दार्जिलिंग में 170 साल बाद फिर से खोजा गया सींग वाला लाल तीतर
सत्यर ट्रैगोपान या सींग वाले तीतर को पहली बार 1842 में दार्जिलिंग जिले के वर्तमान कुर्सेओंग और सोनदा क्षेत्र के बीच देखा गया था।
दोहरी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं भारतीय स्टार कछुए, अध्ययन में खुलासा
कछुओं के अवैध व्यापार से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है, अवैज्ञानिक तरीके से स्थानांतरण के कारण अलग-अलग आबादी के बीच अनुवांशिक मिश्रण हो रहा ...
पिलर कोरल्स की आबादी में आई 80 फीसदी की गिरावट, इंसानी हस्तक्षेप बनी वजह
इंसानी हस्तक्षेप और जलवायु परिवर्तन के चलते मूंगे की खूबसूरत प्रजाति पिलर कोरल पर भी विलुप्त होने का खतरा मंडराने लगा है। पता चला ...
सफेद गैंडों के विलुप्त होने से बचाने के लिए वैज्ञानिकों ने खोजा अनोखा तरीका
शोधकर्ताओं ने भ्रूणीय स्टेम सेल (ईएससी) से प्रारंभिक जर्म या बीज कोशिकाओं (पीजीसी) और प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल (आईपीइससी) से गैंडे के अंडे और शुक्राणु ...
विशालकाय जीवों के क्रोमोसोम-स्केल जीनोम से खतरे में पड़ी आबादी को बचाया जा सकता है
अल्दाब्रा विशाल कछुआ 300 किलोग्राम तक के वजन तक पहुंच सकता है और आम तौर पर 100 से अधिक वर्षों तक जीवित रहता है
खतरे में हैं 6,400 किमी का सफर करने वाली मोनार्क तितलियों का अस्तित्व, रेड लिस्ट में शामिल
आईसीयूएन के अनुसार पिछले एक दशक में इन तितलियों की आबादी में 72 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है, जिसके लिए जलवायु परिवर्तन ...
इंसानों और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष बढ़ा रहा है जलवायु परिवर्तन
भारत में जलवायु परिवर्तन के चलते नीली भेड़ों की पसंदीदा वनस्पति का उगना कम हुआ, भेड़ें अपना पेट भरने हेतु लोगों की फसलों को ...
अंडमान में 83 फीसदी से अधिक मूंगे की चट्टानें हुई विरंजित, जेडएसआई का खुलासा
दक्षिण अंडमान के इलाके में उनका अधिकतम नुकसान 91.5 फीसदी हुआ है
छठी सामूहिक विलुप्ति अधिक भयावह, 1500 के बाद से 73 पीढ़ियां लुप्त हो गई: अध्ययन
44 प्रजातियों के विलुप्त होने से पक्षियों को सबसे अधिक नुकसान हुआ, उसके बाद स्तनधारी, उभयचर और सरीसृपों का नंबर आया
कवकों की 20 लाख से ज्यादा प्रजातियों से अनजान दुनिया, महज 155,000 को किया जा सका है दर्ज
दुनिया में फंगी यानी कवकों को 25 लाख से ज्यादा प्रजातियां हैं, जिनमें 90 फीसदी से भी ज्यादा से दुनिया अनजान है
दुनिया में 17 फीसदी नदियां बची हैं, जो मुक्त प्रवाह से बह रही हैं: शोध
1970 के बाद से नदियों में रहने वाली प्रजातियों की आबादी में 84 फीसदी की कमी आई है
केरल में संरक्षित की जा रही है लुप्तप्राय विशाल सॉफ्टशेल कछुए की प्रजाति
मीठे पानी के सॉफ्टशेल कछुए को आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची में गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत किया गया ...
विलुप्ति के कगार पर पहुंच रही जंगली प्रजातियों को बचाने के लिए प्रयास नाकाफी: अध्ययन
वैज्ञानिकों के मुताबिक, मानव गतिविधि ने पृथ्वी को छठे स्थान पर धकेल दिया है, जहां प्रजातियां सामान्य से 100 से 1,000 गुना तेजी से ...
