कोरोना और लॉकडाउन ने मछली उत्पादन को पहुंचाया नुकसान
कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर फैली अफवाह के चलते लोगों ने मीट के साथ-साथ मछली खाना बंद कर दिया। रही-सही कसर लॉकडाउन ने पूरी कर ...
सोम बाजार, लॉकडाउन और ट्विटर पर बनती पॉलिसी
हम लोग अपने ट्विटर और अपनी इंस्टाग्राम में इस कदर खोये हुए थे कि हम में से कुछ को यह समझ ही नहीं आया ...
यहां होती है कैंसर की खेती, अनजाने में खुद ही शिकार हो रहे लोग!
ओडिशा के कृषि प्रधान जिले बरगढ़ में कीटनाशकों के अंधाधुंध इस्तेमाल ने जानलेवा कैंसर को बड़े पैमाने पर फैला दिया है
प्याज पर पड़ी मौसम की मार, आयात की तैयारी कर रही है सरकार
देर से मॉनसून आने और फिर भारी बारिश के कारण फसल बर्बाद होने का असर दिखने लगा है, बाजार में प्याज की आपूर्ति न ...
पहाड़ों पर बंजर खेतों की रंगत लौटाने को एकजुट हुए किसान
डबरा गांव के कुछ किसान परिवार एक बार फिर एकजुट हुए हैं। किसानों ने आपस में मिलकर फिर से बंजर जमीनों पर अन्न उगाने ...
मोटी हो रही हैं शहर की लड़कियां और महिलाएं, अध्ययन में सामने आए रोचक पहलू
एक अध्ययन में पाया गया है कि बीते 17 वर्ष के दौरान भारत में मोटापे से ग्रस्त महिलाओं व लड़कियों की संख्या दोगुनी हो ...
जंगलों में अतिक्रमण का सर्वे करने में एफएसआई को लग सकते हैं 16 साल
एफएसआई ने कहा है कि उसके पास 20 आदमियों का स्टाफ है और इसी क्षमता के साथ उसे देश के सभी जंगलों में अतिक्रमण ...
असाधारण विविधता के कारण भारत में धर्म और राष्ट्रवाद दोनों लाचार: रुचिर
अर्थशास्त्री और राजनीतिक विश्लेषक रुचिर शर्मा ने पिछले 25 वर्षों में मतदान के तरीके, सामाजिक परिदृश्य और चुनाव की बारीकियों को जानने के लिए ...
मूंगफली की अधिक पाचक किस्मों के लिए जीन्स की खोज
वैज्ञानिकों के मुताबिक इन जीन्स के उपयोग से कम फाइटिक एसिड वाली मूंगफली की किस्में बनाई जा सकती हैं।
नमी है कम, तब भी नहीं गम
वैज्ञानिकों ने नमी की कमी में उगाई जा सकने वाली किस्मों के लिए मेथी के आनुवांशिक गुणों की खोज की।
विफल संरचनाओं का जीवंत नमूना
अकाल से निपटने के लिए अनाजों के भंडारण के उद्देश्य से बनवाया गया गोलघर एक ऐतिहासिक धरोहर बनकर रह गया है
मानसून 2021: अभी भी 153 जिलों में सामान्य से कम हुई बारिश
चालू मानसून सीजन में पूर्वोत्तर के राज्यों में सामान्य से काफी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है
कोविड-19: क्या भारत में सामुदायिक संक्रमण नहीं हो रहा है?
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2 लाख से अधिक होने के बावजूद सामुदायिक संक्रमण को लेकर केंद्र सरकार कुछ नहीं कह रही ...
लॉकडाउन हरियाणा: 57 फीसदी किसान कैसे बेचेंगे अपनी फसल?
हरियाणा ने ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्टर्ड किसानों से ही फसल खरीदने की घोषणा की है
विदेशों से बिहार लौटने वाले सभी लोगों का होगा कोरोना टेस्ट
बिहार में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ गए हैं और अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है
मुंबई के बाद अहमदाबाद में सबसे अधिक हैं कोरोना मरीज
अहमदाबाद में कोरोना पॉजीटिव मामलों की संख्या 3000 से अधिक हो चुकी है
आवरण कथा: क्या गायब हो गए हैं 2.59 करोड़ हेक्टेयर में फैले जंगल
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के सर्वेक्षण का विश्लेषण से करने से पता चला है कि भारत से लगभग उत्तर प्रदेश के आकार का वन ...
भारत के 127 जिलों में हालात बिगड़े, कोरोना से होने वाली मौतें राष्ट्रीय औसत से अधिक
भारत में कोविड-19 के 51 मामलों में एक मृत्यु हो रही है। 127 जिलों में यह अनुपात राष्ट्रीय औसत से अधिक है। आइए जानते ...
अजमेर के जामुन व्यवसाय पर पहले लॉकडाउन, अब मौसम की मार
पीक सीजन में लॉकडाउन के कारण माल बाहर नहीं जा सका। जब थोड़ा खुला है तो बारिश नहीं हो रही
विज्ञान में है रूचि तो सरकार ने आपके लिए शुरू की यह योजना
यह योजना विज्ञान के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों को रिसर्च इंटर्नशिप, क्षमता निर्माण कार्यक्रमों और कार्यशालाओं से संबंधित एक मंच प्रदान ...
धान का बकाया भुगतान मिल जाता तो लॉकडाउन में आता काम
उत्तर प्रदेश में गेहूं की खरीद तो शुरू हो गई है, लेकिन किसानों को अभी तक धान का बकाया भुगतान नहीं हुआ है
सचिवालय से 2.5 किलोमीटर दूर भी नहीं पहुंचा सरकारी राशन!
झारखंड सरकार दावा कर रही है कि बिना राशन कार्ड वालों को 10 किलो चावल दिए हैं, लेकिन रांची सचिवालय से 2.5 किमी दूर पर ...
पीएम किसान सम्मान: क्या उत्तराखंड के किसानों को मिल गए 2,000 रुपए?
उत्तराखंड में दूसरी किस्त पाने वाले किसानों की कुल संख्या 7,43,303 थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद घोषित पांचवी किस्त केवल 4,76,509 किसानों को मिली ...
लाॅकडाउन से कैसे जूझ रहा है सुंदरवन?
सुंदरवन में लगभग 100 द्वीप हैं जिनमें से 54 द्वीप पर लोग रहते हैं। यहां की आबादी करीब 45 लाख है
न कोरोना का भय, न लॉकडाउन का असर, यहां नहीं थमी जिंदगी
झारखंड की अनुसूचित जनजाति की 80 फीसदी आबादी जंगलों में रहती है और इनकी जिंदगी में अभी कोई बदलाव नहीं आया है