जलवायु परिवर्तन से महासागरों में पांच गुणा तक बढ़ सकता है शोर, समुद्री जीवों को भुगतना होगा खामियाजा
रिसर्च से पता चला है कि जलवायु में आते बदलावों के कारण महासागरों में शोर बढ़ रहा है। इसका खामियाजा समुद्री जीवों को भुगतना ...
जून के आखिरी सप्ताह में होगा संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन
सम्मेलन में महासागर में बढ़ते अम्लीकरण, प्रदूषण, अवैध तरीके से मछली पकड़ने और पर्यावासों व जैवविविधता को नुकसान पहुंचाने जैसे विषयों पर गंभीरता से ...
तेल व गैस उद्योग पहुंचा रहे हैं सागरों को नुकसान: स्टडी
पिछली एक सदी के दौरान समुद्री संसाधनों के दोहन और उसपर आधिपत्य की एक अंधी दौड़ चल रही है। जिसने वैश्विक स्तर पर अस्थिरता ...
बढ़ सकता है जलवायु परिवर्तन का असर, महासागरों में कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषण में वृद्धि
महासागरों के कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने की क्षमता में कमी से गर्मी पैदा करने वाली गैस वातावरण में मिल जाएगी, जिससे दुनिया भर ...
समुद्री प्रदूषण के बारे में ये 11 बातें आपके लिए जानना है जरूरी
समुद्र से पृथ्वी की उत्पति हुई और हमें जीवन मिला, लेकिन हमारी वजह से ही अब समुद्र के जीवन को खतरा है। जानें, 11 ...
महासागरों पर महासंकट
महासागर ही हैं जो कार्बन डाईऑक्साइड और दूसरे खतरनाक अपशिष्टों को आसानी से अपने अंदर समाहित कर लेते हैं। अब इनका अस्तित्व खतरे में ...
क्या हिंद महासागर के 'ग्रेविटी होल' से पृथ्वी की उत्पत्ति का लग सकता है पता?
भारतीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने हिंद महासागर में लाखों वर्ग किलोमीटर में फैले विशाल गुरुत्वाकर्षण छिद्र के कारण का लगाया पता
एशिया-प्रशांत क्षेत्र के महासागरों के लिए कोविड-19 बन सकता है वरदान: यूएन रिपोर्ट
कार्बन उत्सर्जन और ऊर्जा मांग में आई तात्कालिक कमी से समुद्री पर्यावरण बेहतर हुआ है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को इससे सीख ले कर ...
169 चक्रवातों का नया नामकरण, तटस्थता पर ध्यान
यह नए नाम 13 सदस्य देशों के उष्णकटिबंधीय चक्रवात पर बने डब्लूएमओ/एस्केप पैनल के सहयोग से सामने आए हैं
वैज्ञानिकों ने खोजी थैलाटोसॉरस की नई प्रजाति, 20 करोड़ साल पहले थे जिंदा!
वैज्ञानिकों का दावा है कि समु्द्र में रहने वाली एक ऐसी प्रजाति का पता लगाया है, जो डायनासोर से मिलती जुलती है
प्लूटो की सतह पर वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी से 80 हजार गुना कम: अध्ययन
खगोल विज्ञान में ऐसे प्रच्छादन तब होते हैं, जब कोई खगोलीय वस्तु उनके बीच से गुजरने वाली किसी अन्य खगोलीय वस्तु के कारण पर्यवेक्षक ...