अवैध तरीके से ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं दुर्लभ कीड़े और मकड़ियां
अपनी खोज में टीम को तीन सूचियों में सूचीबद्ध 79 प्रजातियां मिलीं, जिनमें से आईयूसीएन की लाल सूची वाली 7 प्रजातियां शामिल हैं, जो ...
उभयचर जीवों की हर पांच में से दो प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा
स्तनधारियों की 27 फीसदी, पक्षियों की 13 फीसदी, कोरल्स की 36 फीसदी और शार्क एवं रे की 37 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्त होने का ...
विलुप्ति की कगार पर पहुंचे अंडमान के मायावी डुगोंगों को किया जा सकता है फिर से बहाल: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक, भारतीय समुद्र में डुगोंग की संख्या 250 है, हालांकि अंडमान द्वीप समूह में इनके ज्ञात रिकॉर्ड हैं, लेकिन उन्हें वहां बहुत ...
संसद में आज: भारत में 73 प्रजातियों को गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत किया गया
देश में वर्तमान में 8700 मेगावाट की कुल क्षमता वाले 11 परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों का निर्माण चल रहा है
दुनिया भर में शार्क के पंखों के व्यापार से दो-तिहाई प्रजातियां विलुप्ति के कगार पर पहुंची
वैज्ञानिकों को शार्क के डीएनए के नमूनों की मदद से 86 अलग-अलग प्रजातियां मिलीं, इनमें से 61, दो-तिहाई से अधिक, विलुप्त होने के कगार ...
बेलगाम उत्सर्जन की वजह से बड़े पैमाने पर विलुप्त हो रहे हैं समुद्री जीव
अध्ययन में पाया गया है कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन पर लगाम लगाने से विलुप्त होने के खतरे को 70 फीसदी से अधिक कम किया ...
दो तिहाई रीफ शार्क और रे विलुप्त होने के कगार पर पहुंचे: अध्ययन
शोध के मुताबिक, दुनिया के मूंगे के बीच रहने वाले लगभग दो तिहाई शार्क और रे को विलुप्त होने का खतरा है, चेतावनी दी गई ...
पश्चिमी घाट में खोजी गई डैमसेल्फ्लाई की नई प्रजाति 'आर्मगेडन रीडटेल', जानिए क्यों है खास
भारतीय वैज्ञानिकों ने पश्चिमी घाट में डैमसेल्फ्लाई की एक नई प्रजाति खोजी है, जिसे 'आर्मगेडन रीडटेल' (प्रोटोस्टिक्टा आर्मागेडोनिया) नाम दिया है
कई दशकों की गिरावट के बाद विलुप्त होने के जोखिम से उबर रही हैं टूना और बिलफिश
कई दशकों की गिरावट के बाद टूना और बिलफिश मछलियां विलुप्त होने के जोखिम से उबर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ शार्कों की आबादी ...
गैंडों के अवैध शिकार, सींग के व्यापार में गिरावट लेकिन खतरा अभी भी बरकरार: आईयूसीएन
आईयूसीएन के अनुसार भारत और नेपाल में पाए जाने वाले एक सींग वाले गैंडों की संख्या 2018 में लगभग 3,588 से बढ़कर 2021 के ...
ताजे पानी की एक चौथाई मछलियों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा: आईयूसीएन
रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और बेतहाशा किया जा रहा शिकार इन प्रजातियों के लिए बड़ा खतरा बन चुका है
पैंगोलिन के अवैध शिकार के हॉटस्पॉट का चलेगा पता, घटती आबादी पर लगेगी लगाम
अवैध वन्य जीवों का वैश्विक व्यापार 20 बिलियन डॉलर का व्यवसाय है जो अंतर्राष्ट्रीय उत्पादक संघ या कार्टेल द्वारा संचालित होता है।