मध्यप्रदेश: 16 साल में 17 लाख शिशुओं की मौत, आईएमआर में फिर सबसे ऊपर
रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया द्वारा सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे में मध्यप्रदेश लगातार 15वीं बार शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) में सबसे ऊपर रहा
एमएसपी से कम कीमत पर फसल बेचने को क्यों मजबूर हैं मध्यप्रदेश के किसान
लॉकडाउन के चलते फसल की खरीद देर से शुरू हुई है, लेकिन अभी भी सरकारी खरीद में कई खामियां हैं
अब लीलागर नदी को खतरा, खदान का गाद भरा पानी बहाने की तैयारी
29 सितंबर को लीलागर नदी का पानी देश की प्रमुख कोयला खदान में घुस गया था, अब इस पानी को निकाल कर नदी में ...
स्वच्छ भारत मिशन के जश्न से पहले खुले में शौच करते दो बच्चों की हत्या
आगामी 2 अक्टूबर को देश 100 फीसदी खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) होने का जश्न मनाएगा, लेकिन क्या यह मिशन सच में सफल रहा?
सफेद हाथी साबित हुए मध्य प्रदेश के बांध, सिंचाई दावे के उलट महज 23 फीसदी ही कारगर
नर्मदा नदी पर बने पांच बांध साबित हो रहे हैं। इन बांधों के जरिए सिंचाई के दावे सिर्फ दावे बनकर रह गए।
भारी बारिश से खराब हुई सोयाबीन की फसल, एमपी में सबसे अधिक नुकसान की आशंका
144 जिले में सामान्य से अधिक बारिश होने के कारण सोयाबीन जैसी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है, राज्य सरकारों ने इसका सर्वे शुरू ...
बांध प्रभावितों का पुनर्वास करेगी मध्य प्रदेश सरकार
बांध प्रभावितों का बकाया मुआवजा भी जल्द से जल्द दिया जाएगा। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) की बैठक में यह फैसला लिया गया
इंजीनियरिंग शिक्षा जैसे न हो जाएं कृषि शिक्षा के हालात!
डाउन टू अर्थ ने देश की कृषि शिक्षा की अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल की है। इसे चार भाग में पढ़ सकते हैं
थाने के बाहर दो दिन से जमा हैं आदिवासी, जानें क्यों?
9 जुलाई को हुए फायरिंग में 4 आदिवासी घायल हो गए थे। आदिवासियों की मांग है कि आरोपी वनकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए
वन अधिकार कानून पर वनवासियों को राहत, दावे पर दोबारा होगी सुनवाई
वन अधिकार कानून के तहत आदिवासियों और अन्य वनवासियों के 3 लाख 60 हजार से अधिक दावे निरस्त किए गए थे, जिनपर एक बार फिर ...
अब मध्यप्रदेश में गूंजा जंगल-जमीन कोन री छे, आमरी छे का नारा, 4 आदिवासी घायल
मध्यप्रदेश के बुरहान पुर के वन क्षेत्र में पुलिस की गोली से चार आदिवासी घायल हो गए। ये आदिवासी वन भूमि से कब्जा हटाने ...
जल संकट का समाधान: राजस्थान से मध्यप्रदेश पहुंची पारंपरिक तकनीक
मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में 14 एकड़ के कैंपस में हर साल तीन लाख लीटर वर्षा जल संग्रहित किया जाता है और साल भर ...
मध्यप्रदेश में अपनी अधिग्रहित जमीन क्यों वापस मांग रहे आदिवासी और किसान
मध्य प्रदेश में पांच साल बाद भी परियोजनाएं शुरू न होने पर आदिवासियों ने अपनी जमीन लौटाने की मांग की है। इस लड़ाई में ...
तवा नदी का पर्यावरण बिगाड़ रहे अवैध 32 स्टॉकयार्ड के संचालन पर रोक
तवा होशंगाबाद में नर्मदा की प्रमुख सहायक नदी है। बालू व खनिज के भंडारण और व्यापार के लिए बिना मंजूरी निजी स्टॉकयार्ड तवा नदी ...
एमएसपी से आधे कीमत पर मक्का बेचने को मजबूर किसान
कोरोनावायरस संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से मक्के की खरीद में काफी कमी आई है
ओलावृष्टि: सुबह गिरे ओले शाम तक खेतों में बिना घुले पड़े रहे, फसलों को भारी नुकसान
मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में ओलावृष्टि ने भारी नुकसान पहुंचाया, किसानों ने कहा कि कुछ भी नहीं बचा, मुख्यमंत्री ने सर्वे कराने के दिए ...
खेतों में पानी जमा करके सूखने के बाद फसल लेने की अनोखी विधि
मध्य प्रदेश में प्रचलित जल संचयन और सिंचाई की हवेली व्यवस्था फसल चक्र बदलने से गायब होती जा रही है
एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में आक्सीजन प्रेशर कम होने से 12 मरीजों की मौत
मध्यप्रदेश में कोविद संक्रमण की स्थिति गंभीर होती जा रही है. 17-18 अप्रैल की रात शहडोल स्थित मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन प्रेसर कम होने ...
स्टेट प्लेन से भोपाल पहुंचे रेमडिसिवर अस्पताल से चोरी
प्रदेश में पिछले एक पखवाड़े से रेमडिसिवर इंजेक्शन की भारी किल्लत है, यह इंजेक्शन दोगुने से अधिक दामों पर कालाबाजारी के रास्ते मिल रहा ...
रिजर्व फॉरेस्ट में खनन की ई-नीलामी आदेश से नया संकट
ग्रामीणों का कहना है कि इस आदेश के बाद उनका निस्तार, उनके आसपास का पर्यावरण और वन्य प्राणियों पर संकट खड़ा हो जाएगा
2022 तक कैसे पूरा होगा 'सबके लिए घर' का सपना, तीन साल में बने केवल 37.6 फीसदी मकान
पिछले तीन वर्षों (2017 से 2020) में केवल 29,85,212 घर ही बन पाए हैं जबकि 79,44,126 घरों के निर्माण को स्वीकृति दी गई थी
एमपी में सुधार के नाम पर निजी क्षेत्रों को दी जाने वाली वन भूमि पर पहले से है नारंगी भूमि का विवाद
एमपी सरकार ने हाल ही में 37 लाख हैक्टेयर संरक्षित वन भूमि को निजी क्षेत्र को देने का फैसला किया है, लेकिन यह वन ...
फसल सुखाने के लिए जहरीला छिड़काव कर रहे हैं किसान
मूंग को सुखाने के लिए किसान खतरनाक रसायन पैराक्वाट डायक्लोराड का सहारा ले रहे हैं, ताकि खेतों में नई फसल लगाई जा सके
मध्यप्रदेश में 55 हजार से अधिक ग्रामीणों पर विस्थापन का खतरा
जल विद्युत परियोजनाओं से विस्थापित हुए हजारों परिवारों का अब तक राज्य सरकार पुनर्वास नहीं कर पाई है
लॉकडाउन से ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के पोषण पर पड़ा बुरा असर, कर्ज में डूबे परिवार
मध्यप्रदेश के 6 जिलों में 33 परिवारों पर 45 दिन चले गहन शोध से सामने आया है कि लॉकडाउन ने किस तरह महिलाओं के पोषण और ...