कितना सुरक्षित है पेपर कप में चाय-कॉफी पीना
आईआईटी, खड़गपुर के शोधकर्ताओं ने डिस्पोजेबल पेपर कप में गर्म पेय पदार्थ के इस्तेमाल पर स्टडी के बाद चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है
एंटी-फॉगिंग स्प्रे में बड़े पैमाने पर पाए गए ये जहरीले रसायन, सेहत के लिए होते हैं खतरनाक
पर्यावरण में लंबे समय तक बने रहने के कारण पीएफएएस को 'फॉरएवर केमिकल्स' भी कहा जाता है, जो पर्यावरण के साथ-साथ स्वास्थ्य को भी गंभीर नुकसान पहुंचा ...
माइक्रोप्लास्टिक अन्य प्रदूषकों से मिलकर उन्हें और अधिक हानिकारक बना सकता है
शोध से पता चला है कि भारी धातुएं माइक्रोप्लास्टिक्स से आसानी से जुड़ सकती हैं और यह लोगों के साथ-साथ जलीय जीवन को नुकसान ...
बालों को सीधा करने वाले केमिकल से हो सकता है महिलाओं में गर्भाशय कैंसर
कई केमिकल जो स्ट्रेटनर में पाए जाते हैं जैसे कि पैराबीन, बिस्फेनोल-ए, मेटल्स, फार्मल्डिहाइड गर्भाशय कैंसर के बढ़ते जोखिम में योगदान दे सकते हैं
महिलाओं में गर्भाशय से जुड़े कैंसर का कारण बन सकते हैं बालों को सीधा करने वाले केमिकल
पता चला है की कई केमिकल जो स्ट्रेटनर में पाए जाते हैं जैसे कि पैराबीन, बिस्फेनोल-ए, मेटल्स, फार्मल्डिहाइड गर्भाशय कैंसर के बढ़ते जोखिम में ...
मिट्टी में दबे जहरीले धातु के कणों को फैला रही है जंगल की आग, बन सकता है बड़ा खतरा
अध्ययन में कहा गया है कि जंगल की आग से बदले क्रोमियम पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए ...
मानवजनित उत्सर्जन के कारण वातावरण में पारा सात गुना बढ़ गया है: अध्ययन
पारा वायुमंडल में मिश्रित होता है, अपने निकले वाली जगह से लंबी दूरी तय कर सकता है, ज्वालामुखी उत्सर्जन धरती के अधिकांश क्षेत्रों में ...
प्रदूषण से भरा शहरी वातावरण बच्चों के विकास पर डाल रहा है बुरा असर: अध्ययन
अध्ययन में बचपन में बच्चों के विकास पर असर डालने वाले पर्यावरणीय खतरे के प्रमुख पहलुओं को बताया गया है, जैसे कि वायु एवं ...
बढ़ रहा है सौर ऊर्जा प्लांटाें का कचरा, साल 2030 तक भारत में पैदा होगा 600 किलो टन सोलर कचरा
यह मात्रा 2050 तक 32 गुना बढ़ जाएगी जो लगभग 19000 किलो टन कचरा होगा
ध्रुवीय भालू, बाघ, बंदर, डॉलफिन जैसी सैकड़ों वन्यजीव प्रजातियों में मिले केमिकल्स के सबूत
कई केमिकल्स ऐसे हैं जो हजारों वर्षों तक पर्यावरण में रहने के बाद भी नष्ट नहीं होते। मतलब कि वातावरण में मुक्त होने के ...
कितना सही है सौंदर्य उत्पादों में पारे का उपयोग, रोकथाम के लिए शुरू की गई एक नई पहल
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण एजेंसी ने 2018 में 22 देशों के 300 से ज्यादा उत्पादों की जांच की थी। इस जांच में कई उत्पादों में ...
खतरनाक केमिकल्स के संपर्क में आने से हर रोज मारे जाते हैं 5,480 लोग
जहां 2016 में खतरनाक केमिकल्स के कारण 15.6 लाख लोगों की जान गई थी. वहीं 2019 में इससे मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 20 लाख पर पहुंच गया था
गर्भवती महिलाएं सावधान: त्वचा का रंग निखारने वाले उत्पाद हो सकते हैं खतरनाक
सौंदर्य प्रसाधनों में पारा और खतरनाक पदार्थों के उपयोग के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों से गुर्दे को नुकसान, बैक्टीरिया, फंगल संक्रमण के ...
हानिकारक रसायनों के लिए आपातकालीन योजनाओं को जल्द अंतिम रूप दें टीएनपीसीबी: एनजीटी
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें –