जलवायु परिवर्तन के चलते बढ़ सकती हैं अरबाईन तीर्थयात्रियों की मुश्किलें
अरबाईन, दुनिया की सबसे बड़े धार्मिक जुलूसों में से एक है, जिसमें हर साल करीब 2 करोड़ शिया मुस्लिम तीर्थयात्री भाग लेते हैं
उष्णकटिबंधीय इलाकों में 2100 तक गर्मियों के मौसम का हर दिन होगा भीषण लू की जद में: अध्ययन
उष्णकटिबंधीय इलाकों में लाखों लोग सन 2100 तक साल के आधे महीनों के दौरान खतरनाक गर्मी की चपेट में आ सकते हैं
क्या होती है शुष्क और नम लू, इनसे किस तरह निपटा जा सकता है, अध्ययन में खोजा गया समाधान
अध्ययन के मुताबिक शुष्क लू मुख्य रूप से उत्तर-पश्चिमी पूर्वी एशिया में होती हैं, जबकि नम गर्मी की लू दक्षिणी पूर्वी एशिया में प्रचलित ...
डाउन टू अर्थ खास: भारत में इस साल कितनी खतरनाक पड़ रही है गर्मी
मार्च से शुरू हुआ भीषण गर्मी के आंकड़ों का डाउन टू अर्थ ने विश्लेषण किया है और साथ ही इसके प्रभाव की भी पड़ताल ...
चरम मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए केवल शहरी हरियाली पर्याप्त नहीं
वैज्ञानिकों ने बताया है कि केवल शहरी हरियाली ही जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली चरम मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए काफी ...
सूखा ‘लू’ को बढ़ाता है, नमी की कमी से ‘लू’ घातक नहीं होती है: शोध
सूखी जमीन से वाष्पीकरण कम होता है और हवा में नमी कम हो जाती है, नमी में गर्मी के प्रभाव को बढ़ाने वाला असर ...
लू के कारण हो सकता है फसलों को 10 गुना अधिक नुकसान
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के 37 वर्षों के डेटासेट का विश्लेषण किया और पाया कि जितना सोचा गया था हीट वेव से कृषि को ...
बढ़ते तापमान से शरीर के लिए जरूरी ओमेगा-3 फैटी एसिड में हो सकती है कमी: अध्ययन
जैसे-जैसे ग्लोबल वार्मिंग बढ़ेगी प्लवक द्वारा उत्पादित ओमेगा-3 फैटी एसिड और कम होता जाएगा
हृदय रोगियों के लिए घातक है अत्यधिक गर्मी: अध्ययन
शोध के मुताबिक गर्मी के संपर्क में आने से हृदय को खून की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाओं के भीतर रक्त के थक्कों के ...
जलवायु संकट: 628 महीनों में एक भी ठंडा महीना नहीं रहा
यदि किसी का जन्म फरवरी 1986 में हुआ है, तो उसने वास्तव में कभी भी सामान्य तापमान वाले महीने का अनुभव ही नहीं किया
अंटार्कटिका-आर्कटिक में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के क्या हैं मायने?
अंटार्कटिका और आर्कटिक में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की क्या वजह है? इसके क्या नतीजे निकलेंगे?
ओलंपिक खेलों पर जलवायु परिवर्तन की मार, मेजबानी की रेस से बाहर होंगे 27 फीसदी शहर
2011 से 20 के बीच वैश्विक तापमान में करीब 1.59 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो चुकी है, जिसके सदी के अंत तक और बढ़ने ...
क्या उष्णकटिबंधीय इलाकों में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के कारण वर्षा में देरी हो रही है?
जैसे ही ग्रीनहाउस गैसें पृथ्वी की सतह को गर्म करती हैं, अधिक जल वाष्प वायुमंडल में अपना रास्ता बनाता है। अतिरिक्त नमी वातावरण को ...
जलवायु परिवर्तन: एक ही नाव पर सवार हैं भारत-पाकिस्तान, 30 गुना तक बढ़ गया है गर्मी का कहर
जलवायु परिवर्तन ने भारत और पाकिस्तान में भीषण गर्मी की सम्भावना को 30 गुना तक बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं गर्मी की यह ...
मई में भी जारी रहेगा गर्मी का कहर, देश के कई हिस्सों में तापमान के सामान्य से अधिक रहने के आसार
मई के दौरान, पश्चिम मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पूर्वी भारत के उत्तरी हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से अधिक ...
भारत में बढ़ती गर्मी के कहर के लिए कितने तैयार हैं हम, सीएसई विश्लेषण
सीएसई के विश्लेषण में पाया गया है कि प्री-मानसून तापमान के हिसाब से 2016 का वर्ष भारत के इतिहास का दूसरा सबसे गर्म साल था लेकिन ...
2013 के बाद सबसे ठण्डा रहा मई, लेकिन सामान्य से 0.77 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था तापमान
इस वर्ष मई का औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.77 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था, जो उसे इतिहास का नौवां सबसे गर्म ...
हवाओं में बदलाव से पूर्वी अरब प्रायद्वीप में सर्दियों में होती है 30 फीसदी बारिश
1981 के बाद से पूर्वी अरब प्रायद्वीप में सर्दियों की वर्षा में 25 से 30 प्रतिशत की वृद्धि, दक्षिण और उत्तर पूर्व में लगभग ...
अब तक का सबसे गर्म साल रहा 2023, नासा ने की आधिकारिक घोषणा
वैज्ञानिकों ने फरवरी, मार्च और अप्रैल 2024 में अल नीनो का सबसे बड़ा प्रभाव देखे जाने की आशंका जताई है
2021 में भारत से लेकर दक्षिण सूडान तक दुनिया भर के देशों को जलवायु परिवर्तन की चुकानी पड़ी भारी कीमत
14 से 19 मई को भारत में आए चक्रवाती तूफान 'तौकते' से जहां 11,243 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ था। वहीं 25 से ...
जलवायु में बदलाव के खतरे का सामना कर रहे दुनिया के शीर्ष 50 में नौ भारतीय राज्य शामिल
भारत में सबसे ज्यादा प्रभावित बिहार, 1990 की तुलना में 2050 तक असम को 330 प्रतिशत से अधिक जलवायु संबंधी खतरों में वृद्धि होने ...
कॉप 27: चरम मौसम की घटनाओं का त्वचा रोग पर पड़ता है बहुत भारी असर
चरम मौसम की घटनाएं हाशिए पर रहने वाले और कमजोर आबादी को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को बढ़ाती हैं
अप्रैल की गर्मी से बढ़ गए हिमाचल प्रदेश में जंगलों में आग के मामले
सूखे की स्थिति के चलते अकेले अप्रैल माह में रिकार्ड 1012 वनों में आग के मामले देखे गए। वन संपदा और वन्य प्राणियों को ...
जलवायु परिवर्तन के चलते अगले 28 वर्षों में 15 फीसदी तक घट सकती है भारत की जीडीपी
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग फर्म एसएंडपी ग्लोबल द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 28 वर्षों में भारत में 62 फीसदी कृषि पर पानी ...
क्या गरीब देशों को कर्ज के भंवर जाल में फंसा देगा क्लाइमेट फंड?
क्लाइमेट फाइनेंस के नाम पर दिए 4,40,637 करोड़ रुपए में से केवल एक तिहाई ही गरीब देशों तक पहुंच पाया था