भारत के बड़े शहर रोज उत्पन्न करते हैं 26 हजार टन प्लास्टिक
भारत हर साल 6,50,000 टन प्लास्टिक उत्पन्न करता है। अब भी 22 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में प्लास्टिक के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं
2017 में प्रतिदिन 29 किसानों/कृषि श्रमिकों ने आत्महत्या की
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में कृषि क्षेत्र में 10,655 आत्महत्या हुई जो 2016 से कम है
नई सुरक्षा स्याही से रुक सकती है नकली नोटों की जालसाजी
इस स्याही का विकास प्रतिदीप्ति (फ्लूअरेसन्स)-स्फुरदीप्ति (फॉस्फोरेसेंस) सिद्धांत पर आधारित है, जो एक तरंग दैर्ध्य की आवृत्ति पर ही दो रंगों का उत्सर्जन करती ...
कैसे साफ हो गंगा : पांच साल में सिर्फ एक बार बैठी गंगा परिषद, पीएम मोदी की अध्यक्षता में हर साल होनी थी बैठक
30 हजार करोड़ रुपए से गंगा का रूप और रंग बदला जाना था लेकिन प्रदूषण का ग्राफ गिरने के बजाए बढ़ता जा रहा है।
चौमास कथा: किताबों-चलचित्रों में सावन की घटा
फिल्मकारों और लेखकों को बारिश हमेशा ही लुभाती रही है। भारतीय सिनेमा से लेकर तमाम अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में बारिश कभी केंद्रीय भूमिका में रही ...
रिपोर्ट : गंगा थक चुकी मैला ढोते-ढोते, 60 फीसदी सीवेज सीधा गंगा में गिराया जा रहा
गंगा की सफाई के दावे को लेकर कई वर्ष बीत गए लेकिन अब भी कई जगहों पर गंगाजल आचमन के लायक नहीं।
यूपी में सूखे जैसे हालात : 96 फीसदी जिलों में सामान्य से कम वर्षा, किसानों को ट्यूबवेल से सिंचाई पर रोक रही पुलिस
17 जुलाई, 2022 तक पूरे प्रदेश में धान की रोपाई का 45 फीसदी रकबा ही कवर हो सका। सरकार सूखे और राहत को लेकर ...
पंजाब में इस साल धान बुआई के लिए क्यों फेल रही पानी बचाने वाली डीएसआर विधि?
लुधियाना के किसान सुखजीत सिंह बताते हैं कि औसत तापमान से अधिक अनुभव होने वाले तापमान ने बीजों की परिपक्वता (जर्मीनेशन) को नुकसान पहुंचाया ...
गंगा प्रदूषण : यूपीपीसीबी ने टैनरीज पर लगाया 3.5 करोड़ जुर्माना, वसूला सिर्फ 95 लाख
यूपीपीसीबी ने जानकारी दी है कि कानपुर में जाजमऊ स्थित 210 टैनरी यूनिट्स से अब तक 95 लाख रुपए वसूले गए हैं और अब ...
बाजरा और जूट पर संकट : बुआई के लिए पर्याप्त बीज ही नहीं
देश में राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा प्रमुख मिलेट उत्पादक राज्य हैं।
मॉनसून से पहले ही जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश, दो हजार से अधिक लोग फंसे
एक सप्ताह पहले तक जम्मू-कश्मीर में सामान्य से 45 प्रतिशत कम बारिश हुई थी, लेकिन अब केवल दो जिलों को छोड़ कर शेष अन्य में ...
दक्षिण भारत में प्रोटीन स्रोत के लिए प्रमुख आहार है फील्ड बीन
कन्नड़ भाषा में इसे हिटिकिडा अवेरेकालु नाम कहा जाता है और इसकी स्वादिष्ट करी पूरी या चपाती के साथ खाई जाती है।
शांतिपूर्ण रहा किसानों का भारत बंद, विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग रहेगी जारी
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह सफल रहा। किसानों ने भारत बंद के जरिए कानूनों के निरस्त करने की मांग ...
रासायनिक खेती के गढ़ हरियाणा में किसानों को जैविक खेती से मिली गेहूं की ज्यादा पैदावार : सर्वे
सर्वे में पाया गया कि रबी 2020 में हरियाणा के आत्मनिर्भर जैविक खेती करने वाले किसानों में 45 फीसदी किसानों को गेहूं की पैदावार ...
कृषि कर: जरूरी या मजबूरी
भारत में कृषिगत आय कर के दायरे से बाहर है। लेकिन इसकी आड़ में होने वाली कर चोरी को रोकने के लिए कृषि कर ...
आहार का आधार
भारत भैंस के गोश्त का बड़ा निर्यातक है और अत्यधिक मांसभक्षण की इस बुरी आदत से फायदा उठाता है।
सिक्किम : यहां जानिए क्यों चुंगथांग हाइड्रो डैम में आई दरार एक गंभीर और चिंताजनक मुद्दा है
सिक्किम के चुंगथांग हाइड्रो-बांध के टूटने से पूरे क्षेत्र में सदमे की लहर दौड़ गई है, जिससे इसके प्रभावों के बारे में चिंताएं बढ़ ...
नहीं रहे हरित क्रांति के जनक मशहूर कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन
प्रोफेसर एमएस स्वामीनाथन का 28 सितंबर, 2023 को सुबह 11.15 बजे उनके आवास पर निधन हो गया।
भोजन की बाइनरी में धंसी-फंसी दुनिया
हर्बर्ट मार्क्यूज के शब्दों में कहें तो ‘फॉल्स नीड्स’ पर पूरा समाज जीने का प्रयास कर रहा है।
70 फीसदी से अधिक जिलों में सूखे की स्थिति, फसल की उपज हो सकती है प्रभावित
माधवन के अनुसार देश में चेरापूंजी जैसे गीले क्षेत्रों में हल्के सूखे से उतना फर्क नहीं पड़ता है जबकि विदर्भ क्षेत्र जो पहले से ...
यूपी में भारी वर्षा : धान के किसान खुश तो सब्जी किसानों का हुआ बड़ा नुकसान
उत्तर प्रदेश सरकार की एक बैठक में राहत आयुक्त को एक हफ्ते में जिलों में वर्षा की वजह से फसल नुकसान का आकलन करने ...
यहां जानिए क्या 2023 एक सूखा वर्ष होगा?
डेटा के विश्लेषण से कोई सुसंगत पैटर्न नहीं पता चलता है, फिर भी सूखा वर्ष कहलाने से बचने के लिए 2023 में सितंबर में ...
4 साल की अच्छी मानसूनी वर्षा के बाद अब केरल में सूखे जैसी स्थितियां, अब तक 45 फीसदी कम हुई वर्षा
पर्याप्त वर्षा न होने के कारण न सिर्फ किसान प्रभावित होंगे बल्कि उनकी लागत बढ़ेगी और उपज कम होगी।
चावल की उपज पर मंडरा रहा खतरा, अगस्त की बारिश करेगी फैसला
फिलहाल मानसून ब्रेक पर है। इससे हिमालय की तलहटी और पूर्वी भारत में वर्षा होगी लेकिन देश के अन्य हिस्सों में वर्षा गतिविधि मंद पड़ ...
किसानों को मुआवजा मिलने के बजाए बीमा कंपनियों को मिल रहा सरकार से फायदा
फसल बीमा कंपनियों को केवल मुआवजा बांटने के लिये 7 साल में 60 हजार 73 करोड रुपये मिले हैं।