3 अरब साल पहले वैश्विक महासागर से ढकी थी पृथ्वी: वैज्ञानिक
वैज्ञानिकों के अनुसार, इस खोज से यह समझने में मदद मिलेगी कि एक-कोशिकीय जीव पृथ्वी पर सबसे पहले कैसे पैदा हुए थे
हिंद महासागर में पहचाना गया एसईटीआईओ नाम का नया उष्णकटिबंधीय चक्रवात
दक्षिण-पूर्व उष्णकटिबंधीय हिंद महासागर (एसईटीआईओ) में बनने वाले नए प्रकार के वायुमंडलीय उष्णकटिबंधीय चक्रवात की खोज की है जिसे वे एसईटीआईओ चक्रवात कहते हैं
जलवायु परिवर्तन के चलते औसत से 36 फीसदी बढ़ गया है समुद्री प्रवाह
ग्रीनहाउस गैसों के बढ़ते उत्सर्जन के चलते समुद्र की काइनेटिक एनर्जी में बड़ी तेजी से वृद्धि आ रही है। जिसके चलते समुद्री परिसंचरण में ...
आम होती जा रही हैं ला नीना की दीर्घकालिक घटनाएं, क्या जलवायु परिवर्तन का है इसमें कोई हाथ
ला नीना की 1998 के बाद से आई छह में से पांच घटनाओं का प्रभाव एक वर्ष से ज्यादा समय तक महसूस किया गया ...
जलवायु संकट: प्रवाल भित्तियों में तीन गुणा बढे रोग, सदी के अंत तक 77 फीसदी होंगे शिकार
सदी के अंत तक बढ़ते तापमान के साथ 76.8 फीसदी प्रवाल भित्तियां बीमारियों की चपेट में होंगी, जिसकी वजह से उनका अस्तित्व खतरे में ...
अधिक विनाशकारी हो सकते हैं उष्णकटिबंधीय चक्रवात: अध्ययन
नए अध्ययन बताता है कि हिंद और प्रशांत महासागरों में श्रेणी 3 या उससे अधिक के विनाशकारी उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों में तेजी आएगी
एक शोध में सामने आया आर्कटिक के तापमान बढ़ने का कारण
शोधकर्ताओं ने पाया कि 1955 से 2005 तक सभी वैश्विक तापमानों के एक तिहाई के कारण आर्कटिक का तापमान बढ़ा और समुद्री बर्फ के ...
ज्वालामुखी विस्फोट से टोंगा द्वीप की 80 प्रतिशत आबादी प्रभावित
15 जनवरी को समुद्र में ज्वालामुखी विस्फोट और उसके बाद आई सुनामी की वजह से टोंगा द्वीप में जनजीवन सामान्य नहीं हो पाया है
किताब और साक्षात्कार: नए युग में आर्कटिक
आर्कटिक के बदलते परिदृश्य के मायने तलाशती किताब और किताब के लेखक मार्क सी. सेरेज का साक्षात्कार
डाउन टू अर्थ आवरण कथा: अल नीनो के बारे में जानें सब कुछ, कैसे करता है हम पर असर
विश्व मौसम संगठन ने 4 जुलाई, 2023 को अल नीनो की घोषणा की। अल नीनो एक गर्म चरण है, जो ग्लोबल वार्मिंग के कारण ...
चीन-हांगकांग की शार्क के पंखों में मिला 6 से 10 गुना अधिक पारा
पारे के लंबे समय तक संपर्क में रहने से यह मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है
आज देखिए सुपरमून और यहां जानिए पर्यावरण और जलवायु के दृष्टिकोण से क्यों है यह महत्वपूर्ण
भले ही हमारे लिए यह महज बड़े और चमकदार चांद के दीदार का समय है लेकिन मियामी जैसे तटीय क्षेत्रों के लिए यह इससे ...
2022 लक्ष्य पर संशय : गंगा दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी प्लास्टिक कचरा ढोने वाली नदी
सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादन में पांच सेकेंड लगते हैं और यह पांच मिनट के लिए इस्तेमाल होती है और इसे खत्म होने में ...
आर्कटिक में बदल रहा है बर्फ के पिघलने का समय
ग्लोबल वार्मिंग के चलते आर्कटिक में गर्मियों का तापमान सामान्य से अधिक हो गया है। जिसक सीधा असर वहां के पेड़-पौधों पर पड़ रहा ...