लाखों साल पहले हमारे पूर्वजों ने की थी प्रकृति के विनाश की शुरुआत, हमने बढ़ाई रफ्तार
एक अध्ययन के मुताबिक, मांसाहारी जीवों के विलुप्त होने का सबसे मुख्य कारण हमारे पूर्वजों और उनके बीच भोजन के लिए सीधी प्रतिस्पर्धा और ...
कोरोना महामारी: प्रकृति को फिर से खुशहाल और समृद्ध करने का समय
कोरोनावायरस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था और समाज को हिला दिया है। प्रकृति रीसेट बटन दबा रही है। वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं भारी गिरावट की स्थिति में हैं
कोरोना काल और बालकनी में सिमटी प्रकृति
यह भी सच है कि घरों में भी वही बैठ सकते हैं जो कि एक अलग किस्म के 'पूंजीवाद' में शामिल हैं
क्या हैं अमीर व गरीब देशों के लिए प्राकृतिक संपदा के मायने?
दुनियाभर में संपत्ति बढ़ रही है, लेकिन यह उन देशों में टिकाऊ नहीं होगी जहां प्रकृति अथवा पूंजी को बर्बाद कर दिया गया है
“प्रकृति और स्त्री पर आधिपत्य की आलोचना है इको फेमिनिज्म”
मिट्टी और स्त्री में बीज बोने का अधिकार पुरुष को हासिल हुआ और इस तरह पूरी दुनिया की प्रकृति पर पितृसत्ता का कब्जा है।
लॉकडाउन, ‘आत्म-अलगाव’ और हमारा प्रकृति प्रेम
लॉकडाउन का सकारात्मक असर सुखद अहसास दे रहा है, लेकिन कहीं ये हमारा प्रकृति प्रेम और वैरागी ‘आत्म-अलगाव’ शमशानी वैराग्य तो नहीं
किस्सा कचरे का
मानव अपने शुरुआती समय में न के बराबर कूड़ा-कचरा पैदा करता था क्योंकि उस समय के इंसानों की जरूरतें भी आज के मुकाबले बहुत ...
प्रकृति में ही छुपा है प्राकृतिक आपदाओं से निपटने का रास्ता: वैज्ञानिक
वैज्ञानिकों के अनुसार जलवायु परिवर्तन और उससे जुडी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रकृति में उपलब्ध समाधानों का सबसे पहले उपयोग किया जाना ...
पहली बार जलवायु परिवर्तन से लड़ने वाले काबुली चने के जीन की पहचान
पहली बार वैज्ञानिकों ने जीनोम सिक्वेसिंग के जरिए काबुली चने के ऐसी किस्म की पहचान की है जो जलवायु परिवर्तन की समस्याओं से लड़ने ...
बुग्यालों का संरक्षण: पर्यटन और पर्यावरण के बीच तालमेल कितना जरूरी?
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दयारा बुग्याल में 200 से अधिक लोगों के जुटने पर रोक लगा दी है, तब से यह सवाल उठ रहा है ...
विलुप्ति के कगार पर पहुंची एशियाई चीता ने दुर्लभ शावकों को दिया जन्म
चीता एक बार भारत के पूर्वी इलाकों में रहते थे, अब वे दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं, लेकिन वे उत्तरी ...
वड़ोदरा का एक आश्रम दिखा रहा है दुनिया को जलवायु परिवर्तन से निपटने की राह
वड़ोदरा के एक आश्रम ने यह करके दिखा दिया है कि किस तरह दुनिया प्रकृति पर आधारित समाधानों की सहायता से जलवायु परिवर्तन के ...
डाउन टू अर्थ खास: विलुप्त होते गिद्धों की जान ले रही है ये दवाएं
गिद्धों को बचाने के लिए भारत ने पशुओं के इलाज में डाइक्लोफेनैक का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस प्रतिबंध के 16 ...
16 महीने में 17 देशों की यात्रा करने वाले मंगोलियाई कुकू पक्षी ओनन को बेहद रास आया भारत
मंगोलियाई कुकू ओनन पक्षी शायद अब जीवित नहीं है लेकिन उसने प्रवास के लिए मंगोलिया से अफ्रीका का जो रास्ता चुना वह संरक्षणकर्ताओं के ...
वैज्ञानिकों ने सफेद हाथ वाले गिब्बन की खोज की
मलेशिया के दक्षिण में विकसित हो रहे हैं सफेद हाथ वाले गिब्बन, जहां उनके वर्गीकरण और आनुवंशिकी की जांच की जाती है।
क्या है आईयूसीएन की रेड लिस्ट, इसके बारे में जानना क्यों हैं जरूरी?
आईयूसीएन की रेड लिस्ट दुनिया भर में प्रजातियों के संरक्षण की स्थिति का सबसे बड़ा सूचना स्रोत है
बड़ी मछली समझकर गंगा डॉल्फिन को मारा, तीन गिरफ्तार
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में दिसम्बर 2019 में राष्ट्रीय गंगा परिषद (एनजीसी) की पहली बैठक में प्रोजेक्ट टाइगर की तर्ज पर 'प्रोजेक्ट डॉल्फिन' को मंजूरी ...
आर्किड की नई और दुर्लभ प्रजातियों की हुई खोज
शोधकर्ताओं ने बताया कि तीन वर्षों की निगरानी में, एल. माइक्रोप्रोसार्टिमा के केवल 40 पौधे पाए गए जिससे पता चलता है कि यह एक ...
घरेलू गौरैया के प्रजनन में खलल डाल रहा है ध्वनि प्रदूषण: अध्ययन
प्रजनन के मौसम में किशोर गौरैया की आबादी उन शहरों में कम हो जाती है जहां त्योहार मनाए जाते हैं, इस दौरान पटाखों और ...
अनिश्चितता से घिरा 500 से अधिक पशु प्रजातियों का अस्तित्व: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने आईयूसीएन की रेड लिस्ट से 32,802 प्रजातियों की जानकारी की समीक्षा की है। इनमें से 562 प्रजातियों की पहचान गायब होने के ...
लू और सूखा के चलते दुनिया के खाद्य उत्पादन में एक-चौथाई गिरावट की आशंका
शोधकर्ताओं ने 40 साल के आंकड़ों का अध्ययन किया है और पाया कि विशिष्ट तरंगों के चलते तीन महाद्वीपों के तापमान में वृद्धि देखी ...
दुनिया भर में 30 फीसदी शिकारी पक्षियों की प्रजातियों पर मंडरा रहा है खतरा
दक्षिण एशिया में मरे हुए जानवरों को खाने के बाद शिकारी पक्षियों की मृत्यु में बढ़ोतरी देखी गई है, हाल के दशकों में कुछ ...
अमेजन में मिली मार्मोसेट की नई प्रजाति: शोध
अमेजन 146 तरह के बंदरों की प्रजातियों को आश्रय देता है, जिनमें से 42 फीसदी को आईयूसीएन ने विलुप्त होने के खतरे में सूचीबद्ध ...
विश्व शेर दिवस 2023: भारत में शेरों की आबादी, दिन का इतिहास, महत्व और विषय
भारत का गुजरात राज्य, अफ्रीका के बाहर एकमात्र स्थान है जहां शेरों को उनके प्राकृतिक आवास में देखना संभव है
दुनिया भर में पक्षियों की प्रजातियों में 48 फीसदी और भारत में 50 फीसदी की भारी गिरावट : रिपोर्ट
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया भर में मौजूदा पक्षी प्रजातियों में से लगभग 48 फीसदी आबादी गिरावट के दौर से गुजर रही ...