50 साल के दौरान समय पर टीकाकरण से बच गई 15 करोड़ जानें
साल 1974 से अब तक बचाए गए लगभग 15.4 करोड़ जीवन में से लगभग 9.4 करोड़ खसरे के टीकों द्वारा सुरक्षा प्रदान की गई ...
आज भारतीय है धरती का हर छठा इंसान, चीन को पीछे छोड़ 2024 में 144.2 करोड़ हुई आबादी
1950 में देखें तो भारत की आबादी महज 35.3 करोड़ थी, तब से 74 वर्षों में देश की आबादी बढ़कर चार गुणा हो चुकी ...
साल 2022 में अपने पांचवें जन्मदिन से पहले ही मौत के मुंह में समा गए 49 लाख बच्चे
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पांचवें जन्मदिन से पहले मरने वाले बच्चों की संख्या घट रही है
आवरण कथा, जहरीली हवा का दंश, भाग-दो: बच्चों पर भारी बीता नवंबर का महीना
भारत में वायु प्रदूषण से हर 5 मिनट में एक नवजात और हर 3 मिनट में 5 साल से कम उम्र के एक बच्चे ...
क्या छलावा है प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना?
केंद्र सरकार की मातृत्व कल्याण योजना का लाभ अधिकांश महिलाओं को नहीं मिल रहा है
संसद में आज: लोकसभा में महिलाओं के प्रतिनिधित्व का वर्तमान अनुपात 15.12 फीसदी है
राष्ट्रीय पोषण मिशन का कुल वित्तीय प्रभाव लगभग 1,81,703 करोड़ रुपये है
आवरण कथा, जहरीली हवा का दंश, भाग-पांच: बच्चों में कैंसर की वजह बन रहा है वायु प्रदूषण
ऐसे कुछ सबूत हैं, जो बढ़ते कैंसर के मामलों को वायु प्रदूषण से जोड़ते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से यह काफी पेचीदा है
आवरण कथा, जहरीली हवा का दंश, भाग-तीन: देश की दो-तिहाई आबादी प्रभावित
अधिकांश उत्तरी राज्यों में वायु प्रदूषण केवल एक मौसमी समस्या नहीं है, बल्कि पूरे साल यहां हवा “खराब” श्रेणी में रहती है
आवरण कथा, जहरीली हवा का दंश, भाग-एक: गर्भ से ही हो जाती है संघर्ष की शुरुआत
जहरीली हवा का पहला शिकार देश के भविष्य की अगली पीढ़ी हो रही है, जो या तो समय से पहले मारे जा रहे हैं ...
आवरण कथा, जहरीली हवा का दंश, भाग-चार: प्रजनन से लेकर गर्भ में पल रहे बच्चे की दुश्मन बनी हवा
वायु प्रदूषण के प्रभाव की शुरुआत पुरुषों और महिलाओं की गर्भधारण करने की क्षमता से ही हो जाती है
भारत में नौ वर्षों में 24.82 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले: नीति आयोग रिपोर्ट
भारत में बहुआयामी गरीबी 2022-23 में 11.28 प्रतिशत हो गई, जो 17.89 प्रतिशत की कमी दर्शाती है, इस अवधि के दौरान लगभग 24.82 करोड़ ...
जलवायु परिवर्तन से औसतन 60 फीसदी तक बढ़ सकता है समय से पहले जन्म का जोखिम
भारत में औसतन हर घंटे 345 नवजातों का जन्म समय से पहले हो रहा है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर जटिलताएं पैदा कर ...
गर्भ में वायु प्रदूषण का संपर्क नवजात में सांस संबंधी समस्याओं की बन सकता है वजह
रिसर्च से पता चला है कि गर्भावस्था के दौरान मां के वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से नवजात में जन्म के तुरंत बाद ...
खास पड़तााल: हरियाणा में फिर बिगड़ा लिंगानुपात, गर्भ में ही मारी जा रही हैं बच्चियां
हरियाणा में लिंगानुपात में सुधार के दावों को आंकड़ों ने झुठला दिया है। पिछले कुछ सालों से लगातार गिरता लिंगानुपात संकेत देता है कि ...
ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2023: 125 देशों में 111वें स्थान पर भारत, कुपोषण की बेहद गंभीर है स्थिति
देश में कुपोषण की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देश में 18.7 फीसदी बच्चे बेहद पतले हैं। वहीं 15 ...
जानलेवा पीएम: फरीदाबाद के अस्पतालों में डेढ़ गुणा बढ़ गई बच्चों की संख्या
फरीदाबाद के जिला अस्पताल में सामान्य दिनों में 100 से 110 बच्चे ओपीडी में आते थे वही अब बढ़कर 140 से 150 तक पहुंच ...
शिशु मृत्यु दर में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे, बाल विवाह और कुपोषण हैं कारण
मध्यप्रदेश में शिशु मृत्यु दर देश में सबसे अधिक 47 बच्चे प्रति हजार है, जो देश में सबसे अधिक है।
जीवन भक्षक अस्पताल-7: दिल्ली से सटे इस अस्पताल में भी सुरक्षित नहीं हैं बच्चे
राजधानी दिल्ली से सटे हुए फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में हर तीसरे दिन एक बच्चे की मौत हो जाती है या तो बच्चों की ...
जीवन भक्षक अस्पताल-5: गुजरात के इन अस्पतालों में हर रोज मर जाते हैं 2 से 3 बच्चे
गुजरात के अहमदाबाद में सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस सिविल अस्पताल में भी 2019 में भर्ती कुल बच्चों में से 21 फीसदी बच्चों की ...
उत्तराखंड: मांओं और नवजात शिशुओं की मौत के मामलों की जांच जरूरी
उत्तराखंड में वर्ष 2016-17 से 2020-21 के बीच कुल 798 महिलाओं ने प्रसव के दौरान या प्रसव से जुड़ी मुश्किलों के चलते दम तोड़ ...
जीवन भक्षक अस्पताल-1: देश के अस्पतालों में हर एक मिनट पर एक नवजात शिशु की मौत
देश के अस्पतालों में औसत 1452 नवजात शिशुओं की मृत्यु एक दिन में होती है। वहीं एक घंटे में 60 और एक मिनट में ...
बाल मृत्यु दर केरल में सबसे कम, बिहार में सबसे अधिक: एनएफएचएस-5
पाँचवें राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार देश के अधिकांश राज्यों में बीते आधे दशक में पाँच वर्ष से कम आयु-वर्ग के ...
जीवन भक्षक अस्पताल-4: आधुनिक सुविधाओं के बाद भी यहां मर जाते हैं बच्चे
दूरदराज के इलाकों में बने अस्पतालों में ही बच्चों की मौत होती है। राज्य की राजधानी हो या देश की राजधानी से सटे शहर। ...
मानचित्र से समझें, देश में मातृ मृत्यु अनुपात के हालात
मातृ मृत्यु अनुपात में सुधार एक अच्छा संकेत जरूर है लेकिन यह एसडीजी लक्ष्य से काफी दूर है
मध्यप्रदेश: 16 साल में 17 लाख शिशुओं की मौत, आईएमआर में फिर सबसे ऊपर
रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया द्वारा सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे में मध्यप्रदेश लगातार 15वीं बार शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) में सबसे ऊपर रहा