समुद्री प्रजातियों की जानकारी के लिए नोआ ने बनाया विशेष उपकरण
नोआ के द्वारा सर्वेक्षण के दौरान पकड़ी गई 800 से अधिक समुद्री मछलियों और अकशेरुकी प्रजातियों के लिए एक मानचित्रण किया गया है।
दुनिया भर में मछलियों का दम घोंटने लगा है जलवायु परिवर्तन: अध्ययन
2080 तक दुनिया के लगभग 70 फीसदी महासागर बदलती जलवायु के कारण ऑक्सीजन की कमी का सामना कर सकते हैं
संयुक्त राष्ट्र ने अपनाई ऐतिहासिक "उच्च समुद्र" संधि, क्यों है महत्वपूर्ण?
संधि को 2030 तक दुनिया के महासागरों और भूमि के 30 प्रतिशत की रक्षा करने वाले देशों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है
शोधकर्ताओं ने महासागरों को नुकसान पहुंचाने वाली औद्योगिक गतिविधियों से निपटने का खोजा तरीका
इस काम का लक्ष्य न केवल संरक्षणवादियों और कई उद्योगों के बीच संघर्ष को कम करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि ...
दो तिहाई रीफ शार्क और रे विलुप्त होने के कगार पर पहुंचे: अध्ययन
शोध के मुताबिक, दुनिया के मूंगे के बीच रहने वाले लगभग दो तिहाई शार्क और रे को विलुप्त होने का खतरा है, चेतावनी दी गई ...
जलवायु में बदलाव से दुनिया भर में मछली पालन पर मंडरा रहा है खतरा
जलवायु में बदलाव के चलते, दुनिया के महासागरों के बड़े हिस्से में मछलियों की आहार गुणवत्ता में 10 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती ...
जलवायु संकट: समुद्री जीवों से मिलने वाले 30 फीसदी पोषक तत्वों को खो सकते हैं कमजोर देश
इनमें कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जैसे बेहद अहम पोषक तत्व शामिल हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होते हैं
भारतीय समुद्री क्षेत्र से कार्बन उत्सर्जन वैश्विक औसत से बहुत कम: अध्ययन
अध्ययन के अनुसार, प्रति टन उत्पादन से 1.32 टन कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) का उत्सर्जन होता है, जो प्रति टन मछली के दो टन से ...