जलवायु परिवर्तन की वजह से करोड़ों मोनार्क तितलियों की गई जान, जानें सफेद धब्बे कैसे मददगार हैं
शोध में 400 जंगली मोनार्क तितलियों के पंखों का विश्लेषण किया गया, उनके रंग के अनुपात को मापा, इसमें पाया कि सफल प्रवासी मोनार्क ...
बढ़ते शहरीकरण के कारण शहरों में जंगली मधुमक्खियां और तितलियां खतरे की कगार पर : शोध
मधुमक्खियों और तितलियों के पहले व्यापक विश्लेषण में 133 अध्ययनों के आंकड़ों को शामिल किया गया हैं, इसके निष्कर्ष शहरी क्षेत्रों में प्रकृति संरक्षण ...
परागण करने वाले कीटों की प्रजातियों के संरक्षण में किसाननिभा सकते हैं बेहतर भूमिका: अध्ययन
टीम ने यूरोप, मध्य अमेरिका, एशिया और ओशिनिया के ग्यारह देशों के 560 किसानों का साक्षात्कार लिया ताकि यह पता लगाया जा सके कि ...
परागणकों में आ रही है गिरावट, खतरे में है 90 फीसदी जंगली पौधों का अस्तित्व
शोधकर्ताओं के मुताबिक दुनिया भर में करीब 200 करोड़ छोटे किसानों की पैदावार के लिए इन छोटे जीवों द्वारा प्रदान की जा रही सेवाएं ...
शोधकर्ताओं ने बनाया दुनिया भर में पाई जाने वाली मधुमक्खियों की प्रजातियों का पहला नक्शा
शोधकर्ताओं ने लगभग 60 लाख सार्वजनिक रिकॉर्ड के आधार पर पहचानी गई मधुमक्खी की प्रजातियों की पूर्ण वैश्विक चेकलिस्ट को मिलाकर मधुमक्खी विविधता का ...
कीटनाशक मधुमक्खियों को दोहरा नुकसान पहुंचा सकते हैं
नियोनिकोटिनोइड जैसे कीटनाशकों के असर से मधुमक्खियों की दो पीढ़ियों से अधिक प्रजनन क्षमता को नुकसान होता है।
जीव आधारित परागणकों पर निर्भर हैं 90 फीसदी फूलों वाले पौधों की प्रजातियां
अध्ययन के मुताबिक, 64 से 68 फीसदी परिवार, 88 फीसदी जाति और फूलों के पौधों की 90 फीसदी प्रजातियां जीवों के परागण पर निर्भर ...
बदलते मौसम का शिकार हुई मधुमक्खियां, हिमाचल-कश्मीर के बागवानों की आर्थिकी पर संकट
मौसम में बदलाव और कीटनाशकों के इस्तेमाल से देशी मधुमक्खियां लगभग लुप्त हो गई है, लेकिन अब विदेशी मधुमक्खियां भी मौसम की मार नहीं ...
लगातार घट रही है बीज उत्पादन में मदद करने वाले परागणकों की संख्या
82 फीसदी पौधों की प्रजातियां कीड़ों द्वारा परागित होती हैं, 6 फीसदी कशेरुकी द्वारा परागित होती हैं, जबकि हवा द्वारा केवल 12 फीसदी पौधों ...
परागणकारी जीवों की कमी के बावजूद वैश्विक अनाज उत्पादन में बढ़ोत्तरी
वैश्विक संस्था आईपीबीईएस की ड्राफ्ट रिपोर्ट के मुताबिक बीते 50 वर्षों में परागण पर निर्भर रहने वाली वैश्विक फसलों में 300 फीसदी की बढोत्तरी हुई ...
किन कार्यों से जैव विविधता को कितना हो सकता है खतरा, वैज्ञानिकों ने किया आकलन
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 'शेयर बाजार' के माध्यम से सभी प्रजातियों के मूल्य को औपचारिक रूप देने का प्रस्ताव पेश किया है, जिसे जैव ...
कीटों की संख्या में 63 फीसदी तक की गिरावट के लिए दोषी कौन?
दुनिया भर के उन क्षेत्रों में कीटों की आबादी में भारी कमी देखने को मिली है जो बड़े पैमान पर अनियोजित तरीके से होती ...
