यूपी में सूखे जैसे हालात : 96 फीसदी जिलों में सामान्य से कम वर्षा, किसानों को ट्यूबवेल से सिंचाई पर रोक रही पुलिस
17 जुलाई, 2022 तक पूरे प्रदेश में धान की रोपाई का 45 फीसदी रकबा ही कवर हो सका। सरकार सूखे और राहत को लेकर ...
पंजाब में इस साल धान बुआई के लिए क्यों फेल रही पानी बचाने वाली डीएसआर विधि?
लुधियाना के किसान सुखजीत सिंह बताते हैं कि औसत तापमान से अधिक अनुभव होने वाले तापमान ने बीजों की परिपक्वता (जर्मीनेशन) को नुकसान पहुंचाया ...
गंगा प्रदूषण : यूपीपीसीबी ने टैनरीज पर लगाया 3.5 करोड़ जुर्माना, वसूला सिर्फ 95 लाख
यूपीपीसीबी ने जानकारी दी है कि कानपुर में जाजमऊ स्थित 210 टैनरी यूनिट्स से अब तक 95 लाख रुपए वसूले गए हैं और अब ...
बाजरा और जूट पर संकट : बुआई के लिए पर्याप्त बीज ही नहीं
देश में राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा प्रमुख मिलेट उत्पादक राज्य हैं।
मॉनसून से पहले ही जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश, दो हजार से अधिक लोग फंसे
एक सप्ताह पहले तक जम्मू-कश्मीर में सामान्य से 45 प्रतिशत कम बारिश हुई थी, लेकिन अब केवल दो जिलों को छोड़ कर शेष अन्य में ...
आधिकारिक घोषणा के एक सप्ताह बाद भी बिना बारिश के है मानसून
मानसून आने की आधिकारिक घोषणा के 11 दिन बाद भी अपेक्षित बारिश शुरू नहीं हुई है।
सीएसीपी ने चावल उगाने के लिए सही जलवायु वाले क्षेत्रों के चुनाव की सिफारिश की
सीएसीपी की रिपोर्ट यह भी बताती है कि किसान बड़े पैमाने पर चावल और गेहूं उगाने के लिए अनुपयुक्त कृषि जलवायु क्षेत्रों को चुनते ...
ग्रामसभा को चाहिए असली ‘विकास’
पंचायती राज के तीस साल पूरे होने पर ग्राम सभाओं का उत्थान, स्थानीय प्रशासनिक व्यवस्था के जवाबदेह होने की उम्मीद जगाता है।
बेजुबानों के भोजन पर भी महंगाई की मार, मवेशी बेचने पर मजबूर किसान
आज से एक-डेढ़ दशक पहले की बात करें तो अधिकांश पशुपालक साल के तीन-चार महीने जानवरों को धान के पुआल की कट्टी ही खिलाते ...
यह संभावित स्टैगफ्लेशन यानी उच्च मुद्रास्फीति और अर्थव्यवस्था में ठहराव है
विश्व बैंक का अनुमान है कि 2022 में वैश्विक विकास दर घटकर 2.9 फीसदी रह जाएगी, जो 2021 में 5.7 प्रतिशत थी, जबकि विकासशील ...
एनजीटी का फैसला : तीसरी बार डीयू के पास 40 मंजिला इमारत निर्माण की पर्यावरण मंजूरी रद्द
प्रधान पीठ ने अपने 268 पृष्ठ के फैसले में कहा कि परियोजना प्रस्तावक ने निर्माण से जुड़े तथ्यों को छिपाया और ईएसी ने लापरवाही ...
पंजाब में प्रतिबंध लेकिन चावल उत्पादन में ट्राइसाइकलाजोल कीटनाशक इस्तेमाल को केंद्र की हरी झंडी
दुनिया में प्रति हेक्टेयर 0.5 किलोग्राम कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाता है जबकि भारत में यह कई गुना ज्यादा है। यहां प्रति हेक्टेयर 0.381 ...
