आहार संस्कृति: भारत के 10 राज्यों में चाव से खाए जाते हैं कीड़े, होते हैं पौष्टिक
भारत के दस राज्यों में कीड़े खाने का चलन है, जलवायु परिवर्तन के दौर में कीड़े मांस का बेहतर विकल्प हो सकते हैं
मिनी मॉनसून से भी होने लगी तबाही, कई इलाकों में बाढ़
दक्षिण पश्चिमी मॉनसून वापस हो चुका है और अब नॉर्थ ईस्ट मॉनसून शुरू हुआ है, जिसे मिनी मॉनसून कहा जाता है, इस वजह से ...
मानसून का पीछा 2019 : जुलाई में कम वर्षा मतलब सामान्य से कम मानसून
यदि जून में वर्षा 100 मिलीमीटर से कम रहती है तो ऐसा बीते 118 वर्षों में चौथी बार होगा
अब भी भारत का असली वित्त मंत्री है मानसून
करीब 80 लाख वर्ष पुराने और रहस्यमयी तारीख वाले मानसून को हम कितना समझते हैं। डाउन टू अर्थ की यह वृहत सीरीज आपको इस ...
चुनावी साल करेगा कमाल
विश्व के करीब 74 देश इस साल अपनी सरकार बनाने के लिए मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। 300 करोड़ मतदाता अपने वोट डालेंगे। इस कारण ...
नागरिक मुक्त देश
“अगर तुम्हारा नाम एनआरसी में रहा तो बल्ले-बल्ले। अगर नाम नहीं रहा तो कम से कम रोजगार तो मिल रहा है कि नहीं?”
व्यंग्य: विधर्म का डर
“अचानक उन्हें एहसास हुआ कि जो हवा वह अपने फेफड़ों के अंदर ले रहे हैं, वह तो कभी न कभी किसी विधर्मी ने भी ...
अपना टाइम आएगा!
सरकारी किताब के मुताबिक, हम लोग इंसान नहीं, चिड़िया हैं। बस तब से हम घर-बार छोड़कर पेड़ों पर रह रहे हैं।
पप्पू की ख्वाहिश
बच्चा न हुआ, असेंबल्ड कम्यूटर हो गया। शुक्र मनाओ कि हमने तुमको लेकर इतने सपने नहीं देखे थे...
रामगढ़ में आयुष्मान भारत
मौसी बोलीं, “फिर से नई योजना ले आए? हम लोगों को चैन से रहने भी दोगे या नहीं?”
आकाश में छेद
चीन द्वारा प्रतिबंधित क्लोरोफ्लोरोकार्बन का अवैध और व्यापक उपयोग मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल को कमजोर बना रहा है
दोहरी चुनौती
2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो बड़े वादे किए थे। इन वादों की कसौटी पर कितने खरे उतरे मोदी?
माओवादी इलाके में गांधी जयंती पर शांति यात्रा
कल 2 अक्टूबर, 2018 को गांधी जयंती पर यहां शांति का संदेश लेकर शुरू हो रही पदयात्रा तैयारी पूरी हो चुकी है।
वायु प्रदूषण से भी बढ़ रहा है मधुमेह
भारत में वर्ष 2017 में मधुमेह से पीड़ित लोगों की संख्या 7.2 करोड़ आंकी गई थी, जो विश्व के कुल मधुमेह रोगियों के लगभग ...
चुप्पी बढ़ा रही है अदृश्य हिंसा का दायरा
लोकनाद के विनय महाजन और चारुल भरवदा से उनके सामाजिक सरोकारों की प्रतिबद्धता को लेकर बातचीत की
हक पर हमला
खनन से प्रभावित लोगों के जीवन में सुधार के लिए जिला खनिज फाउंडेशन की स्थापना की गई थी। लेकिन दुर्भाग्यवश यह अपने मकसद से ...
जमीन पर “जंग”
उत्तराखंड में एक तरफ तो गांव के गांव खाली हो रहे हैं तो दूसरी ओर भूमि विवादों की संख्या में तेजी दर्ज की गई ...
पुरी में मिले लुप्त हो चुकी नदी के निशान
शोधकर्ताओं का मानना है कि ये निशान लुप्त हो चुकी सारदा नदी के हो सकते हैं, जिसका उल्लेख ऐतिहासिक ग्रंथों में मिलता है
आजादी के मायनों पर पीऊ और पॉम की बातचीत
आजादी का मतलब किसी को बेड़ियों से मुक्त करना नहीं बल्कि एक सम्मानजनक जिंदगी जीना और दूसरों की स्वतंत्रता को महत्व देना है
भूख-एक बायोपिक
भूख से बिलबिलाते बच्चे व्यवस्था से पूछ रहे हैं, “खाना कहां है? व्हेर इस माई ब्लडी फूड?”
“तराजू में एक तरफ नमक तो दूसरी तरफ मेवा”
आदिवासियों को उनके लघु वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने के लिए ट्राइफेड वन-धन याेजना शुरू कर रही है
क्या ट्राइबल सबप्लान का नाम बदलने से आदिवासियों का भला होगा?
केंद्र सरकार एक बार फिर ट्राइबल सबप्लान (टीएसपी) का नाम बदलने जा रही है लेकिन क्या इससे कुछ हासिल होगा?
लक्ष्य से भटकाव
खनन प्रभावित क्षेत्रों और लोगों के लिए जिस मकसद से डीएमएफ गठित किया गया था, वह पूरा होता नहीं दिख रहा
यादों की चोरी
अल्जाइमर नामक लाइलाज महामारी पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रही है, ऐसे में हम केवल अपने जीने का तरीका बदल सकते हैं ...
गरीबी और आतंकवाद
जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवाद की समस्या के समाधान के लिए फौजी ताकत का इस्तेमाल समझदारी भरा कदम नहीं है