वैज्ञानिकों ने अति दुर्लभ कीट 'लीफ हॉपर' की नई प्रजाति की खोज की
एक ब्रिटिश वैज्ञानिक ने एक नई प्रजाति की खोज की है जो दुर्लभ कीड़ों के समूह से संबंध रखता है। इसके सबसे निकटतम रिश्तेदार ...
मधुमक्खियों के विनाश का कारण बन रहे हैं कीटनाशक: अध्ययन
मधुमक्खियों की छह प्रजातियों में से एक दुनिया में कहीं न कहीं स्थानीय रूप से विलुप्त हो चुकी है
जानें, क्यों कीटों ने अपने पसंदीदा फूलों पर मंडराना बंद किया?
शोधकर्ताओं की एक टीम ने फूलों और परागणकर्ताओं के बीच रासायनिक संचार पर ओजोन वायु प्रदूषण के प्रभाव का अध्ययन किया है
अंजीर के परागणकों और इस पर निर्भर रहने वाले जीवों पर मंडराया खतरा
अंजीर जंगल में रहने वाली पक्षियों और स्तनधारियों के लिए भोजन का एक अहम स्रोत है, लेकिन बढ़ते तापमान के कारण इन्हें परागण करने ...
विश्व मधुमक्खी दिवस - 20 मई: जानिए इस दिन को मनाने का इतिहास और महत्व
दुनिया भर में उत्पादित सभी खाद्य पदार्थों का एक तिहाई, यानी भोजन का हर तीसरा चम्मच परागण पर निर्भर करता है
खेती में अहम भूमिका निभाने वाली 'मोनार्क तितली' के आवास बढ़ाने से इनके संरक्षण में मिलेगी मदद
फसलों पर कीटनाशक के छिड़काव से मोनार्क कैटरपिलर के लिए खतरा बढ़ सकता है, जो विशेष रूप से मिल्कवीड के पौधों पर रहते हैं
अरुणाचल में मिली मधुमक्खी की नई प्रजाति, इसका नाम सेराटिना तवांगेंसिस रखा गया
यह अनोखी प्रजाति तवांग जिले में 1,600 से 2,300 मीटर की ऊंचाई पर पाई जा सकती है, यह एक चमकदार काले रंग की है ...
पौधों के लिए खतरनाक है ओजोन, परागणकों के लिए फूलों को ढूंढना बना रहा है कठिन
ओजोन प्रदूषण फूलों का रंग बदल सकता है, परागणकों को देखने के संकेतों पर असर डाल सकता है, पराग के साथ सीधे प्रतिक्रिया कर ...
फसलों को कीटों के प्रकोप से बचाने वाली लेडीबर्ड के अस्तित्व पर मंडराया खतरा: रिपोर्ट
दुनिया भर में लेडीबर्ड की 6,000 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं जो फसलों और पौधों को एफिड्स सहित कीटों के प्रकोप से बचाने ...
मधुमक्खियों-भौरों की मौत का कारण बन रहा है भारत का वायु प्रदूषण
बेंगलुरु के नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज में शैनन ओलसन के नेतृत्व में गीता थिमेगौड़ा और उनके सहयोगियों ने 1800 से अधिक जंगली मधुमक्खियों ...
खतरे में मधुमक्खियां: वैज्ञानिकों ने निकाला इनके ही दिमाग से समाधान, मधुमक्खी पालकों के लिए राहत
वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि सीधे नुकसान पहुंचाने के अलावा, परजीवियों ने मधुमक्खियों में एक वायरस भी पहुंचाया जो उनके पंखों को खराब कर ...
गर्म होती जलवायु में परागणकर्ता कीटों को आश्रय देते हैं जंगल
शहरी क्षेत्रों में मधुमक्खियों पर अधिक औसत तापमान का असर दिखाई दिया, जिसके कारण इन इलाकों में उनकी आबादी में गिरावट देखी गई
आवास की गुणवत्ता और जैव विविधता दोनों मधुमक्खी के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं : अध्ययन
अधिक फूलों वाले इलाके मधुमक्खियों के लिए बेहतर पराग और फूलों का रस प्रदान कर सकते हैं, जो उन्हें संक्रमण से लड़ने में मदद ...