे हैं?
ग्रीनलैंड के ये भालू अन्य आर्कटिक भालुओं की तुलना में पतले होते हैं, जिनमें मादाओं का वजन लगभग 185 किलोग्राम होता है, जबकि उत्तरी ...
हर साल औसतन 87 हजार वर्ग किलोमीटर सिकुड़ रहे हैं पृथ्वी पर जमे हुए पानी वाले इलाके
जमे हुए पानी वाले सभी इलाके मुख्य रूप से उत्तरी गोलार्ध में तेजी से घट रहे हैं, जिसमें हर साल लगभग 102,000 वर्ग किलोमीटर ...
2021-2050 के दौरान उत्तराखंड में 1.6-1.9 डिग्री तक बढ़ सकता है तापमान
एक नए अध्ययन के अनुसार, पलायन को रोकने के लिए पर्वतीय इलाकों में आजीविका के वैकल्पिक तौर-तरीके विकसित करने होंगे
ग्लेशियरों के पिघलने से बनी झीलों के बढ़ते खतरे के लिए ग्लोबल वार्मिंग है जिम्मेवार
अध्ययन में पेरू के एंडीज में पाल्कोकाचा झील के मामले की जांच की गई, जो 1.5 लाख लोगों के लिए विनाशकारी हो सकता है
सदी के अंत तक पिघल जाएंगे हिमालय के हिंदु कुश क्षेत्र के एक-तिहाई ग्लेशियर
वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री तक रोकने में सफलता मिलने के बावजूद हिन्दु कुश क्षेत्र के तापमान में 2.1 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी ...
भारत, पाकिस्तान में बढ़ रहा है ग्लेशियरों से बनी झीलों में घातक बाढ़ का खतरा
अध्ययन में कहा गया है कि 1.5 करोड़ लोग ग्लेशियरों से भरी झीलों के फटने से आने वाली बाढ़ के खतरे में हैं
पिछले 30 वर्षों में अंटार्कटिका ग्लेशियरों के पिघलने की वर्तमान दर दोगुनी हो गई है: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक अंटार्कटिका के ग्लेशियर 5,500 वर्षों की तुलना में सबसे तेज गति से पिघल रहे हैं