किस करवट बैठेगी कवायद?
क्या राइट टु रिकॉल यानी प्रतिनिधि को वापस बुलाने का अधिकार जनता को मिलना चाहिए, यदि हां तो कैसे मिल सकता है यह अधिकार?
देश के 67 फीसदी हथकरघा कामगारों की आमदनी 5,000 रुपए महीने से कम: सरकार
राज्यसभा में पूछे एक सवाल के जवाब में कपड़ा मंत्री ने बताया कि 1 फीसदी हथकरघा कामगारों की आमदनी 20 हजार महीना से अधिक ...
एक दिन हिंदी, अंग्रेजी बन गई
हिंदी फिल्में भी अब हिंदी में बनने लगी थीं और तो और हिंदी फिल्मों के गाने अब हिंदी में ही लिखे और गाए जा ...
चीनी मिलों पर गन्ना किसानों को 15 हजार करोड़ बकाया, यूपी का सबसे अधिक
सरकार ने संसद में जानकारी दी कि गन्ना किसानों का सबसे अधिक बकाया उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर है
“संसद में उठेगा जीएम का मुद्दा”
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुखराम सिंह यादव ने कहा, सरकार को ऐसा करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
कोरोना काल में 1.84 करोड़ लोगों को नहीं मिला दूसरा गैस सिलेंडर
राज्यसभा में बताया गया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी साल में औसतन 3.1 गैस सिलेंडर ही भरवा पाते हैं
दवा के रूप में गांजा
विश्व के 18 से ज्यादा देश चिकित्सीय प्रयोग के लिए गांजे को कानूनी वैद्यता प्रदान कर चुके हैं। भारत भी इस सूची में शामिल ...
तीन मिनट, एक मौत : संसद में भी उठा मामला
सदन में हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने की मांग उठी। संसद सदस्य वंदना च्वहाण ने कहा कि पूरे देश में पुणे की तर्ज पर कार्बन ...
अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए 'खनन प्रहरी' मोबाइल ऐप जारी
ऐप अवैध खनन पर अंकुश लगाने और अंतरिक्ष तकनीक के उपयोग पर ई-गवर्नेंस पहल के रूप में पारदर्शी तरीके से कार्रवाई करने के लिए ...
कैसे तैयार होता है केंद्रीय बजट?
बजट प्रभाग प्रति वर्ष अगस्त-सितंबर के महीनों में आगामी वित्त वर्ष का केंद्रीय बजट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करता है
संसद में आज: एक जुलाई 2023 तक 11,095 निजी वाहनों को स्क्रैप किया गया
पिछले पांच वर्षों के दौरान सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के तहत 1782 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया
संसद में आज: देश में 28.66 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों ने ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराया
भारत में वर्षा आधारित चावल की पैदावार 2050 तक 20 फीसदी और 2080 तक 47 फीसदी कम होने का अनुमान है
क्या हमारे बजट में जन भागीदारी है?
बजट में जन भागीदारी बढ़ाने की सरकारी कोशिशें क्या वाकई कारगर हैं या ये महज औपचारिकता मात्र हैं?
संसद में 33 प्रतिशत महिलाओं की उपस्थिति 55 साल में होगी
महिला मतदाताओं की बढ़ती संख्या के बावजूद विधानसभाओं में उनकी उपस्थिति बमुश्किल 7 से 8 प्रतिशत है। जबकि संसद में उनकी मौजूदगी महज 11 ...
संसद में आज: 91.65 करोड़ रुपये है चीता पुनर्वास परियोजना की लागत
अब तक एफटीके के माध्यम से 167.20 लाख से अधिक पानी की गुणवत्ता नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है
संसद में आज (29 जुलाई 2022): 2021 में टीबी की वजह से मारे गए 76,002 लोग
ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं में एनीमिया 60.2 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 56.5 प्रतिशत है
सरकार को पता चल गया कौन है किसान,अब कुल संख्या नहीं मालूम
दुविधा यह है कि सरकार को अभी यह नहीं मालूम है कि खेती की जमीन का उत्तराधिकार रखने वालों के अलावा भूमि-हीन और अन्य ...
चेतावनी से भी नहीं चेते
सीएजी ऑडिट के मुताबिक, बाढ़ की संभावना वाले राज्य बाढ़ प्रबंधन योजनाओं को लागू कर पाने में विफल रहे हैं।
संसद में आज: 2022-23 में जंगली हाथियों के हमलों के कारण कर्नाटक में 29 लोग हुए हताहत
लगभग 58.9 प्रतिशत कुओं में भूजल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है और 41.1 प्रतिशत कुओं में जल स्तर में गिरावट देखी गई ...
संसद में आज: हिमालयी इलाकों में बन रही हैं 30 बड़ी जल विद्युत परियोजनाएं
जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित परिवार के पुनर्वास के लिए सरकार ने 45 करोड़ रुपए किए जारी
सत्ता के शिखर से क्यों दूर हैं महिलाएं?
मतदाता के रूप में सक्रिय भागीदारी निभाने वाली महिलाएं सत्ता के शिखर पर क्यों नहीं पहुंच पातीं?
“वे पहले से हमें कपटी मान बैठे थे”
जब सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने कोला ड्रिंक्स में कीटनाशक मिलने का अध्ययन जारी किया तब कोका कोला और पेप्सी जैसी कंपनियों ने ...
संसद में आज:किसानों के कर्ज माफ करने का कोई प्रस्ताव केंद्र सरकार के विचाराधीन नहीं है - वित्त मंत्रालय
असम में बाढ़ प्रबंधन के लिए केंद्र की ओर से 2021-22 के लिए 14.08 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई
क्या हुआ तेरा वादा: छह साल बाद भी तय नहीं हो पाई महंगी दवाओं के व्यापार लाभ की सीमा
अप्रैल 2016 में केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने सदन में आश्वासन दिया था कि महंगी दवाओं के व्यापार लाभ की सीमा तय की ...
संसद में आज: छह फीसदी प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है भारत में बाघों की आबादी
2021-22 में हाथियों की वजह से लोगों की सबसे अधिक मौतें झारखंड में, उसके बाद ओडिशा में हुई