डाउन टू अर्थ खास: भारत में इस साल कितनी खतरनाक पड़ रही है गर्मी
मार्च से शुरू हुआ भीषण गर्मी के आंकड़ों का डाउन टू अर्थ ने विश्लेषण किया है और साथ ही इसके प्रभाव की भी पड़ताल ...
जलवायु इतिहास का एक और रिकॉर्ड, 2022 में सातवीं सबसे गर्म फरवरी
इस वर्ष फरवरी 2022 का औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.81 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था, जबकि फरवरी 2016 में तापमान 1.26 ...
माउंट एवरेस्ट के इलाके की जलवायु में आ रहा है भारी बदलाव: खुलासा
माउंट एवरेस्ट के इलाके में मौसम संबंधी बदलावों के आधार पर 1960 से हर दशक के बाद तापमान में लगभग 0.33 डिग्री सेल्सियस की ...
चिंताजनक हालात, 11 फीसदी समुद्री जीवों के शरीर में पाया गया प्लास्टिक
अध्ययन में कहा गया है कि प्लास्टिक उत्पादन, उपयोग और निपटान कुल ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन बजट का 10 से 20 फीसदी हो सकता है।
तेजी से पिघल रहा माउंट एवरेस्ट का सबसे ऊंचा ग्लेशियर: अध्ययन
यह ग्लेशियर जो समुद्र तल से लगभग 7,906 मीटर ऊपर है, सतह पर बनने वाली बर्फ की तुलना में 80 गुना तेजी से पतला ...
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर में पहली बार बर्फ की 800 झीलों का लगाया पता
दुनिया भर में हजारों बर्फ से बनी झीलें हैं, लेकिन अब तक, उनका विवरण सामूहिक रूप से नहीं रखा गया था
इतिहास का छठा सबसे गर्म वर्ष था 2021, एनओएए ने की पुष्टि
एनओएए के अनुसार 2021 का वार्षिक औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.84 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
सूखा ‘लू’ को बढ़ाता है, नमी की कमी से ‘लू’ घातक नहीं होती है: शोध
सूखी जमीन से वाष्पीकरण कम होता है और हवा में नमी कम हो जाती है, नमी में गर्मी के प्रभाव को बढ़ाने वाला असर ...
लैंडफिल में खाद के उपयोग से पर्यावरणीय फायदे हो सकते हैं : अध्ययन
उत्तरी कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के एक नए अध्ययन में पाया गया है कि लैंडफिल में खाद का उपयोग करने से महत्वपूर्ण पर्यावरणीय फायदे हो ...
ब्रह्मपुत्र नदी में बढ़ सकती है बाढ़ की विभीषिका, गर्म जलवायु है जिम्मेवार
शोधकर्ताओं ने बताया कि गर्म होती जलवायु मानसूनी बारिश की गति को तेजी से बढ़ाएगी जिससे ब्रह्मपुत्र का जल प्रवाह बढ़ेगा और बाढ़ की ...
क्या तापमान में 1.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ खत्म हो जाएंगी यह खूबसूरत प्रजातियां
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ प्रजातियों ने अपनी खाने की आदतों को बदल लिया है कुछ ने अपने आवास को, पर जो ...
ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर का एक हिस्सा टिपिंग प्वाइंट के करीब पहुंचा
ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर के पिघलने से दुनिया भर में समुद्र स्तर के 7 मीटर तक बढ़ने के आसार हैं, साथ ही प्रमुख ...
कभी भी ढह सकता है अंटार्कटिका हिमखंड का तीसरा हिस्सा
अध्ययन में पाया गया कि बढ़ते तापमान की वजह से अंटार्कटिका के बर्फ वाले क्षेत्रों का 34 फीसदी और अंटार्कटिक प्रायद्वीप पर 67 फीसदी ...
एक डिग्री तापमान बढ़ने से 5 फीसदी कम हो सकता है आर्थिक विकास: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस के अतिरिक्त बदलाव आने से क्षेत्रीय आर्थिक विकास दर में औसतन 5 प्रतिशत की कमी ...
नदियों से भारी मात्रा में उत्सर्जित हो रही है मीथेन, इसे रोका जा सकता है, लेकिन कैसे?
यह शोध इसलिए अहम है जो बताता है कि, मीठे पानी के संरक्षण और बहाली के प्रयासों से मीथेन उत्सर्जन में कमी लाई जा ...
ग्लोबल वार्मिंग के कारण ग्रीनलैंड की तैरती बर्फ में 42 फीसदी की गिरावट आई: वैज्ञानिक
वैज्ञानिक इसके पीछे समुद्र के तापमान में वृद्धि होना बता रहे हैं, जिससे क्षेत्र में गर्म धाराएं बह रही हैं और ग्लेशियर पिघल रहे ...
वैज्ञानिकों ने समुद्र में ऑक्सीजन की कमी का बनाया एटलस
शोधकर्ताओं ने 40 वर्षों में एकत्र किए गए लगभग 1.5 करोड़ सेंसर मापों को एक साथ जोड़ा और समुद्र के उन क्षेत्रों को मापा ...
पेड़ों को काटे जाने से 49 लाख लोगों का बाहर काम करना हुआ मुश्किल: अध्ययन
1 लाख लोग ऐसे स्थानों में रह रहे हैं जहां पेड़ों के काटे जाने से जुड़े तापमान में वृद्धि के कारण प्रति दिन 2 ...
बढ़ते तापमान से शरीर के लिए जरूरी ओमेगा-3 फैटी एसिड में हो सकती है कमी: अध्ययन
जैसे-जैसे ग्लोबल वार्मिंग बढ़ेगी प्लवक द्वारा उत्पादित ओमेगा-3 फैटी एसिड और कम होता जाएगा
सीबीडी कॉप-15: यूएन का निष्क्रिय प्रकृति संरक्षण समझौता विफल हो जाएगा, कार्यकर्ताओं ने दी चेतावनी
जैव विविधता की रक्षा के लिए हमें पहले स्वदेशी लोगों की रक्षा करने की आवश्यकता है, स्वदेशी लोग जैव विविधता की रक्षा कर रहे ...
9 से 18 मीटर तक गिर सकता है झीलों का जल स्तर
बढ़ते तापमान के कारण, सदी के दौरान कैस्पियन सागर का सतही क्षेत्र 23 से 34 फीसदी तक सिकुड़ जाएगा, इसकी वजह से जैव विविधता ...
लुप्त होते ग्लेशियरों के कारण ऊंचे पहाड़ों की जैव विविधता पर मंडराया खतरा
जलवायु परिवर्तन के कारण पर्वत श्रृंखला में प्रमुख अकशेरूकीय आबादी के अब और 2100 के बीच भारी बदलाव होने के आसार हैं
जलवायु और लोगों पर पड़ने वाले असर का अहम सुराग दे रहा है नदियों का बढ़ता तापमान
नदी का तापमान पानी की मूलभूत गुणवत्ता का अहम हिस्सा है जो बहते पानी में प्राकृतिक, रासायनिक और जैविक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है
पूर्वी प्रशांत क्षेत्र में मूंगे की चट्टानें 2060 तक ही रह सकती हैं जिंदा: अध्ययन
जब तक दुनिया भर में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम नहीं किया जाता और बड़े पैमाने पर बढ़ते तापमान पर लगाम नहीं लगती है, ...
2100 तक अंटार्कटिका के एम्परर पेंगुइन समेत 97 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्ति का साया
जलवायु परिवर्तन को कम करके तापमान को 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने से 68 प्रतिशत स्थलीय प्रजातियों और समुद्री पक्षियों को फायदा होगा