39 करोड़ मरीज, हर साल 30 लाख मौतें, सांसों की इस घातक बीमारी के लिए कौन जिम्मेवार?
क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज (सीओपीडी) एक ऐसी बीमारी है जो हर साल 30 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले रही है। वहीं अनुमान ...
चिकनगुनिया से संक्रमित होने के तीन महीने बाद तक बना रहता है मृत्यु का जोखिम: लैंसेट
जलवायु में आते बदलावों, शहरीकरण और मानव गतिशीलता में वृद्धि के चलते एडीज मच्छरों से होने वाली बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ ...
मीठा जहर: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देशों से की चीनी युक्त मीठे पेय पदार्थों पर टैक्स बढ़ाने की मांग
कई देश आज भी स्वास्थ्य के लिहाज से हानिकारक इन चीनी युक्त मीठे पेय पदार्थों पर कर लगाने से बच रहे हैं, जबकि कई ...
पक्षियों को शहरों की ओर आकर्षित कर रहा है कृत्रिम प्रकाश, बन रहा है उनकी मौत का कारण
प्रकाश प्रदूषण लोगों को भी नुकसान पहुंचाता है, इसके कारण मनुष्यों की सर्कैडियन लय बाधित हो सकती है, जिससे अवसाद, अनिद्रा, हृदय रोग और ...
भारत में हर साल करीब 22 लाख जिंदगियां छीन रहा है हवा में घुला जहर: बीएमजे रिसर्च
रिसर्च से पता चला है कि खुली हवा में मौजूद प्रदूषण हर साल 83 लाख से ज्यादा जिंदगियों को निगल रहा है, जिसके 61 ...
दुनिया में बढ़ रहा ह्रदय और रक्त वाहिका सम्बन्धी रोगों का खतरा, 32 वर्षों में 60 फीसदी बढ़ी मौतें
रिपोर्ट के मुताबिक एशिया, यूरोप, अफ्रीका और मध्य पूर्व के क्षेत्रों में इसकी मृत्युदर का बोझ सबसे अधिक है
भीषण गर्मी और लू के साए में जीने को मजबूर हैं भारत सहित दक्षिण एशिया में तीन-चौथाई बच्चे
दक्षिण एशिया में हर साल 28 फीसदी बच्चे औसतन चार से पांच लू की घटनाओं का सामना करते हैं
साल 1990-2021 के बीच दुनिया भर में जीवन प्रत्याशा 6.2 साल बढ़ी: लैंसेट रिपोर्ट
अध्ययन के अनुसार, भारत में पिछले तीन दशकों में जीवन प्रत्याशा आठ साल बढ़ गई है