फलों के राजा आम पर पड़ी जलवायु परिवर्तन की मार : चक्रवाती तूफान और अनिश्चित मौसम से किसान त्रस्त
क्लाइमेट चेंज के चलते देश के कई राज्यों में आम उत्पादन प्रभावित है। वहीं, महंगे रेट पर बेचने के बावजूद किसान घाटे में हैं ...
रिकॉर्ड गर्मी में लू से सामना करने के लिए कितने तैयार हैं हमारे कंक्रीट के मकान : सीएसई विश्लेषण
हमारे घरों और आवासों को गरमी के अनुकूल होने की जरूरत है, जिससे वे भीषण गर्मी या लू का सामना कर सकें, लेकिन क्या वे ऐसे ...
भारत के जरिए दुनिया में गेहूं निर्यात से महंगाई पर काबू पाने की कसरत जारी
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अप्रैल माह में फूड प्राइस इंडेक्स में भारत के गेहूं निर्यात की वजह से महंगाई ...
ड्रोन के साथ खरपतवार नाशक का अभी नहीं किया जा सकता इस्तेमाल
अभी तक कुल पंजीकृत 798 पेस्टीसाइड में 507 कीटनाशक, फंफूदनाशक और पीजीआर को ही ड्रोन के साथ छिड़काव की सिफारिश है। हर्बीसाइड मंजूरी से बाहर ...
जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के कदम न उठाए तो पंजाब-हरियाणा में 27 फीसदी हो सकती है गेहूं की उपज कम
ऐसा ऑब्जर्व किया गया है कि जब फसलों में गेहूं के दाने बन रहे होते हैं तो उस वक्त तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से ...
भू-जल संकट : खेतों के लिए सारी जमा-पूंजी लगाकर कराई 1020 फुट बोरिंग, जमीन से निकला जहरीला पानी
गांव में खारे पानी के प्रदूषण ने पेयजल का संकट खड़ा करने के साथ फसलों की पैदावार तक खत्म कर दी है।
एक ऐसा गांव जिसमें इमली के पेड़ों से आंकी जाती है जीडीपी
जब प्रमुख खाद्य अनाज सस्ता हो रहा है, तो जंगलों के किनारे बसने वाले इस गांव में खेती से इतर, इमली के पेड़ अर्थव्यवस्था ...
जापान में जलपरी : 300 साल पुरानी ममी से वैज्ञानिक खोलेंगे राज
जापान में एक पुरानी मान्यता यह भी थी कि जलपरी यानी निंग्यो का मांस खाने से अमरता मिल सकती है।
बैठे ठाले: युवक की दौड़
पेट्रोल-डीजल के दाम इतने बढ़ जाएंगे कि घर से दफ्तर और दफ्तर से घर तक का सफर दौड़ते हुए ही पूरा करना पड़ेगा
बैठ ठाले: अमृत काल में अमृत मंथन
विश्वमोहिनी मीडिया आम जनता को कभी मंदिर-मस्जिद में उलझाती तो कभी नेहरू-पटेल-जिन्ना-पाकिस्तान पर
बजट 2022-23: भविष्य की आधारशिला कितनी मजबूत?
केंद्रीय बजट 2022-23 में मौजूदा साल तक निर्धारित विकास लक्ष्यों पर बात नहीं की गई, लेकिन देश को 2047 तक एक नई यात्रा पर ...
कैसा रहा राजस्थान का पहला कृषि बजट और क्यों नहीं हैं किसान संगठन खुश?
राजस्थान की जीडीपी में कृषि का योगदान 30 प्रतिशत है, लेकिन बजट आवंटन 5.92% ही किया गया है, इसलिए किसान संगठन खुश नहीं हैं
सीएसई की रिपोर्ट : प्राकृतिक खेती का मतलब समग्र लाभ, सरकार ने अपनी ही रिपोर्ट्स को अनदेखा किया
जैविक खेती के फायदों वाली अपनी रिपोर्ट को वर्षों तक सरकार ने अनदेखी की है। सीएसई ने तमाम शोधपत्रों के परिणामों में पाया कि ...