मिसाल: जैविक किसानों के लिए मंडी लगाते हैं ये युवा
इस मंडी में भोपाल के अलावा आसपास के जिले सीहोर, विदिशा, होशंगाबाद इटारसी और देवास के जैविक खेती करने वाले किसान अपनी उपज बेचने ...
एक हेक्टेयर से कम जमीन पर लगाते हैं 15 फसलें, किसानों के लिए बने मिसाल
कृषि वानिकी हजारों वर्ष पुरानी पद्धति है जो मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ किसानों की आमदनी भी बढ़ा सकती है
क्या स्वस्थ फसलों के लिए कीटनाशकों से बेहतर विकल्प हो सकती हैं चींटियां
दुनिया भर में चीटियों की 17,000 से ज्यादा ज्ञात प्रजातियां हैं, जिनमें से कुछ प्रजातियां तो कीटनाशकों की तुलना में कीटों को रोकने का ...
डाउन टू अर्थ तफ्तीश: कृषि वैज्ञानिकों की सलाह आई किसानों के काम
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के गांव नवाबगंज के किसानों का कहना है कि कृषि विज्ञान केंद्र के प्रयासों से उनकी आमदनी बढ़ी है
अब गीले कचरे का भी उपचार, आईआईटी खड़गपुर ने निकाला रास्ता
अब तक सिर्फ सूखे कचरे पर ही ध्यान था। अब विकसित की गई नई प्रकिया में गीले और नम कचरे का भी रिसाइकल होगा। ...
संसद में आज (29 मार्च 2022): देश में 11,92,217 किसान भागीदारी गारंटी प्रणाली के तहत जैविक खेती कर रहे हैं
सरकार के द्वारा रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से उत्पादित फसलों की खपत के कोई आंकड़े नहीं रखे जाते हैं
संसद में आज: देश में प्रवासी और भूमिहीन किसानों की संख्या की जानकारी नहीं
साल 2022-23 में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए 667.34 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है
झारखंड में प्राकृतिक खेती की दस बड़ी चुनौतियां और उनके समाधान
प्राकृतिक खेती की मदद से खेतों से होते उत्सर्जन को कम किया जा सकता है साथ ही इसकी मदद से बेहतर ऊर्जा दक्षता हासिल ...
फूड वेस्ट की खाद से होता है भारी ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन: रिपोर्ट
अध्ययन से पता चलता है कि भोजन के कचरे से बनाई जाने वाली खाद से 12 गुना अधिक मीथेन का उत्सर्जन होता है
संसद में आज (15 मार्च 2022): आपदा प्रभावित राज्यों के लिए पांच साल में 18,877 करोड़ स्वीकृत
कृषि मंत्री द्वारा संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक 2014-21 के दौरान किसानों को कुल 13,78,755 कृषि मशीनों के प्रोटोटाइप प्रदान किए गए ...
सीएसई की रिपोर्ट: देश में जैविक खादों और जैव- उर्वरकों की हालत खराब
पूरे देश में घटिया गुणवत्ता के साथ-साथ नकली जैविक खादें और जैविक उर्वरकों के उत्पाद व्यापक रूप से उपलब्ध हैं
नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों से भारत में हर साल हो रहा है 16.6 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन
भारत हर साल उर्वरकों के रूप 1.8 करोड़ टन नाइट्रोजन का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे 16.6 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसें उत्सर्जित हो रही ...
संसद में आज: पंजाब में 2000-2018 के दौरान 1805 किसानों द्वारा आत्महत्या की गई
कृषि और किसान कल्याण विभाग ने कीटनाशक और पोषक तत्वों के अनुप्रयोग में ड्रोन के उपयोग के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की ...
संसद में आज: सरकार को नहीं पता, देश में कितने हैं भूमिहीन खेतिहर मजदूर
भारत प्रमाणित जैविक क्षेत्र के मामले में 5वें स्थान पर है और दुनिया में जैविक किसानों के मामले में पहले स्थान पर है।
लैंडफिल में खाद के उपयोग से पर्यावरणीय फायदे हो सकते हैं : अध्ययन
उत्तरी कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के एक नए अध्ययन में पाया गया है कि लैंडफिल में खाद का उपयोग करने से महत्वपूर्ण पर्यावरणीय फायदे हो ...
लंबे समय तक वातावरण में रहते हैं खाना पकाने से होने वाले प्रदूषण के कण: अध्ययन
अध्ययन में बताया गया है कि खाना पकाने के दौरान उत्सर्जित होने वाले कण एक सुरक्षात्मक परत बनाते हैं, वे अन्य प्रदूषक कणों को ...
जलीय जीवों के साथ धान उगाने से 12 प्रतिशत तक बढ़ जाता है उत्पादन
जलीय जीवों के साथ धान उगाने से रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों की आवश्यकता कम होती है। साथ ही साथ फसल की पैदावार में लगभग ...
क्या है प्लास्टिग्लोमरेट और कैसे समुद्र के लिए बन रहा है खतरा?
आने वाले समय में दुनिया भर का तटीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए प्लास्टिग्लोमरेट एक बड़ा खतरा बन सकता है
नदियों के इलाकों की खोज और विश्लेषण से प्राचीन नदियों के अस्तित्व का चलेगा पता
शोधकर्ताओं ने नदियों के अस्तित्व के बारे में पता लगाने के लिए 30 आधुनिक नदियों और उनके चैनल बेल्ट का विश्लेषण किया
नया स्रोत: ओजोन परत को नुकसान पहुंचा रहे हैं तांबा आधारित केमिकल
ब्रोमीन का एक परमाणु क्लोरीन के एक परमाणु की तुलना में ओजोन के लिए 50 गुना अधिक विनाशकारी होता है।
लैंडफिल से निकल रही है लाखों कारों के बराबर मीथेन, उपग्रह से चला पता
अध्ययन के मुताबिक अर्जेंटीना, भारत और पाकिस्तान में चार लैंडफिल प्रति घंटे दसियों टन मीथेन का उत्सर्जन करते हैं।
संसद में आज: देश में खाद्यान्न संकट नहीं, 2021-22 में 314.51 मिलियन टन का हुआ उत्पादन
पिछले आठ वर्षों के दौरान देश में दालों की 304 अधिक उपज वाली किस्मों को व्यावसायिक खेती के लिए अधिसूचित किया गया
अनाज, फल, दाल और सब्जियों की तुलना में दोगुने उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार हैं मांस और डेयरी उत्पाद
वैज्ञानिकों के अनुसार खाद्य उत्पादन के चलते हर साल होने वाले 1,731.8 करोड़ मीट्रिक टन उत्सर्जन के 57 फीसदी हिस्से के लिए मांस और ...
ग्राउंड रिपोर्ट: बीज उत्पादक किसान भी हो रहे हैं जलवायु परिवर्तन का शिकार
बीजों के परिपक्व होने से पहले ही यदि उच्च तापमान का तनाव उन तक पहुंचे तो यह अंकुरण को कम कर सकता है
संसद में आज: मनरेगा के तहत रोजगार में 52.11 प्रतिशत वृद्धि
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर ने संसद को लॉकडाउन के बाद मनरेगा योजना से संबंधित जानकारी दी