जानिए, क्या है वैश्विक भूख सूचकांक और क्यों पिछड़ रहा है भारत?
भारत में भूख के चिंताजनक पहलू पर रोशनी डालते वैश्विक भूख सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स) पर दस सवाल...
कमजोर बच्चों के मामले में भारत सबसे ऊपर: ग्लोबल हंगर इंडेक्स
ग्लोबल हंगर इंडेक्स के अनुसार, भारत में 6 से 23 माह के 90.4 फीसदी बच्चों को जितने खाने की जरूरत है, उतना भी नहीं ...
ग्लोबल हंगर इंडेक्स: जलवायु परिवर्तन के कारण करोड़ों लोग रह जाते हैं भूखे, भारत पर भी असर
ग्लोबल हंगर इंडेक्स से पता चला है कि जो देश सूखे और संघर्ष से ग्रस्त हैं, वहां लोगों को पर्याप्त भोजन नहीं मिल पा ...
भारत में मोटापा बढ़ रहा है, जबकि दुनिया में भूख पीड़ित बढ़ रहे हैं: अध्ययन
जैसे-जैसे दुनिया भर में लोग भूख से पीड़ित हो रहे हैं, भारत में लोग मोटे होते जा रहे हैं। साथ ही देश में कुपोषितों ...
भूख और भूख सूचकांक को स्वीकारना जरूरी है!
भूख को जब समग्रता में नहीं देखा जाता है तब तथ्यों को नकारा जाता है। वैश्विक भूख सूचकांक के रिपोर्ट के साथ भी यही ...
भारत में भूख का स्तर गंभीर
12 अक्टूबर को जारी वैश्विक भूख सूचकांक बताता है कि देश में भूख और कुपोषण की समस्याएं व्यापक स्तर पर फैली हुई हैं।
संसद में आज: जनवरी 2023 में उत्तर भारत में शीतलहर की 74 घटनाएं दर्ज की गई
देश में महिला शोधकर्ताओं (एफटीई) की संख्या 56,747 है जो कि कुल शोधकर्ताओं का 16.6 फीसदी है
संसद में आज (22 जुलाई 2022): देश में गेहूं का कोई संकट नहीं है-कृषि मंत्री
मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 2020 में उत्तर प्रदेश में कैंसर के 2,01,319 मामले थे जो कि देश भर में सबसे अधिक हैं