पशु व्यापार पर प्रतिबंध से विकराल हो रही है आवारा मवेशियों की समस्या
आवारा मवेशियों की संख्या इस हद तक बढ़ गई है कि फसलों को बचाने के लिए ग्रामीणों को रातभर जागना पड़ रहा है
नेट जीरो उत्सर्जन: कृषि को बनाया जा रहा है बलि का बकरा
कृषि को सबसे बड़ा प्रदूषक बता कर सीमित करना और 2030 तक पशुधन को 30 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य पर सवाल उठा ...
सामुदायिक संसाधनों से चारे की 60 प्रतिशत जरूरतें होती हैं पूरी: जोशी
सामुदायिक संसाधनों को विकसित करने की दिशा में कार्यरत फाउंडेशन फॉर ईकोलॉजिकल सिक्युरिटी के कार्यकारी निदेशक संजय जोशी ने राजस्थान जैसे राज्यों में सामुदायिक ...
क्या बढ़ते एएमआर के लिए प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन भी है जिम्मेवार
अनुमान है कि 2050 में हर साल एक करोड़ से ज्यादा लोगों की जान रोगाणुरोधी प्रतिरोध की वजह से जाएगी। इसका मतलब है कि ...
कहां हो सकता है नए कोरोनावायरस का जन्म, वैज्ञानिकों ने हॉटस्पॉट का लगाया पता
जंगलों पर बढ़ता अतिक्रमण, बदलता भूमिउपयोग और बड़े पैमाने पर पशुधन उत्पादन के चलते चीन में कई हिस्से इस वायरस के लिए हॉटस्पॉट हो ...
संसद में आज: स्वतंत्रता के बाद कुल मछली उत्पादन में 21 गुना से अधिक की वृद्धि हुई
भारत में वर्ष 2022-23 के दौरान जल-मौसम संबंधी आपदाओं के कारण कुल 1997 लोगों की मौत हुई और 18,54,901 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ
जल्लीकट्टू: संस्कृति बनाम संरक्षण
बुनियादी सवाल अभी अनुत्तरित है–क्या जल्लीकट्टू पारिस्थितिकी के लिहाज से महत्वपूर्ण प्रथा है या सिर्फ एक खूनी खेल?
तो क्या लैंडफिल के बंद होने से गायब हो जाएंगे मिस्र के संकटग्रस्त प्रजाति के गिद्ध?
मिस्र का गिद्ध (निओफ्रॉन पेर्कनोप्टेरस) सबसे छोटे गिद्धों में से एक है और दुनिया भर में शिकार करने के लिए जाना जाने वाला एक ...
सरकारी नीतियों में हाशिए पर रहा चारा उत्पादन
आंकड़ों के अभाव में चारा संकट की समस्या को नकारना आसान है परंतु इससे समस्या का समाधान नहीं होता
संसद में आज: कीटों के आक्रमण से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में मिर्च की फसल को 40 से 80 फीसदी नुकसान
प्राकृतिक खेती के तहत 4.09 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कवर किया गया है और देश भर के 8 राज्यों को 4980.99 लाख रुपये जारी ...
क्या होता है एंटीबायोटिक रेसिस्टेन्स (एएमआर), कितना खतरा है हमें इससे?
एंटीबायोटिक रेसिस्टेन्स की वजह से हर साल करीब सात लाख लोगों की जान जा रही है। इसके बावजूद लोग इसके बारे में बहुत कम ...
वन्यजीव व्यापार से कोविड-19 जैसी महामारियों में हो सकता है इजाफा
शोधकर्ताओं ने कहा कि महामारियों से निपटने के लिए सरकारों को वन्यजीवों के व्यापार, आवासों की सुरक्षा, वन्यजीवों और घरेलू पशुओं के बीच संपर्क ...
आवरण कथा: पशु चारे की जद्दोजहद, भाग-एक
भूसे की महंगाई ने पशुपालन की लागत में बेतहाशा बढ़ोतरी कर दी है और इसके परिणामस्वरूप किसान व पशुपालक पशुओं को छोड़ने पर मजबूर ...
