कृषि शिक्षा से तबाह हुई परंपरागत खेती
देश में कृषि और कृषि शिक्षा पर व्यापक पड़ताल के बाद डाउन टू अर्थ द्वारा एक सीरीज शुरू की गई है। पेश है सीरीज ...
शोध और अनुसंधान के दम पर ही अफ्रीका के बजाए भारत में हुई हरित क्रांति
भारत में कृषि और कृषि शिक्षा की दशा को लेकर डाउन टू अर्थ ने व्यापक पड़ताल की, जिसे एक सीरीज के तौर पर प्रकाशित ...
चुनाव में मुद्दा नहीं बनती बिहार की सूखी नदियां
राज्य की लगभग 600 नदियां या तो सूख चुकी हैं या सूखने के कगार पर हैं, लेकिन चुनाव में कोई भी राजनीतिक दल इसे ...
ई-फार्मेसी से नफा या नुकसान
हाल में अदालतों ने दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पर तब तक के लिए प्रतिबंध लगाया है, जब तक सरकार नियमन के लिए कोई नियम ...
तो भारत में क्रिकेट हो जाएगा बंद !
क्रिकेट के लिए वायु प्रदूषण के मानक बने तो भारतीय शहरों में शायद ही कोई मैच हो पाए क्योंकि सभी जगह प्रदूषण का स्तर ...
कोयले के व्यवसायिक खनन का रास्ता खुला
भारत सरकार ने 20 फरवरी को कोयला खनन के दरवाजे निजी कंपनियों के लिए खोल दिए। इसी के साथ सरकारी खनन कंपनी कोल इंडिया ...
हिमनद: जानकारी का संकट
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा सूचीबद्ध भारतीय हिमालय के 9,575 ग्लेशियरों में से केवल 25 के ग्राउंड डेटा उपलब्ध है।
लोकसभा 2024 : पोस्टकार्ड से प्रवासी श्रमिकों को मतदान का न्यौता, श्रमिक कह रहे किराए का पैसा नहीं
गोंडा जिले में रेलवे स्टेशन पर दूसरे प्रदेश जाने के लिए श्रमिकों की लाइने लगने लगी हैं। प्रवासी श्रमिक वापस काम के लिए दिल्ली-मुंबई, ...
देशभर में नदियों को जीवित ईकाई मान्यता देने की मांग, सभी राजनीतिक पार्टियों को भेजा गया मसौदा
देशभर के नदी आश्रित समाज के लिए संगठनों ने नदियों और नदी घाटी समाज के अधिकारों की सुरक्षा को 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान ...
जुगाड़ का डंका
किफायती नवाचार एक नई अवधारणा है, जिसे अपना कर कंपनियां विकासशील देशों में तकनीक ले जा रही हैं
चौंकाने वाले हैं बसनिया बांध के लाभ-हानि के आंकड़े
इस परियोजना के पूरा होने से एक मेगावाट बिजली उत्पादन का खर्च 28.84 करोड़ रुपए खर्च आएगा जबकि सोलर प्लांट से लगभग 4.5 करोड़ ...
2024 लोकसभा : अब धान रोपाई के लिए लौटेंगे प्रवासी, मतदान के लिए नहीं मिलेगी छुट्टी
न्यूनतम मतदान वाले जिलों में प्रवासी श्रमिकों की सूची बनाई जा रही है उनसे संपर्क कर अपील किया जाएगा कि वह मतदान के लिए ...
मन की गूढ़ बातें पढ़ता विज्ञान
इंसानी विचारों को पढ़ने की क्षमता रखने वाली प्रौद्योगिकियों का हाल के वर्षों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। मोटे तौर पर कृत्रिम बौद्धिकता (एआई) ...
दो दशक में दस साल जून में हुई सामान्य से कम बारिश, अभी तक 32 फीसदी वर्षा में कमी
जून महीने में भारत के 71 फीसदी (511) जिले में बारिश की कमी बनी हुई है।
असम में बाढ़ : 21 लोग हजार प्रभावित, अगले पांच दिन में भारी वर्षा की आशंका
असम के 4 जिले बाढ़ प्रभावित हैं, इनमें धेमाजी, लखीमपुर, चाचर और कामरूप शामिल हैं
मॉनसून का पीछा : 81 फीसदी भारत में बारिश की कमी, जानिए बीते साल से कितना अलग है इस साल का मॉनसून
2022 मॉनसून की तुलना में 2023 के मॉनसून में बहुत कम वर्षा वाले सबडिवीजन ज्यादा हैं
जग बीती: शिक्षा में क्रांति!
जग बीती: कृषि कानून, किसकी जीत!
आहार संस्कृति: गुलाबी ठंड में सजती थाली
औषधीय और पौष्टिक गुणों से भरपूर पारिजात के फूल व पत्तियों के लाजवाब व्यंजन बनते हैं
जग बीती: गुलिवर बना किसान
जग बीती: शुद्ध लोकतंत्र के खतरे!
जग बीती: किसान या कॉरपोरेट
जग बीती: किसानों का प्रदर्शन
जग बीती: किसानों को ना तो फिर किसको हां?
जग बीती: किसान और दिल्ली