एक नहीं, कई देशों के लिए खतरा बन चुके हैं ये टिड्डी दल
हॉर्न ऑफ अफ्रीका में कुछ महीनों में ही 5,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक फसलें प्रभावित हुईं हैं
जलवायु में बदलाव के कारण अनियमित मौसम से बढ़ेगा टिड्डियों का प्रकोप
अध्ययन के मुताबिक, 1985 के बाद से टिड्डियों के निवास स्थान का विस्तार हुआ है, 21वीं सदी के अंत तक पश्चिम भारत और पश्चिम ...