चारे का संकट: क्या दान में मिले भूसे से पलेंगी गौशाला की गायें?
उत्तर प्रदेश प्रशासन ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वे गौशाला में पल रहे छुट्टा मवेशियों के लिए भूसे का इंतजाम करें
दुनिया भर में एक नए रोग ने बढ़ाई मुसीबत, भारत नया शिकार
ऐसे समय में जब दुनिया कोविड-19 वायरस से जूझ रही है, तभी एक अन्य वायरस सूअरों के लिए काल बन रहा है। इसने वैश्विक ...
दो से तीन गुणा महंगा बिक रहा है भूसा, राज्य सरकारें लगा रही हैं प्रतिबंध
बुआई के साथ-साथ गेहूं का उत्पादन कम हुआ है, जिसके चलते देश में भूसे का संकट खड़ा हो गया है
डाउन टू अर्थ विशेष: विदेशी व संकर नस्ल की गायों पर क्यों भारी पड़ रही हैं देशी गाय?
पशुपालक अब विदेशी व संकर नस्ल की गायों की बजाय देशी गायों को पाल रहे हैं
चारा संकट की जड़ें, भाग एक: हरित क्रांति के समय से शुरू हो गई थी समस्या
हरित क्रांति के समय से चारे की उपेक्षा हो रही है। चारा फसलों का घटता क्षेत्र और उच्च उत्पादन वाली बौनी किस्मों ने इस ...
डाउन टू अर्थ, गहन पड़ताल: लम्पी बीमारी ने बिगाड़े हालात, ग्रामीण ही नहीं शहरी भी प्रभावित
मवेशियों में दो वायरस से होने वाली बीमारियां लम्पी रोग और अफ्रीकी स्वाइन फ्लू इस साल पूरे भारत में अप्रत्याशित तौर पर फैल गईं। ...
डाउन टू अर्थ खास: हो रही है बैलों की वापसी
मशीनीकरण के बाद पहली बार छोटे किसानों की मदद के लिए खेती में बैलों को पुनर्जीवित करने की पहल हुई है
छोटे और मझोले किसानों वाली पोल्ट्री के लिए नई गाइडलाइन, प्रदूषण रोकथाम के लिए उठाने होंगे कदम
छोटे और मध्यम आकार वाले करीब 25 करोड़ से अधिक पोल्ट्री को भी चारे में एंटीबायोटिक के इस्तेमाल की रोकथाम पर ध्यान देने की ...
देश में 5 लाख से ज्यादा पशु चिकित्सकों की कमी के बीच लगातार बढ़ रहा एएमआर और जूनोटिक डिजीज का खतरा
देश में पशु चिकित्सकों की बड़ी कमी के बीच पशुओं से इंसानों में पहुंचने वाले रोगों की तादाद न सिर्फ बढ़ रही है बल्कि ...
संसद में आज : सरकार का दावा, देश में घट रहा है टीबी से होने वाली मौतों का सिलसिला
भारत में टीबी होने की दर 2015 में प्रति 100,000 जनसंख्या पर 237 से 16 फीसदी से घटकर 2022 में प्रति 100,000 जनसंख्या पर ...
जीन के द्वारा पशुओं में तुरंत रोगों का पता लगाया जा सकता है : अध्ययन
आनुवंशिक गड़बड़ी जानवरों के दूध उत्पादन और इनके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है। इन खतरों को कम करने का एक ऐसा तरीका है ...
आधे से अधिक बीफ खा जाते हैं 12 फीसदी अमेरिकी, पर्यावरण पर पड़ रहा हैं भारी असर
दुनिया भर की खाद्य प्रणाली हर साल 17 अरब टन ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन करती है, जो मानवजनित गतिविधि द्वारा उत्पादित सभी ग्रह को ...
जलवायु परिवर्तन के दौर में पशुचारण और पशुचारकों की स्थिति
संयुक्त राष्ट्र के कृषि एवं खाद्य संगठन (एफएओ) ने पशुचारकों की स्थिति में सुधार के लिए एक अपील जारी की है
खराब वैक्सीन से पशुपालकों की आय को बड़ा झटका, मुआवजे की नीति नहीं
ऐसे किसान जो पशुपालन से अपनी आजीविका चलाते हैं और पारंपरिक तौर पर उसी पर निर्भर हैं, वे अपने जानवरों को तमाम रोगों के ...
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा सवाल : 27 में से केवल तीन कीटनाशकों पर ही प्रतिबन्ध क्यों?
कृषि मंत्रालय ने 8 जुलाई 2013 को कीटनाशकों की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। इस समिति ने 27 कीटनाशकों को ...
डाउन टू अर्थ खास: क्यों की जा रही है गधों की हत्या, कितने जरूरी हैं हमारे लिए गधे
बोझा ढोने वाले जानवर के रूप में गधों का प्रयोग अब बहुत कम होता है। मांस और खाल के अवैध व्यापार के कारण भी ...
स्थानीय बाजारों में फसलें बेच रहे हैं अधिकतर किसान: एनएसओ रिपोर्ट
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के सर्वेक्षण के मुताबिक, सरकारी एजेंसियों के पास सबसे कम किसान फसल बेचते हैं
किन्नौर भूस्खलन की ग्राउंड रिपोर्ट : तीन सप्ताह बाद भी खतरा बरकरार, दहशत में ग्रामीण
28 लोगों की मौत का कारण बने निगुलसरी भूस्खलन क्षेत्र में लोगों को चेतावनी देने के लिए पुलिस के छह जवान तैनात किए गए
देश में मवेशी अस्पतालों की संख्या 66 हजार, जरूरत है 5 लाख की
देशभर में 2018-19 में 39,384 मवेशी अस्पताल थे जो कि अब घटकर वर्तमान में 37,726 ही रह गए हैं
जम्मू-कश्मीर: अज्ञात बीमारी का शिकार हो रहे पहाड़ी इलाकों के मवेशी
पशु चिकित्सकों का कहना है कि मवेशियों की बीमारी का ठोस कारण पता नहीं चल पा रहा है
हिमाचल में भी लम्पी स्किन बीमारी का कहर, दो सप्ताह में 1 हजार मामले
लम्पी स्किन बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र पड़ोसी राज्यों के साथ सीमा साझा करने वाले सिरमौर, सोलन और उना जिला है।
भारत में बढ़ रही है विदेशी पशुओं की मांग
भारत में देशी पशुओं की संख्या कम हो रही है, लेकिन विदेशी क्रॉसब्रीड पशुओं की संख्या बढ़ रही है
नेट जीरो उत्सर्जन: कृषि को बनाया जा रहा है बलि का बकरा
कृषि को सबसे बड़ा प्रदूषक बता कर सीमित करना और 2030 तक पशुधन को 30 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य पर सवाल उठा ...
सामुदायिक संसाधनों से चारे की 60 प्रतिशत जरूरतें होती हैं पूरी: जोशी
सामुदायिक संसाधनों को विकसित करने की दिशा में कार्यरत फाउंडेशन फॉर ईकोलॉजिकल सिक्युरिटी के कार्यकारी निदेशक संजय जोशी ने राजस्थान जैसे राज्यों में सामुदायिक ...
क्या बढ़ते एएमआर के लिए प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन भी है जिम्मेवार
अनुमान है कि 2050 में हर साल एक करोड़ से ज्यादा लोगों की जान रोगाणुरोधी प्रतिरोध की वजह से जाएगी। इसका मतलब है कि ...