पौधों से कीड़ों, फिर कीड़ों से मछलियों और मछलियों से हमारे भीतर पहुंच रहा है प्लास्टिक
एक नए अध्ययन से पता चलता है कि लेट्यूस का पौधा मिट्टी से प्लास्टिक के कणों को ग्रहण कर उन्हें खाद्य श्रृंखला में स्थानांतरित ...
आंध्र प्रदेश में पुराने कोयला बिजली संयंत्रों से मुक्ति, लोगों को पहुंचाएगी 76 हजार करोड़ का फायदा
यह बचत न केवल राज्य की आय में वृद्धि करेगी, साथ ही यह कृषि के लिए मुफ्त बिजली, सब्सिडी, वाटर पंप और किसानों को ...
चुटका परियोजना-1: इन 54 गांवों में क्यों पसरा है आतंक का साया?
चालीस साल पहले मध्य प्रदेश के चुटका सहित 54 गांव बरगी बांध के कारण विस्थापित हुए थे। अब इन गांवों पर चुटका परमाणु विद्युत ...
म्यांमार में मिलीं कस्टर्ड एप्पल परिवार की नई प्रजातियां
आर्टबोटॉयस पौधों की एक जाति है, जिसकी 100 से अधिक प्रजातियां है जो कस्टर्ड ऐप्पल परिवार (एनोनेसी) से संबंध रखते हैं
वैज्ञानिकों ने की पौधों के नए जीन की पहचान
वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने एक नया दृष्टिकोण विकसित किया है जिससे शोधकर्ताओं को पौधे के लक्षणों को नियंत्रित करने वाले जीन की ...
मिसाल: भोजपत्र के वृक्षों को नया जीवन दे रही है हर्षवंती
पहाड़ सा हौसला रखने वाली पर्वतारोही हर्षवंती बिष्ट ने इस वर्ष अगस्त के पहले हफ्ते में समुद्र तल से 3,775 मीटर ऊंचाई पर बसे ...
विलुप्त हो रहे फर्न देखने हों तो इस वाटिका में आएं
फर्न की 18 प्रजातियां ऐसी हैं जो सिर्फ उत्तराखंड में ही पायी जाती हैं। ये सभी शोषण, अपने प्राकृतिक वास खोने और मौसमी वजहों ...
क्या वायु प्रदूषण के खिलाफ चीन जैसी नीति बना सकते हैं हम?
लगभग हर भारतीय ऐसी हवा में सांस ले रहा है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन के वायु गुणवत्ता मानदंडों के अनुसार, असुरक्षित माना गया है
रात में क्यों झुक जाती है पेड़ों की डालियां, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
पता चला है कि रात के समय शाखाएं और पत्तियां अपने भीतर पानी जमा करती हैं, जिससे उनका वजन बढ़ जाता है और वो ...
क्यों शहरों में हो सकता है ब्लैकआउट?
एक अध्ययन में पता लगाया गया है कि कैसे शहर बिजली के लिए बेहतर स्रोतों का उपयोग कर सकते हैं और लगातार बढ़ते तापमान ...
गैर जरूरी जगहों पर आरओ का इस्तेमाल अब भी जारी, डेढ़ बरस बाद भी नहीं बन पाए नियम
एनजीटी ने 20 मई, 2019 को ऐसे जगहों पर आरओ के इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश दिया था जहां पानी खारा नहीं है। ...
भारत की कोयला आधारित बिजली उत्पादन क्षमता में 2020 में दर्ज की गई 0.7 गीगावाट की वृद्धि
2020 में जहां देश में 2 गीगावाट क्षमता के कोयला आधारित नए बिजली संयंत्रों को शुरु किया गया था, वहीं कुल 1.3 गीगावाट क्षमता के बिजली संयंत्रों को रिटायर कर ...
क्या भाषाओं के साथ विलुप्त हो जाएगा हमारे पुरखों का औषधीय पौधों के बारे में संजोया ज्ञान
जैसे-जैसे स्थानीय पारम्परिक भाषाई विविधता खत्म हो रही है, उसके साथ ही सदियों पुराने उपचार और औषधीय पौधों का ज्ञान भी खत्म होता जा ...
आहार संस्कृति: सेमल है सदा के लिए
औषधीय गुणों के अलावा सेमल से एयर कंडिशनिंग के कारण होने वाले दुष्प्रभावों को भी कम किया जा सकता है
वायु गुणवत्ता में 20 फीसदी तक सुधार कर सकते हैं घरों में लगे पौधे
शोध से पता चला है कि घर और दफ्तरों के अंदर लगे आम पौधे नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (एनओ2) के स्तर में 20 फीसदी तक की ...
चुटका परियोजना-3: औचित्य पर उठते सवाल
जिस समय इस परियोजना को मंजूरी मिली तब सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करना महंगा था, अब स्थिति बदल गई है
चुटका परियोजना-2: ग्राम सभा की इजाजत तक नहीं ली गई
चुटका परमाणु परियोजना के लिए नियम-कायदों का भी ध्यान नहीं रखा गया, जिस कारण ग्रामीणों में भय व आक्रोश अधिक है
आरओ पर प्रतिबंध: सरकार के ड्राफ्ट से गायब हैं एनजीटी के ये निर्देश
एनजीटी ने आरओ पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन सरकार के ड्राफ्ट में कुछ निर्देश गायब हैं
दशक पर एक नजर: सौर ऊर्जा, क्या खोया-क्या पाया?
सौर ऊर्जा की क्षमता इतनी है कि वह 2035 तक कोयले और गैस को पछाड़ कर बिजली का सबसे बड़ा स्त्रोत बन सकती है
अलग हो रहे हैं पौधे और फंगस, बढ़ रहा है ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन: अध्ययन
इंसानी हस्तक्षेप के चलते एक साथ रहने वाले पौधे और कवक (फंगस) अलग-अलग हो गए हैं, इससे जहां वनस्पतियां कम हो रही हैं, वहीं ...
उत्तर प्रदेश में लगेंगे 22 करोड़ पेड़, भाजपा विधायक ने ही उठाए सवाल
अगस्त 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पांच घंटे में 5 करोड़ पौधे रोपकर दोबारा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर गिनीज बुक में नाम दर्ज कराया था
हमारे पुरखों की तरह ही पौधों के औषधीय गुणों से वाकिफ हैं जानवर, घावों पर मरहम लगाते पाया गया ओरांगुटान
'राकुस' नामक इस ओरांगुटान ने जिस पौधे का उपयोग अपने घावों पर किया था, वो अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसका ...
याद न रखी जाने वाली प्रजातियां एक बार नहीं दो बार विलुप्त होती हैं: शोध
कई देशों में पारंपरिक जड़ी-बूटियों की जगह आधुनिक चिकित्सा ने ले लिया है जिसने कई औषधीय पौधों से संबंधित सामान्य ज्ञान को कम कर ...
झारखंड: कोयला खनन का काम छोड़ना चाहते हैं 85 प्रतिशत मजदूर: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोयला खनन से जुड़े 35 फीसदी श्रमिक ऐसे हैं जिनके पास वर्तमान रोजगार बंद होने की स्थिति में ...
गर्मी-सूखा और कीड़े जैसे तनावों का सामना करने के लिए पौधे खुद के लिए बनाते हैं एस्पिरिन
शोधकर्ताओं के अनुसार यह खोज पौधों को जलवायु परिवर्तन के खतरे से सुरक्षित रखने में मददगार हो सकती है