क्या जलवायु परिवर्तन के चलते बदल रहा है कॉफी का जायका
दुनिया के कई कॉफी उत्पादक क्षेत्र बदलती जलवायु का अनुभव कर रहे हैं जिससे न केवल इसकी पैदावार बल्कि साथ ही स्वाद, सुगंध और ...
केरल में निपाह वायरस से दो की मौत, स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने की पुष्टि
राज्य सरकार ने आपात स्थिति से निपटने के लिए 12 सितंबर को कोझिकोड में एक नियंत्रण केंद्र स्थापित किया है। इससे पहले 11 सितंबर ...
नीलगिरी रिजर्व में लुप्तप्राय एशियाई हाथियों का अधिकांश निवास स्थानों का हुआ नुकसान: अध्ययन
यदि हाथियों के इधर-उधर जाने की गतिविधि पर पाबंदी लग जाती है और जीन प्रवाह कम हो जाता है, तो प्रजनन अधिक होता जिससे ...
मॉनूसन 2022: परेशान करने वाले हैं खरीफ सीजन में बुआई के आंकड़े
मॉनसून 2022 देश में प्रवेश तो कर चुका है, लेकिन बारिश के शुरुआती आंकड़े किसानों के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं
क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट? स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कितना है खतरनाक?
एक तरफ जहां देश कोरोनावायरस की तीसरी लहर का सामना करने की तैयारी कर रहा है, ऐसे में इस नए डेल्टा प्लस वैरिएंट ने ...
केरल से तमिलनाडु में डंप किए जा रहा है बायोमेडिकल और म्युनिसिपल वेस्ट: रिपोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
इडुक्की में हाथियों पर हो रहा अत्याचार, अवैध रूप से चल रहे 'एलीफैंट कैंप'
एक सप्ताह के भीतर अपने नियंत्रण में आने वाली हर सड़क की मरम्मत करे एनएचएआई: उच्च न्यायालय
म्युटेशन के कारण कहीं ज्यादा ‘स्मार्ट’ हो रहा है मंकीपॉक्स
रिसर्च से पता चला है कि म्युटेशन के जरिए मंकीपॉक्स कहीं ज्यादा ‘स्मार्ट’ हो रहा है, जिसकी मदद से वो दवाओं और इम्यून सिस्टम ...
रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, राजौरी, त्रिशूर, पुलवामा में है भूस्खलन का सबसे ज्यादा खतरा: इसरो
1988 से 2022 के बीच भूस्खलन की सबसे ज्यादा 12,385 घटनाएं मिजोरम में दर्ज की गई हैं। इसके बाद उत्तराखंड में 11,219, त्रिपुरा में ...
भारत में फल-फूल रहा ‘समुद्री खीरे’ का अवैध व्यापार, 101.4 टन किया गया जब्त
भारत में 'सी कुकुम्बर' की करीब 200 प्रजातियां पाई जाती हैं। यह सभी प्रजातियां वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित हैं
प्लास्टिक पेनों से होने वाला 91 फीसदी कचरा नहीं होता रिसाइकल
हर साल 160 से 240 करोड़ प्लास्टिक पेन बाजार में आते हैं| जिनकी वजह से जो प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है उसमे से 91 ...
भारत के संरक्षित क्षेत्रों में भी जहरीली दवाओं से सुरक्षित नहीं गिद्ध, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
नया अध्ययन इस दावे का खंडन करता है जंगली गिद्ध दर्द निवारक दवा डाइक्लोफेनैक से सुरक्षित हैं
जंगली जानवरों से संघर्ष के मुद्दे पर सहयोग करें केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक सरकारें: केरल उच्च न्यायालय
उच्च न्यायालय का कहना है कि राज्य की सीमाएं केवल इंसानी आबादी के लिए हैं, न कि उन जानवरों के लिए जो इन तीनों ...
पिछले 28 वर्षों में कटाव का सामना कर रहा है भारतीय तटरेखा का एक तिहाई हिस्सा
वहीं दूसरी ओर 1990 से 2018 के बीच करीब 27 फीसदी तटरेखा में विस्तार देखने को मिला है, जबकि 41 फीसदी तटरेखा पर कोई ...
केरल में 18 डंप साइट्स पर वर्षों से जमा कचरे का कर दिया गया है निपटान: रिपोर्ट
जलवायु संकट: भारत में सिकुड़ रहा बसंत, देश के कई हिस्सों में समय से पहले दिखने लगा गर्मी का कहर
क्लाइमेट ट्रेंड्स के मुताबिक जैसे-जैसे जलवायु में आते बदलावों के कारण तापमान में वृद्धि हो रही है, देश भर में स्थानीय मौसम के पैटर्न ...
भारत में खतरे में है पेड़ों की 347 प्रजातियां, तमिलनाडु में हैं सबसे अधिक प्रजातियां
भारत में पेड़ों की 3,708 से ज्यादा प्रजातियां हैं, जिनमें से करीब 9.4 फीसदी यानी 347 प्रजातियां खतरे में हैं। भारत पेड़ों की 609 ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: त्रयंबकेश्वर नदी के प्रदूषण पर रोक लगाने में विफल रहा है एमपीसीबी : एनजीटी
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: संत्रगाची झील में प्रदूषण और अतिक्रमण पर अधिकारियों को फटकार
पर्यावरण मुकदमों की साप्ताहिक डायरी: ओसुदु झील पर 10 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे समिति: एनजीटी
केरल के पलक्कड़ में चलता अवैध खनन का खेल, कोर्ट ने मुआवजे के आंकलन का दिया निर्देश
अदालत ने 20 दिसंबर 2023 को खनन की गई मात्रा के आधार पर खननकर्ता को पर्यावरणीय मुआवजा भरने का निर्देश दिया है
पांडवन पारा पहाड़ियों पर नहीं किया जा रहा खनन, संयुक्त समिति ने की पुष्टि
भारत में दर्ज की गई पक्षियों की 1,036 प्रजातियां, दुनिया में तीसरी सबसे अधिक
द ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट में पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक, 538 पक्षी प्रजातियां दर्ज की गई। उत्तराखंड में 426, असम में 420, महाराष्ट्र ...
केरल में संरक्षित की जा रही है लुप्तप्राय विशाल सॉफ्टशेल कछुए की प्रजाति
मीठे पानी के सॉफ्टशेल कछुए को आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची में गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत किया गया ...