कड़वी सच्चाई: मौजूदा रफ्तार से बाल विवाह जैसी कुरीति को खत्म करने में लगेंगे 300 साल
दुनिया में बाल विवाह की शिकार करीब एक तिहाई महिलाएं और बच्चियां भारत में हैं। मतलब की देश में करीब 21.7 करोड़ महिलाओं और ...
कोविड-19 का असर, आशा और आंगनवाड़ी कर्मियों में बढ़ा तनाव
एक ताजा सर्वेक्षण में पाया गया कि मार्च 2020 में लगाए गए लॉकडाउन के बाद आंगनवाड़ी केंद्रों से जुड़ी पोषण सेवाओं में गतिरोध अभी ...
संसद में आज (24 मार्च 2022): सदन में महिला प्रतिनिधियों की संख्या सबसे अधिक
7 राज्यों में स्थित 223 मौजूदा बड़े बांधों का व्यापक रूप से ऑडिट किया गया और 2,567 करोड़ रुपये की लागत से उनका पुनर्वास ...
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2022: बाल विवाह की जद में एक करोड़ से अधिक लड़कियां
कोविड-19 महामारी का खतरनाक प्रभाव लड़कियों के लिए एक आर्थिक झटका है, स्कूल बंद होने और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं में रुकावटों के कारण जल्दी ...
तेलंगाना में सिजेरियन डिलीवरी की मदद से हुए थे 60 फीसदी से ज्यादा जन्म: सीएसडी
तेलंगाना के करीमनगर में सी-सेक्शन की मदद से जन्में बच्चों का प्रतिशत सबसे ज्यादा 82.4 था, जबकि इसके विपरीत कोमाराम भीम आसिफाबाद जिले में ...
कोविड-19 के कारण 2030 तक बाल विवाह के खतरे में होंगी 1 करोड़ अतिरिक्त लड़कियां
दुनिया भर में पिछले दस वर्षों में उन युवा महिलाओं का अनुपात, जिनका विवाह बाल्यावस्था में हो जाता था उनमें 15 फीसदी की कमी ...
भारत में हर दिन गर्भावस्था या प्रसव के दौरान हो रही करीब 66 महिलाओं की मौत
भारत, नाइजीरिया के बाद दुनिया का दूसरा ऐसा देश है जहां इतनी बड़ी संख्या में गर्भावस्था या प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत हो ...
किशोरावस्था में ही मातृत्व का बोझ उठाने को मजबूर हैं विकासशील देशों की एक-तिहाई महिलाएं
जो बच्चियां पहली बार 14 वर्ष या उससे कम उम्र में मां बनती हैं, उनमें से तीन-चौथाई संख्या उनकी है, जिनके दूसरे बच्चे का ...
भारतीय महिलाओं में खून की कमी के लिए जिम्मेवार है बढ़ता प्रदूषण
पीएम 2.5 में प्रति 10 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर की वृद्धि भारत में 15 से 49 वर्ष की युवतियों और महिलाओं में एनीमिया के प्रसार ...
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस: माध्यमिक शिक्षा पूरी नहीं कर पा रही है पांच में से एक लड़की
दुनिया भर में, पांच से 14 वर्ष की आयु की लड़कियां उसी आयु के लड़कों की तुलना में हर दिन 16 करोड़ घंटे अधिक ...
कैसे जरूरतमंदों को सस्ते में उपलब्ध हो सकेंगी स्तन कैंसर जैसी जरूरी दवाएं: केरल उच्च न्यायालय
केरल उच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार से पूछा है कि किस तरह समाज के पिछड़े वर्ग तक स्तन कैंसर या ऐसी अन्य जरूरी दवाएं ...
जग बीती: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष: मिलिए इन लखपति दीदियों से, जानिए कैसे अपने बूते बन गई लखपति
स्वयं सहायता समूह से जुड़ी एक करोड़ से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। कैसी होती हैं यह लखपति दीदी, यही जानने का ...
अंतरिम बजट 2024: स्टेम शिक्षा में तो महिलाएं अमेरिका-इंग्लैंड से आगे लेकिन नौकरी में 3 गुना कम
वित्तमंत्री ने घोषणा की है कि भारत की महिलाएं स्टेम शिक्षा में विश्व में सबसे अधिक हैं लेकिन इनमें से नौकरी केवल 14 प्रतिशत ...
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष: अनीमिया भारत के स्वास्थ्य परिदृश्य में एक अदृश्य लेकिन विकराल चुनौती
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर अनीमिया जैसे अक्सर नजरअंदाज किए जाने वाले मुद्दे पर प्रकाश डालना बेहद महत्वपूर्ण है
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष: परिवार व पति तय करते हैं कि ऑपरेशन कब कराना है
गर्भनिरोधक दवाएं लेनी हों या ऑपरेशन कराना हो, केवल महिलाएं ही आगे आती हैं। सरकार द्वारा अधिक मुआवजा देने के बावजूद पुरुष आगे नहीं ...
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: लैंगिक समानता के लिए हर साल 360 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त जरूरत
रोजगार में लैंगिक अंतर को कम करने से प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष: ड्रोन के संग भरने लगी हैं हौंसलों की उड़ान
महिलाओं को ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा जा रहा है
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष: आर्थिक भागीदारी, नेतृत्व में भागीदारी और स्वयं सहायता समूह
स्वयं सहायता समूह की भूमिका को विकास की मुख्य धारा में शामिल करने का समय है
भारत में कैसे लगाई जा सकती है गैरजरूरी सिजेरियन डिलीवरी पर लगाम
भारत में जहां 2015-16 के दौरान 17.2 फीसदी नवजातों का जन्म ऑपरेशन के जरिए हुआ था वहीं 2019-21 में यह आंकड़ा 4.3 फीसदी की ...
जग बीती: न्याय मांगती बेटियां
जग बीती: पुरुष का विकास
जग बीती: बेटी का अधिकार
जग बीती: महिला दिवस बनाम महामारी
कैसे काम करते हैं पुरुष और महिला के दिमाग
क्या ये दिमाग अपने जैविक स्वभाव के विरुद्ध जा रहे हैं?