140 करोड़ अतिरिक्त लोगों का भर सकता है पेट, अगर सिंचाई व्यवस्था में हों जाएं ये सुधार
दुनिया की 22 फीसदी कृषि भूमि के लिए सिंचाई की व्यवस्था है, जबकि दो-तिहाई कृषि भूमि अभी भी बारिश पर निर्भर है
घरों में भू-जल निकासी पर लग सकती है रोक
पानी आपूर्ति करने वाले स्थानीय निकायों की यह जिम्मेदारी होगी कि वह जिन घरों में पाइप के जरिए जलापूर्ति कर रहे हैं उनमें मशीनों ...
पुरुषोत्तपत्तनम लिफ्ट सिंचाई परियोजना के लिए जरुरी है पर्यावरण मंजूरी: रिपोर्ट
समिति के अनुसार इस परियोजना का उपयोग सिंचाई के लिए भी किया जाना है, इसलिए पर्यावरण मंजूरी लेना जरुरी है
बढ़ रहा खेती की जमीन पर दबाव, 4 वर्ष में 49,051 वर्ग किलोमीटर कृषि भूमि घटी
जहां 2011-12 में कुल कृषि भूमि 15,53,007 वर्ग किलोमीटर थी, जोकि 2015-16 में घटकर 15,03,956 वर्ग किलोमीटर रह गई थी
क्या राजनीतिक छत्रछाया में पल रहा चीनी उद्योग पर्यावरण, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी है फायदेमंद?
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने भारत के चीनी उद्योग का व्यापक विश्लेषण किया है, जो बेहद रोचक है
संसद में आज: ग्रामीण भारत में 52 प्रतिशत घरों में हो रही हैं नल से जल की आपूर्ति
डीजल में बायोडीजल के मिश्रण का वर्तमान प्रतिशत 1 फीसदी से कम है
जलवायु परिवर्तन के चलते घट जाएगी टमाटर की पैदावार, खतरे में है आपका पसंदीदा सॉस
नेचर फ़ूड में प्रकाशित रिसर्च से पता चला है कि अगले 28 वर्षों में सॉस, केचप जैसे उत्पादों के लिए इस्तेमाल होने वाले टमाटरों ...
उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य पाकिस्तान और उत्तर-पश्चिम अमेरिका में घट रहे हैं जल भंडार
भूजल के उपयोगकर्ताओं में अमेरिका दुनिया भर के कुल का 31 फीसदी, जबकि भारत 15 और पाकिस्तान 13 फीसदी के साथ सूची में शामिल ...
सूखा सहन करने वाली फसलें बेहतर पोषण और टिकाऊ कृषि के लिए अहम
सूखा सहन करने वाली फसलों को उगाने से सिंचाई के लिए उपयोग किए जाने वाले ताजे पानी की मांग विश्व स्तर पर 11 फीसदी ...
पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता व्यापारिक तनाव
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता व्यापारिक तनाव न केवल व्यापार और अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदेह है, साथ ही वो पर्यावरण को भी नुकसान ...
खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के हैं कई खतरे, नजरअंदाज न करने की दी गई चेतावनी
साइबर हमलावर एआई के उपयोग से की जा रही खेती को बर्बाद कर सकते हैं, आंकड़ों में गड़बड़ी कर खेत में जहर फैला सकते ...
तेजी से पिघल रहा माउंट एवरेस्ट का सबसे ऊंचा ग्लेशियर: अध्ययन
यह ग्लेशियर जो समुद्र तल से लगभग 7,906 मीटर ऊपर है, सतह पर बनने वाली बर्फ की तुलना में 80 गुना तेजी से पतला ...
संसद में आज: भारत के 4,372 शहरों तथा शहरी निकायों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है
सरकार ने आत्मनिर्भर भारत भारत अभियान (एबीए) के तहत एमएसएमई सहित 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक और व्यापक पैकेज की घोषणा की ...
संसद में आज (04 अप्रैल 2022): जंगलों में आग की घटनाएं रोकने के लिए तीन साल में जारी किए 125 करोड़ रुपये
किसान पोलावरम परियोजना के तहत उनकी अधिग्रहण की गई भूमि के मुआवजे को बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति एकड़ करने की मांग कर रहे ...
संरक्षित क्षेत्रों की 500 हेक्टेयर वनभूमि 68 परियोजनाओं को दी गई
2019 में नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ की स्थायी समिति ने संरक्षित क्षेत्रों में इन परियोजनाओं को हरी झंडी दी
बिहार: सिंचाई के साधन न होने से खेती छोड़ रहे किसान, पलायन को मजबूर हुए युवा
बिहार के गया जिले के एक गांव के किसानों का कहना है कि साल दर साल बारिश कम होती जा रही है और भूजल ...
संसद में आज: केन-बेतवा लिंक परियोजना से 62 लाख लोगों को मिलेगा पीने का पानी
दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में सल्फर और क्लोरीन का उच्च स्तर
हिमाचल प्रदेश: सरकारी पेयजल परियोजना का क्यों विरोध कर रहे हैं 50 ग्राम पंचायतों के लोग?
ग्रामीणों का आरोप है कि अदाणी समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट के फायदे के लिए यह परियोजना बनाई जा रही है
बदलती जलवायु के कारण भारी दबाव में हैं हिमालयी जल संसाधन: अध्ययन
ऊपरी सिंधु बेसिन के जल संसाधनों पर जनसंख्या वृद्धि, औद्योगीकरण और निश्चित रूप से जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न गंभीर खतरे समेत कई तरह के ...
संसद में आज (25 मार्च 2022): काला नमक चावल को बढ़ावा देने के लिए 12 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी
ऑपरेशन ग्रीन्स योजना के दीर्घकालिक उपायों के तहत सहायता के लिए 22 खराब होने वाली फसलों की पहचान की गई है।
86 फीसदी ने माना इंसानी स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है नदियों में होता प्रदूषण: सर्वे
76 फीसदी लोगों का कहना है कि जल प्रदूषण को कम करने में इंसानी व्यवहार सबसे बड़ी बाधा है। वहीं महज 10 फीसदी लोग ...
बंजर जमीन को आबाद कर रही हैं महिलाएं
भीलवाड़ा के मारवों का खेड़ा गांव में मनरेगा से विकसित किया जा रहा है फार्म लैंड
भारत में 2050 तक बढ़ती गर्मी के कारण गेहूं और ज्वार की उपज में कमी के आसार: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि 2030 तक गेहूं के लिए पानी की कुल जरूरत नौ फीसदी बढ़ सकती है, जबकि बढ़ते तापमान के चलते ...
साल 2050 तक किस तरह बदलेगी कृषि भूमि, शोधकर्ताओं ने एआई की मदद से लगाया पता
शोध के मुताबिक, अगले 25 वर्षों में कृषि योग्य भूमि की मात्रा बढ़ जाएगी, लेकिन यह उत्तर की ओर स्थानांतरित हो जाएगी
जलवायु परिवर्तन के युग में जल
पानी को बचाने केलिए अब जुनून के साथ-साथ संकल्प एवं दृढ़ता की भी आवश्यकता है, सुनीता नारायण का आलेख-