हर साल 17 घन किमी की दर से गायब हो रहा है भूजल, भू-धंसाव का बड़ा कारण बना
समस्या केवल शुष्क क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है, बांग्लादेश, भारत और वियतनाम जैसे आर्द्र जलवायु वाले क्षेत्रों में भी भूस्खलन का मानचित्रण किया ...
एक साथ कई आपदाओं के साए में रह रही है हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र की 49 फीसदी आबादी
शोध के अनुसार करीब 3.6 करोड़ से ज्यादा लोग इन जटिल आपदाओं के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में रह रहे हैं, जबकि इस क्षेत्र की ...
संसद में आज: कैच द रेन अभियान 2022 के दौरान देश भर में किए गए 11,98,823 जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण
देश भर में कुल 6,36,826 सामुदायिक, सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया है
मॉनसून आते ही ऑलवेदर रोड बन गई जानलेवा, अब तक पांच की मौत
सरकार का दावा है कि चार धाम मार्ग 12 महीने चलेगा, लेकिन मॉनसून आते ही यह राजमार्ग जगह-जगह से बंद है
हिमालय व उत्तरी गोलार्ध के पहाड़ों में हर एक डिग्री तापमान बढ़ने से 15 फीसदी अधिक होगी बारिश: रिपोर्ट
दुनिया भर में तापमान दो डिग्री होने से 30 प्रतिशत और तीन डिग्री की वृद्धि होने से 45 प्रतिशत तक बारिश में वृद्धि देखी ...
संसद में आज: बदलती जलवायु के कारण 2100 तक गेहूं की उपज 6 से 25 फीसदी की गिरावट के आसार
पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल सम्मिश्रण का उपयोग करके दो पहिया वाहनों में लगभग 50 फीसदी और चार पहिया वाहनों में लगभग 30 फीसदी ...
संसद में आज: हिमालयी इलाकों में बन रही हैं 30 बड़ी जल विद्युत परियोजनाएं
जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित परिवार के पुनर्वास के लिए सरकार ने 45 करोड़ रुपए किए जारी
उत्तराखंड को बचाने के लिए समर्पित और ईमानदार वैज्ञानिक हस्तक्षेप की आवश्यकता
उत्तराखंड कमजोर चट्टानों पर बसा है, जहां प्रकृति से छेड़छाड़ नहीं है, फिर भी वैज्ञानिक चेतावनियों के बावजूद यहां विकास परियोजनाओं का काम चल ...
आवरण कथा: खंड-खंड होते उत्तराखंड के लिए जिम्मेवार कौन, कहां बसेंगे उजड़े लोग
हिमालयी राज्य उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं। ऐतिहासिक शहर जोशीमठ के बड़े हिस्से के साथ-साथ लगभग 500 गांवों को असुरक्षित मान लिया ...
भूस्खलन की वजह से बढ़ रहा है ग्लेशियर का पिघलना और पीछे हटना: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने पाया कि भूस्खलन ने ग्लेशियर से बर्फ को नीचे की ओर धकेल दिया, जिससे यह तेजी से आगे की ओर बढ़ा और ...
क्या आप जानते हैं बाढ़ और सूखे की परिभाषा?
मानसून बारिश के रूप में सूखे से राहत देता है और यह भारतीय कृषि को काफी हद तक प्रभावित करता है।
हिमाचल: बागवानों के पास पहुंचा आपदा राहत कोष का पैसा, कैग रिपोर्ट में खुलासा
कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि हिमाचल में राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) का लगभग 36.23 करोड़ रुपए दूसरी मदों पर खर्च कर ...
उत्तराखंड में भारी बीतता है मॉनसून, चार साल में आई 183 आपदाएं
एक अध्ययन में कहा गया है कि 2020 से 2023 तक की अवधि में उत्तराखंड में जल संबंधी आपदाओं में 213 लोग मारे गए
जोशीमठ और आसपास के इलाके हर साल छह सेमी से अधिक धंस रहे हैं: अध्ययन
देहरादून के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग ने जुलाई 2020 से मार्च 2022 के बीच एकत्रित उपग्रह चित्रों का उपयोग से पता लगाया कि ...
114 दिनों की अनियमित वर्षा, चरम मौसम की घटनाओं के बाद मॉनसून 2022 लेने लगा विदाई
मॉनसूनी हवाओं को भारतीय उपमहाद्वीप से पूरी तरह से विदा होने में और 4 सप्ताह का समय लगेगा
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर में पहली बार बर्फ की 800 झीलों का लगाया पता
दुनिया भर में हजारों बर्फ से बनी झीलें हैं, लेकिन अब तक, उनका विवरण सामूहिक रूप से नहीं रखा गया था
पहाड़ी दरकने की घटना में हिमाचल के किन्नौर में 9 पर्यटकों की मौत
चालू मानसून सीजन में 13 जून से 25 जुलाई के दौरान प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं में 186 जानें जा चुकी हैं
रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, राजौरी, त्रिशूर, पुलवामा में है भूस्खलन का सबसे ज्यादा खतरा: इसरो
1988 से 2022 के बीच भूस्खलन की सबसे ज्यादा 12,385 घटनाएं मिजोरम में दर्ज की गई हैं। इसके बाद उत्तराखंड में 11,219, त्रिपुरा में ...
भारतीय इतिहास का आठवां सबसे गर्म वर्ष रहा 2020
2020 में तापमान सामान्य से 0.29 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया गया जबकि जलवायु से जुडी आपदाओं के चलते देश भर में 1,500 से ...
हिमालयी इलाके में लिथियम निकालने की भारी पर्यावरणीय कीमत चुकानी होगी: अध्ययन
विशेषज्ञों के मुताबिक, हिमालय की संवेदनशील पारिस्थितिकी को देखते हुए खनन शुरू करने से पहले स्वतंत्र पर्यावरणीय प्रभाव आकलन किया जाना चाहिए
काफी पहले से मंडरा रहा जोशीमठ संकट, ऋषिकेश मार्ग पर प्रति किमी सड़क पर एक से अधिक भूस्खलन
ऋषिकेश से जोशीमठ के बीच 247 किमी लंबी सड़क में भूस्खलन की 309 घटनाएं होने के कारण सड़क पूरी तरह या आंशिक रूप से ...
पेरिस समझौते के 5 साल: भारत के 75 फीसदी से ज्यादा जिलों पर मंडरा रहा है जलवायु परिवर्तन का खतरा
देश का करीब 12 फीसदी हिस्सा बाढ़ और 68 फीसदी हिस्सा सूखे की जद में है। इसी तरह देश की करीब 80 फीसदी तटरेखा ...
ग्लेशियर से बनी झीलों के फटने से आने वाली बाढ़ का शुरुआती कारण नहीं है भूकंप: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि 1900 से 2021 के बीच ग्लेशियर से बनी झीलों के पास आए 59 भूकंपों में से केवल एक के ...
संसद में आज: गुजरात में पिछले तीन साल में मारे गए 397 शेर, 182 शावक भी शामिल
साल 2022 और 23 में हाथियों के हमलों के कारण कुल 605 लोगों की जान गई और 2022 में बाघ के हमले के कारण ...
एशियाई शीतकालीन मॉनसूनी बारिश को 50 फीसदी तक क्यों कम आंका जाता है: शोध
एशियाई शीतकालीन मॉनसून वियतनाम, फिलीपींस, दक्षिण-पूर्व भारत, श्रीलंका और जापान के कुछ तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश लाता है, जो कृषि और जल संसाधनों ...