चरम मौसम में अलग-अलग होती है बीमारी फैलने की दर और असर
अध्ययन में कहा गया है कि तापमान में उतार-चढ़ाव जैसे कि लू या हीट वेव में बीमारी फैलने की दर और प्रभाव अलग-अलग हो ...
गर्मी और बारिश की चरम सीमा में हुई अभूतपूर्व वृद्धि
शोध के मुताबिक पिछले दशक में वर्षा की औसतन 4 में से 1 चरम घटना के लिए जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार है
समुद्री हीट वेव से घटेगा मछली पकड़ने का 6 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सा, छिनेंगी लाखों नौकरियां: अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि समुद्री हीट वेव के चलते 77 फीसदी खतरे वाली प्रजातियों में बायोमास या मछली की मात्रा में कमी ...
फिर सामने आए जलवायु परिवर्तन के सबूत, इतिहास का पांचवा सबसे गर्म जून किया गया रिकॉर्ड
इस वर्ष जून का वैश्विक औसत तापमान 20 वीं सदी के औसत तापमान से 0.88 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
हम अपने शहरों, घरों का निर्माण किस तरह करें कि गर्मी का असर कम से कम हो
सीएसई के मुताबिक गर्मियों के दौरान उत्तरी मैदानी इलाकों के शहर रात में ठंडे हो जाते थे, लेकिन आजकल यहां भी रातों में गर्मी ...
भविष्य में हीटवेव से लाखों लोगों की जा सकती है जान : अध्ययन
ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन सन 2100 तक इसी दर पर जारी रहता है, तो भविष्य में हीटवेव प्रति 1 लाख पर लगभग 73 लोगों ...
जलवायु परिवर्तन ने 2022 के गर्मी के मौसम में सूखे को 20 गुना अधिक बढ़ाया
मानवजनित जलवायु परिवर्तन ने कृषि और पारिस्थितिकी सूखे को लगभग 3 से 4 गुना अधिक कर दिया
चरम मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए केवल शहरी हरियाली पर्याप्त नहीं
वैज्ञानिकों ने बताया है कि केवल शहरी हरियाली ही जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली चरम मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए काफी ...
सूखा ‘लू’ को बढ़ाता है, नमी की कमी से ‘लू’ घातक नहीं होती है: शोध
सूखी जमीन से वाष्पीकरण कम होता है और हवा में नमी कम हो जाती है, नमी में गर्मी के प्रभाव को बढ़ाने वाला असर ...
लू के कारण हो सकता है फसलों को 10 गुना अधिक नुकसान
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के 37 वर्षों के डेटासेट का विश्लेषण किया और पाया कि जितना सोचा गया था हीट वेव से कृषि को ...
कॉप 27: 2100 तक हर साल 90 हजार यूरोपीय लोगों की जान ले सकती है 'लू': ईईए
यूरोपीय पर्यावरण एजेंसी के मुताबिक 1980 से 2020 के बीच अत्यधिक गर्मी से करीब 1,29,000 यूरोपीय लोगों की मौत हुई
जलवायु परिवर्तन के चलते बढ़ सकती हैं अरबाईन तीर्थयात्रियों की मुश्किलें
अरबाईन, दुनिया की सबसे बड़े धार्मिक जुलूसों में से एक है, जिसमें हर साल करीब 2 करोड़ शिया मुस्लिम तीर्थयात्री भाग लेते हैं
उष्णकटिबंधीय इलाकों में 2100 तक गर्मियों के मौसम का हर दिन होगा भीषण लू की जद में: अध्ययन
उष्णकटिबंधीय इलाकों में लाखों लोग सन 2100 तक साल के आधे महीनों के दौरान खतरनाक गर्मी की चपेट में आ सकते हैं
क्या होती है शुष्क और नम लू, इनसे किस तरह निपटा जा सकता है, अध्ययन में खोजा गया समाधान
अध्ययन के मुताबिक शुष्क लू मुख्य रूप से उत्तर-पश्चिमी पूर्वी एशिया में होती हैं, जबकि नम गर्मी की लू दक्षिणी पूर्वी एशिया में प्रचलित ...
बढ़ते तापमान से शरीर के लिए जरूरी ओमेगा-3 फैटी एसिड में हो सकती है कमी: अध्ययन
जैसे-जैसे ग्लोबल वार्मिंग बढ़ेगी प्लवक द्वारा उत्पादित ओमेगा-3 फैटी एसिड और कम होता जाएगा
डाउन टू अर्थ खास: भारत में इस साल कितनी खतरनाक पड़ रही है गर्मी
मार्च से शुरू हुआ भीषण गर्मी के आंकड़ों का डाउन टू अर्थ ने विश्लेषण किया है और साथ ही इसके प्रभाव की भी पड़ताल ...
जंगल की आग से सेहत को हो रहा है भारी नुकसान:अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक जंगलों की बढ़ती आग से निकले वाले धुएं का स्वास्थ्य पर भारी बोझ पड़ेगा, लाखों लोगों को सांस, हृदय और प्रतिरक्षा ...
कॉप-26: तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि से भारत में 25 गुना तक बढ़ जाएगा लू का कहर
यदि वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाती है, तो भारत में 2036 से 2065 के बीच लू का ...
हर साल भीषण गर्मी की वजह से आमदनी का पांच प्रतिशत नुकसान झेल रहा है गरीब किसान: एफएओ
भारत सहित 23 देशों पर एक लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों पर किए गए सर्वे के बाद एफएओ ने रिपोर्ट जारी की
अंटार्कटिका-आर्कटिक में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के क्या हैं मायने?
अंटार्कटिका और आर्कटिक में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की क्या वजह है? इसके क्या नतीजे निकलेंगे?
ओलंपिक खेलों पर जलवायु परिवर्तन की मार, मेजबानी की रेस से बाहर होंगे 27 फीसदी शहर
2011 से 20 के बीच वैश्विक तापमान में करीब 1.59 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो चुकी है, जिसके सदी के अंत तक और बढ़ने ...
हृदय रोगियों के लिए घातक है अत्यधिक गर्मी: अध्ययन
शोध के मुताबिक गर्मी के संपर्क में आने से हृदय को खून की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाओं के भीतर रक्त के थक्कों के ...
जलवायु संकट: 628 महीनों में एक भी ठंडा महीना नहीं रहा
यदि किसी का जन्म फरवरी 1986 में हुआ है, तो उसने वास्तव में कभी भी सामान्य तापमान वाले महीने का अनुभव ही नहीं किया
क्या उष्णकटिबंधीय इलाकों में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के कारण वर्षा में देरी हो रही है?
जैसे ही ग्रीनहाउस गैसें पृथ्वी की सतह को गर्म करती हैं, अधिक जल वाष्प वायुमंडल में अपना रास्ता बनाता है। अतिरिक्त नमी वातावरण को ...
जलवायु परिवर्तन: एक ही नाव पर सवार हैं भारत-पाकिस्तान, 30 गुना तक बढ़ गया है गर्मी का कहर
जलवायु परिवर्तन ने भारत और पाकिस्तान में भीषण गर्मी की सम्भावना को 30 गुना तक बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं गर्मी की यह ...