गर्म होती जलवायु के चलते जानवरों का बदल रहा है आकार: अध्ययन
ऑस्ट्रेलियाई तोते की कई प्रजातियों में 1871 के बाद से बिल के आकार में औसतन 4 से 10 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।
वृक्षारोपण से कई गुना ठंडी हो सकती है धरती: अध्ययन
घास के मैदानों और छोटी वनस्पति वाले क्षेत्रों की तुलना में बड़े जंगली इलाकों में बादल अधिक बार बनते हैं और बादल बनने की ...
बढ़ते तापमान के कारण लद्दाख की जांस्कर घाटी में पीछे हट रहे हैं ग्लेशियर
अध्ययन से पता चलता है कि हवा के तापमान में निरंतर वृद्धि के कारण ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं
गंगा बेसिन में 20,685 हेक्टेयर क्षेत्र में हैं फैली 4,707 हिमनद झीलें
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी एटलस के मुताबिक, गंगा बेसिन में मौजूद 4,707 हिमनद झीलों में से सबसे ज्यादा 2,437 कोसी बेसिन में हैं। ...
पिछले 20 वर्षों में खत्म हो गए आइसलैंड के 750 वर्ग किलोमीटर में फैले ग्लेशियर
1890 से लेकर अब तक आइसलैंड पर 2,200 वर्ग किलोमीटर में फैले ग्लेशियर गायब हो चुके हैं, जिसका करीब एक तिहाई हिस्सा पिछले 20 वर्षों में विलुप्त हुआ है
नई संरचना तिब्बती पठार के पर्माफ्रोस्ट को गलने से बचा सकती है
जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते तापमान ने पर्माफ्रोस्ट की गर्मी को बढ़ा दिया है जिसके कारण पर्माफ्रोस्ट में गिरावट देखी जा रही है।
बांग्लादेश में 13 लाख लोगों के जीवन को कैसे प्रभावित करेगा समुद्र का बढ़ता जल स्तर
बांग्लादेश की 16.3 करोड़ की आबादी में से करीब 41 फीसदी लोग समुद्र तल से 10 मीटर या उससे कम ऊंचाई पर रहते हैं| वहीं 28 फीसदी आबादी तटों पर रहती है
टिपिंग प्वाइंट पार कर सकते हैं अंटार्कटिका के ग्लेशियर: शोध
एक बार टिपिंग प्वाइंट पार होने पर, पूरे वेस्ट अंटार्कटिक के बर्फ की चादर पिघल सकती है, जो दुनिया भर में समुद्र स्तर को ...
2019 का हर महीना बना रहा रिकॉर्ड, चार सबसे गर्म महीने
दुनिया भर में मानव जनित जलवायु परिर्वतन का असर दिख रहा है। 2019 में दुनिया के अलग-अलग भू-भाग पर पारे की चढ़त और गिरावट ...
एसी का इस्तेमाल कम नहीं किया गया तो बिगड़ सकते हैं हालात
सीएसई ने आठ साल के बिजली खपत के आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद कई महत्वपूर्ण तथ्यों का खुलासा किया है, जो दर्शाता है ...
जंगलों की बहाली से जल चक्र पर पड़ता है असर, जानें कैसे?
वायुमंडल का लगभग 70 फीसदी अतिरिक्त पानी भूमि पर वापस आता है, जबकि शेष 30 फीसदी वर्षा के माध्यम से महासागरों में बह जाता ...
किसी भी एक दिन के मौसम से पता चल जाएगा जलवायु परिवर्तन का असर
जलवायु शोधकर्ताओं का कहना है कि जलवायु और मौसम एक समान नहीं है। जलवायु वह है जिसका प्रभाव लंबे समय बाद दिखता है, जबकि ...
जानिए, क्या है मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल, जिसने धरती को गर्म होने से रोका?
ओजोन परत को नष्ट करने वाले क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) को रोकने के लिए 1987 में एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता किया गया था, जिसे मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल कहा ...
जलवायु परिवर्तन के चलते समय से पहले और कमजोर पैदा हो रही हैं शार्क मछलियां
तापमान बढ़ने से शार्क भ्रूण का विकास बहुत तेजी से हो रहा है जिस वजह से शार्क के बच्चे समय से पहले ही जन्म ...
धान के पौधों को बीमारियों से बचाने वाले जीवाणु की पहचान
वैज्ञानिकों ने धान के पौधों के बीज के अंदर एक विशिष्ट जीवाणु की पहचान की है, जो प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से ...
जलवायु परिवर्तन के चलते दुनिया भर के शहरों में घट जाएगी नमी
शोध से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन के चलते वैश्विक स्तर पर शहरों के तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो ...
आर्कटिक के गर्म होने से आ सकते हैं विनाशकारी भूकंप: अध्ययन
वैज्ञानिक ने अनुमान लगाया कि अचानक तापमान में बदलाव भू-गर्भकालीन कारकों को बढ़ा देता है, जिससे विनाशकारी भूकंप आने के आसार बढ़ जाते हैं।
जलवायु परिवर्तन की वजह से फैलने वाले संक्रामक रोगों से अनजान हैं 50 फीसदी लोग : शोध
एक बहुराष्ट्रीय सर्वेक्षण में शामिल 64.6 फीसदी प्रतिभागियों ने संक्रामक बीमारी से डरने की बात कही
शिकार नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन के कारण विलुप्त हुए ऊनी गैंडे : शोध
शोधकर्ताओं ने पाया कि साइबेरिया से गायब होने से कुछ हजार साल पहले तक ऊनी गैंडों की आबादी स्थिर और विविधता से भरी हुई ...
तापमान के बढ़ने से कम दलदली जमीन से होता है अधिक कार्बन उत्सर्जन
खारे दलदल के आंकड़ों की समीक्षा करने पर पाया गया कि तापमान में वृद्धि की वजह से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में भारी वृद्धि होती ...
बढ़ते तापमान के कारण समय से पहले उड़ान भर रही हैं भौंरा रानियां, परागण होगा कम
शोध के आंकड़ों से पता चलता है कि अधिक खेती वाले इलाकों में भौंरों की पहली उड़ान अब एक सदी पहले की तुलना में ...
142 वर्षों के इतिहास में चौथा सबसे गर्म रहा नवंबर 2021 का महीना
एनसीईआई द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष नवंबर का औसत तापमान सामान्य से करीब 0.91 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
आर्कटिक में बर्फबारी पर हावी हो सकती है बारिश: अध्ययन
आर्कटिक दुनिया मैं बाकी जगहों की तुलना में बहुत तेजी से गर्म हो रहा है, जो कि समुद्री बर्फ को पिघला रहा है और ...
ग्लोबल हंगर इंडेक्स: जलवायु परिवर्तन के कारण करोड़ों लोग रह जाते हैं भूखे, भारत पर भी असर
ग्लोबल हंगर इंडेक्स से पता चला है कि जो देश सूखे और संघर्ष से ग्रस्त हैं, वहां लोगों को पर्याप्त भोजन नहीं मिल पा ...
बांस को चट करने वाले ये कीट बनें दुनिया के लिए चुनौती
लॉन्गहॉर्न बीटल को घरों में उपद्रव मचाने वाला कीट माना जाता है, यह बांस खाने के लिए जाना जाता है, इस तरह यह बांस ...