अब आपको मच्छरों से बचाएंगे ग्रेफीन के बने कपड़े
अत्यंत पतली लेकिन मजबूत ग्रेफीन हमारे शरीर ओर मच्छर के बीच एक बाधा के रूप में कार्य करती है
मच्छर ही दिलाएंगे डेंगू से छुटकारा, वैज्ञानिकों ने खोजा नया उपचार
वैज्ञानिकों ने मच्छरों में कृत्रिम रूप से बदलाव करने में सफलता हासिल की है, जिसकी मदद से यह मच्छर ही डेंगू वायरस को फैलने से ...
बढ़ते प्रकाश प्रदूषण की वजह से उग्र हो रहे हैं मच्छर: अध्ययन
अक्सर सर्दियों में मच्छर सुप्तावस्था में रहते हैं, जिसका समय बढ़ रहा है इस दौरान प्रकाश प्रदूषण उन्हें उग्र बना रहा है
मलेरिया से हर 51 सेकंड में जा रही एक की जान, 2021 में 25 करोड़ लोग पड़े बीमार
रिपोर्ट के अनुसार कोरोना महामारी के कारण मलेरिया नियंत्रण के किए जा रहे प्रयासों में आई बाधा के चलते दुनिया भर में 1.3 करोड़ ...
कुछ लोगों की तरफ चुम्बक की तरह आकर्षित होते हैं मच्छर, उन्हें अधिक क्यों काटते हैं?
इंसान की त्वचा से निकलने वाले फैटी एसिड एक मादक इत्र बना सकते हैं जिसकी और आकर्षित होने से मच्छर अपने आप को रोक ...
क्या आपके साबुन की गंध से मच्छर हो सकते हैं आकर्षित, जानिए क्या कहती है रिसर्च
रिसर्च के मुताबिक मच्छर केवल खून ही नहीं पीते, यह अपने भोजन के लिए फूलों के नेक्टर पर भी निर्भर करते हैं। ऐसे में ...
मच्छरों के जीन में बदलाव करके वैज्ञानिकों ने खोजा मलेरिया से निपटने का उपाय
वैज्ञानिकों ने मादा मच्छरों की आबादी को रोकने के लिए जीन ड्राइव तकनीक का इस्तेमाल किया है
यूरोप, चीन, अमेरिका और जापान में भी फैल सकता है जीका वायरस
ठन्डे इलाकों में बढ़ता तापमान, जलवायु को जीका वायरस के फैलने के अनुकूल बना रहा है|
भारत में मलेरिया परजीवियों का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने खोजा नया तरीका
वैज्ञानिकों के अनुसार, प्लास्मोडियम विवैक्स मलेरिया परजीवी संक्रमण के बाद वर्षों तक किसी व्यक्ति के लीवर की कोशिकाओं में निष्क्रिय रूप में रह सकता ...
आवरण कथा: मलेरिया, डेंगू और अब जीका वायरस.... मच्छर जनित बीमारियों का दोषी कौन?
मच्छरों से मुक्ति की कामना करने वाले उत्तर प्रदेश में भावी पीढ़ियों की सेहत पर खतरा मंडराने लगा है
1970 से 94.6 लाख करोड़ रुपए का नुकसान कर चुकी हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां
इससे होने वाले वार्षिक नुकसान करीब 196,816 करोड़ रुपए है| जो कम होने की जगह हर दशक तीन गुना हो जाता है
जलवायु परिवर्तन की वजह से सर्दियों में भी बढ़ रहा है मच्छरों का प्रकोप:अध्ययन
वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि गर्म होती सर्दियों के चलते मच्छर अधिक सक्रिय हो गए हैं तथा ठंड के मौसम में भी ये ...
विश्व मलेरिया दिवस : नेपाल-भूटान समेत 25 देशों को मलेरिया मुक्त करने के लिए डब्लूएचओ ने शुरु की नई पहल
जिन देशों को मलेरिया से निजात मिली है, उन देशों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को लेकर मजबूत प्रणाली है जो ज्यादा से ज्यादा लोगों ...
एशियन टाइगर मच्छर से कम है जीका वायरस के प्रकोप का खतरा
एक नए अध्ययन के अनुसार एशियन टाइगर मच्छर, जीका वायरस की महामारी के लिए एक बड़ा खतरा नहीं है।
विश्व मलेरिया दिवस: मलेरिया की वजह से हर साल मर जाते हैं 6 लाख से अधिक लोग
कोरोना के कारण 2030 तक दुनिया भर में मलेरिया के मामलों और मृत्यु दर को 90 प्रतिशत या उससे ज्यादा कम करने का लक्ष्य ...
मलेरिया के टीके का असर जल्दी खत्म क्यों हो जाता है: शोध
मलेरिया को नियंत्रित करने में प्रभावशाली सफलताओं के बावजूद, दुनिया भर में अभी भी हर साल 6 लाख से अधिक लोग उष्णकटिबंधीय इलाकों में ...
मलेरिया के कारण हर 50 सेकंड में जा रही है एक व्यक्ति की जान
2020 में मलेरिया के चलते दुनियाभर में 627,000 लोगों की जान गई थी, जोकि पिछले साल के मुकाबले 69,000 ज्यादा है
रात का कृत्रिम प्रकाश एडीज मच्छरों के व्यवहार को बना रहा है आक्रामक
प्रकाश प्रदूषण के बढ़ते स्तर से डेंगू बुखार, पीला बुखार (येलो फीवर), चिकनगुनिया और जीका जैसी बीमारियां होने के आसर बढ़ गए हैं
मच्छरदानी बांधकर तेंदूपत्ता एकत्रित करने पर क्यों मजबूर हैं मजदूर
मौसम में आए तेज बदलाव के कारण झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के सौ गांवों में स्मॉल ब्लैक फ्लाई का आतंक फैला है
घातक मलेरिया फैलने को रोकने के लिए जेएनयू के शोधकर्ताओं ने खोजा नया तरीका
वैज्ञानिकों ने बताया कि यौगिक एलआई71 के साथ इस आवश्यक प्लाज्मोडियम कोल्ड शॉक प्रोटीन को निशाना बनाने से मलेरिया परजीवियों के विकास और फैलने ...
60 फीसदी पौधों और जानवरों के विलुप्त होने की वजह हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां: आईपीबीईएस
यह विदेशी आक्रामक प्रजातियां हर साल जैवविविधता के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था को 35 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लगा रही हैं
एडीज, एनोफिलीज और क्यूलेक्स के बारे में जानें
नमस्कार, हम हैं आपके नए पड़ोसी। हमारा नाम एडीज, एनोफिलीज और क्यूलेक्स है। हम कुछ दिन पहले ही आपके पड़ोस में बसे हैं। वैसे ...
डीडीए जैव विविधता पार्क: पृथ्वी पर पहली बार मिला उड़ने वाले अकशेरुकी जीवों का घर
वैज्ञानिक उन्हें पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य के विश्वसनीय जैव संकेतक मानते हैं। वे कीड़ों की आबादी, विशेषकर मच्छरों और कृषि कीटों जैसे कीटों को ...
चिकनगुनिया से संक्रमित होने के तीन महीने बाद तक बना रहता है मृत्यु का जोखिम: लैंसेट
जलवायु में आते बदलावों, शहरीकरण और मानव गतिशीलता में वृद्धि के चलते एडीज मच्छरों से होने वाली बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ ...
कोविड-19 के बीच जीका वायरस का खतरा बढ़ा
केरल में एक 24 वर्षीय गर्भवती महिला में जीका वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई है।