क्या 2070 तक गायब हो जाएंगे ओलंपिक नेशनल पार्क के ग्लेशियर?
1900 के बाद से, ओलंपिक प्रायद्वीप में आधे ग्लेशियरों के हिस्से का नुकसान हो चुका है और 1980 के बाद से, 35 ग्लेशियर और ...
अच्छी खबर: विरंजन के बाद तेजी से बहाल हो रही हैं हिंद महासागर की मूंगे की चट्टानें
अध्ययनकर्ता ने प्रवाल कार्बोनेट बजट को मापने के लिए गणना आधारित रीफ बजट विधि विकसित की है
2015 से 2021 थे इतिहास के 7 सबसे गर्म साल, पांचवे स्थान पर रहा 2021
2021 की बात करें तो वो इतिहास का पांचवा सबसे गर्म साल था। जब तापमान औसत से करीब 1.16 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया ...
क्या सच में जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ सकती है धान की पैदावार
तापमान में हो रही वृद्धि के कारण ठन्डे इलाकों में भी धान की एक से ज्यादा बार फसल प्राप्त की जा सकती है
भविष्य में हीटवेव से लाखों लोगों की जा सकती है जान : अध्ययन
ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन सन 2100 तक इसी दर पर जारी रहता है, तो भविष्य में हीटवेव प्रति 1 लाख पर लगभग 73 लोगों ...
अंटार्कटिका में ग्लेशियरों से टूट कर अलग हुआ दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड ‘ए-76’
अंटार्कटिका में ग्लेशियर से टूट कर दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड अलग हुआ है| जिसका कुल क्षेत्रफल 4,320 वर्ग किलोमीटर का है
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 43 फीसदी शहरों के पास नहीं है कोई योजना
812 शहरों पर किए इस सर्वेक्षण में से 93 फीसदी ने माना वो किसी न किसी रूप में जलवायु परिवर्तन से जुड़े खतरों को ...
जलवायु परिवर्तन के चलते भारत में जीडीपी को हो सकता है 35.1 फीसदी तक का नुकसान
भारत में सबसे ज्यादा नुकसान स्वास्थ्य, कृषि और पर्यटन को होगा जिसके लिए उससे निपटने की हमारी तैयारियों में कमी भी काफी हद तक ...
तापमान के 1 डिग्री बढ़ने से लोगों के विस्थापित होने के खतरे में 50 फीसदी की होगी वृद्धि
इस सदी के अंत तक नदी की बाढ़ से विस्थापित होने वाले लोगों का विश्व स्तर पर औसत खतरा दोगुना, 110 फीसदी होने का ...
भारत में आगे क्या लाएगा अल-नीनो?
भारत की महत्वपूर्ण मॉनसूनी वर्षा अल नीनो के कारण बाधित हो सकती है जो फसल उत्पादन के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय है।
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं आर्कटिक के कारिबू और मस्कॉक्सन
टुंड्रा सामुदायिक विविधता धरती के उन भागों में लगभग दोगुनी दर से गिर गई जहां शाकाहारी जानवरों को उन भागों की तुलना में बाहर ...
पिछले 38 सालों में उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के ग्लेशियरों की 93 फीसदी बर्फ हुई गायब
दूसरा सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय ग्लेशियरों का इलाका, क्वेल्काया आइस कैप का सतही क्षेत्र है, जहां 1976 से 2020 तक बर्फ के क्षेत्र में 46 ...
कपास उत्पादक देशों पर बढ़ रहा है जलवायु परिवर्तन का खतरा
जलवायु परिवर्तन के कारण 50 फीसदी कपास पर सूखे का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ जाएगा। इसी तरह 20 फीसदी उत्पादक क्षेत्रों को बाढ़ के ...
पिछले 20 वर्षों में भारत सहित दुनिया के 150 करोड़ लोगों को सूखे ने किया है प्रभावित
1998 से 2017 के बीच 150 करोड़ से भी ज्यादा लोग सीधे तौर पर सूखे से प्रभावित हुए हैं, साथ ही इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को 9.2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ ...
2030 तक सभी देशों को भूमि सुधार के अपने वादों को निभाना होगा: संयुक्त राष्ट्र
रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल, हम अपने वैश्विक आर्थिक उत्पादन के 10 प्रतिशत से अधिक मूल्य की पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को ...
92 फीसदी देशों में हर दूसरे साल चरम पर पहुंच सकती है गर्मी: अध्ययन
दुनिया भर के 165 देशों में किए गए अध्ययन में से 92 प्रतिशत देशों में हर दो साल में गर्म वार्षिक तापमान में अत्यधिक ...
पिछले 30 वर्षों में अंटार्कटिका ग्लेशियरों के पिघलने की वर्तमान दर दोगुनी हो गई है: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक अंटार्कटिका के ग्लेशियर 5,500 वर्षों की तुलना में सबसे तेज गति से पिघल रहे हैं
गल रहा है आर्कटिक पर्माफ्रोस्ट, वायुमंडल में मिल रही है 14 करोड़ टन कार्बन और 53 लाख टन मीथेन
शोधकर्ताओं ने समुद्री इलाके की मिट्टी की सतह से अतीत और वर्तमान में कार्बन भंडार के आकार का अनुमान लगाया है, इससे यह पता ...
शोधकर्ताओं ने बनाया दुनिया का पहला पर्यावरण अनुकूल, ऊर्जा बचाने वाला पेंट
तापमान में अंतर प्लास्मोनिक पेंट करने से ऊर्जा में महत्वपूर्ण बचत होगी। ठंडा करने के लिए कम बिजली का उपयोग करने से कार्बन डाइऑक्साइड ...
आने वाले 10 से 12 सालों में गर्मी अपने चरम तक पहुंच जाएगी, ऐसे चला पता
मशीन लर्निंग का उपयोग करने वाले दो जलवायु वैज्ञानिकों ने गणना की, कि पृथ्वी 2033 से 2035 के बीच 1.5 डिग्री सेल्सियस के निशान ...
भारत, पाकिस्तान में बढ़ रहा है ग्लेशियरों से बनी झीलों में घातक बाढ़ का खतरा
अध्ययन में कहा गया है कि 1.5 करोड़ लोग ग्लेशियरों से भरी झीलों के फटने से आने वाली बाढ़ के खतरे में हैं
ला नीना के बावजूद सामान्य से ज्यादा रह सकता है अगले कुछ महीनों में तापमान: डब्ल्यूएमओ
अनुमान है कि आर्कटिक और एशिया के उत्तर और उत्तरपूर्वी हिस्सों में सर्दियों का मौसम असामान्य रूप से गर्म रह सकता है
तापमान में हुई 10 डिग्री की वृद्धि तो 25 फीसदी से ज्यादा घट जाएगा मिट्टी में मौजूद कार्बन भंडार
शोध के मुताबिक बढ़ते तापमान के साथ मिट्टी की कार्बन भंडारण क्षमता घटती जाएगी, जिसका असर पृथ्वी की जलवायु पर भी पड़ेगा
कॉप-26: जलवायु वित्त पर स्पष्टता होने पर ही एनडीसी को अपडेट करेगा भारत
विकसित देश भी दान देने वाले देशों की सूची को बढ़ाने के इच्छुक हैं, इसमें चीन को भी जलवायु पर वित्त प्रदान करने के ...
कॉप-26: इस तरह लग सकती है तापमान बढ़ाने वाले जीवाश्म ईंधन पर रोक
अध्ययन में प्रस्तावित कार्बन टेकबैक नीति यह सुनिश्चित करने के लिए एक सुरक्षा जाल प्रदान करेगी कि हम कुल शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त कर ...