देश में 61 फीसदी घटी गधों की आबादी, क्या चीन में खाल की बढ़ती मांग है जिम्मेवार
जहां 2012 में की गई पशुधन गणना में इनकी कुल आबादी 3.2 लाख थी वो 2019 की गणना में घटकर 1.2 लाख रह गई ...
जलवायु परिवर्तन के चलते दुनिया के एक तिहाई खाद्य उत्पादन पर मंडरा रहा है संकट
यदि वैश्विक स्तर पर हो रहा उत्सर्जन इसी दर से जारी रहता है तो दुनिया के खाद्य उत्पादक क्षेत्रों में वर्षा और तापमान में ...
मानव-वन्यजीव संघर्ष: बढ़ते संघर्ष की भारी कीमत चुका रहे हैं भारत जैसे देश
आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्रों को देखें तो वहां एक गाय या बैल को इस मानव-वन्यजीव संघर्ष में खोने का मतलब है कि किसान ...
100 करोड़ अतिरिक्त लोगों का भर सकता है पेट, पशु चारे में करना होगा बदलाव
अध्ययन के निष्कर्ष दर्शाते हैं कि प्राकृतिक संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव डाले बिना यह बदलाव 13 फीसदी अतिरिक्त लोगों की खाद्य जरूरतों को पूरा ...
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 'पवित्र' गाय की वापसी
किसानों की अर्थव्यवस्था की धुरी होने से लेकर आवारा छोड़े जाने तक गायों की हालत में इतना बड़ा बदलाव आया है जिसका लोगों को ...
वन विनाश में दूसरे स्थान पर भारत, पांच वर्षों में खो दिए 668,400 हेक्टेयर में फैले जंगल
यूके स्थित फर्म यूटिलिटी बिडर के मुताबिक वन विनाश के मामले में भारत, ब्राजील के बाद दूसरे स्थान पर है, जहां पिछले पांच वर्षों ...
मीथेन उत्सर्जन में 45 फीसदी की कटौती हर साल बचा सकती है 260,000 लोगों की जान
इस कटौती की मदद से मानव श्रम के 7,300 करोड़ घंटों को बचाया जा सकता है, साथ ही हर साल 2.5 करोड़ टन फसलों ...
सावधान! इंसानों के सेवन के लिए सुरक्षित नहीं गोमूत्र, रिसर्च में मिले 14 तरह के हानिकारक बैक्टीरिया
भारत में कई सप्लायर भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) की सहमति के बिना ही गोमूत्र को बेच रहे हैं, जोकि गैरकानूनी है
इंसानों में भी पहुंचा एच3एन8 बर्ड फ्लू, चीन में दर्ज हुई पहली मौत
महिला के अस्पताल में भर्ती होने के 24 दिनों और मौत के करीब 11 दिन बाद चीन ने डब्लूएचओ को इसकी जानकारी दी है, ...
सहरिया आदिवासियों को जैसे मिटाने पर तुली है महंगाई
खाद्यान्नों की बढ़ी कीमतों ने हमेशा से कुपोषण का शिकार रहे सहरिया समुदाय को बिल्कुल हाशिये पर पहुंचा दिया है
पहले के मुकाबले 29 फीसदी कम काटे जा रहे हैं जंगल फिर भी क्यों चिंतित हैं वैज्ञानिक
रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा नुकसान उष्णकटिबंधीय जंगलों को हुआ है जो इन 18 वर्षों में लगभग यूरोप जितना वन क्षेत्र खो चुके हैं, ...
भारत में 2050 तक बढ़ती गर्मी के कारण गेहूं और ज्वार की उपज में कमी के आसार: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि 2030 तक गेहूं के लिए पानी की कुल जरूरत नौ फीसदी बढ़ सकती है, जबकि बढ़ते तापमान के चलते ...