उत्तराखंड: प्रदूषण वाली धुंध की चादर में लिपटे पहाड़, पर्यटक वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या ने बढ़ाई मुसीबत
यह नमी के चलते होने वाली धुंध नहीं है। जंगल की आग और पहाड़ों में बढ़ता ट्रैफिक इसकी एक वजह तो है ही, इसके ...
दिल्ली-एनसीआर में चरणबद्ध तरीके से कोयला हटाने की तैयारी, 01 जनवरी 2023 से होगा लागू
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिया आदेश, सेंटर फार साइंस एंड एनवॉयरमेंट ने फैसले को ‘महत्वपूर्ण’ बताया।
पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण से इतर जमीनी ओजोन प्रदूषण एक नया खतरा : सीएसई
2020 स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर रिपोर्ट में कहा गया है कि ओजोन के कारण मृत्यु की आयु-मानकीकृत दर भारत में सबसे अधिक है।
भलस्वा लैंडफिल साइट के आस-पास लोगों का सांस लेना मुश्किल, निगरानी स्टेशन पर वायु गुणवत्ता गंभीर
भलस्वा लैंडफिल साइट से छह किलोमीटर दायरे में एकमात्र निगरानी स्टेशन पर वायु गुणवत्ता गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है।
दिल्ली में वायु आपातकाल को नियंत्रित करने के लिए और अच्छे कदमों की जरूरत
राजधानी में प्रदूषण का वक्र (कर्व) थोड़ा झुका तो है लेकिन अभी और ज्यादा प्रयास की जरूरत है।
स्मॉग एपिसोड 2021 : दिल्ली में मामूली सुधार, यूपी के शहर की हवा अब भी गंभीर
उत्तर प्रदेश के 10 शहर व हरियाणा के दो शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) अब भी गंभीर श्रेणी में बना हुआ है।
स्मॉग एपिसोड : 32 घंटे से ज्यादा आपात स्तर में दिल्ली-एनसीआर की हवा, नहीं की गई अब तक ग्रेप की कार्रवाई
दिल्ली-एनसीआर में प्रशासन द्वारा 15 अक्तूबर से 4 नवंबर तक वायु प्रदूषण से जुड़ी सिर्फ 16 फीसदी शिकायतों का समाधान किया जा सका। वहीं, ...
दीवाली 2021: स्मॉग वापस लौटा, कड़े ग्रेप को लागू करने से चूकी एजेंसियां
दिल्ली-एनसीआर में पार्टिकुलेट मैटर 2.5 और पीएम 10 दीवाली की मध्य रात्रि से ही आपात स्तर पर बना हुआ है।
दीवाली 2021 : सरकारी एजेंसियों के अनुमान के विपरीत दिल्ली-एनसीआर में आपात स्तर की ओर बढ़ रहा वायु प्रदूषण
ग्रेप लागू करने वाली उपसमिति ने कहा था कि दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी में ही रहेगी ऐसे में अतिरिक्त उपाय लागू करने ...
सावधान : पराली, पटाखे और मौसम मिलकर दिल्ली-एनसीआर में पैदा कर सकते हैं एयर इमरजेंसी
दिल्ली-एनसीआर के शहर एक बार फिर गंभीर वायु प्रदूषण का सामना कर सकते हैं। केंद्रीय एजेंसियों ने आगाह किया है कि बीमार लोग सचेत ...
बैठे ठाले: भक्त की जय हो
जय बोला, “अब क्या करूं मौसी। हम लोगों की तो आदत ही कुछ ऐसी है! सोच बदलो, तभी देश बदलेगा”
वायु प्रदूषण से भारतीय व्यापार को प्रत्येक वर्ष 7 लाख करोड़ का नुकसान : रिपोर्ट
भारत के कामगार अपने स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण के प्रतिकूल प्रभावों के कारण प्रति वर्ष 130 करोड़ (1.3 बिलियन) कार्यदिवसों की छुट्टी लेते हैं ...
वायु प्रदूषण-3: भारत को करनी होगी ठोस पहल
वायु (रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1981 की धारा 19, राज्य सरकारों को वायु प्रदूषण नियंत्रण क्षेत्रों की घोषणा करने की शक्ति प्रदान करती है
वायु प्रदूषण-2 : भारत को दूसरे देशों से सीखना होगा
अब यह समझ भी पैदा हो रही है कि देशों के भीतर अंतर-क्षेत्रीय और अंतरराज्यीय रणनीतियों तथा कार्यक्रमों की जरूरत है खासतौर पर उन ...
वायु प्रदूषण से बाधित हो रहा है भ्रूण का विकास
पीएम 2.5 के कारण शुरुआती तीन महीने में भ्रूण की लंबाई 7.9 प्रतिशत और वजन 6.7 प्रतिशत कम हो जाता है
आईआईटी के छात्रों ने दिखाया पराली प्रदूषण से मुक्ति का रास्ता
हर साल सर्दियों की शुरुआत में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में लाखों टन पराली जला दी जाती है
कम प्रदूषण वाली तकनीक से दूर ईंट भट्टे
दिल्ली-एनसीआर ईंट भट्टे स्वच्छ दहन प्रौद्योगिकी से दूर हैं। पूरी आशंका है कि ये भट्टे तय समयसीमा के अंदर खुद को नहीं बदल पाएंगे
‘पेट कोक’ की उलझन
भारत में हर साल 1.20 से 1.30 लाख टन ‘पेट कोक’ बनता है। लेकिन चौंकाने वाली बात है कि इसका आयात भी बढ़ता जा ...
पटना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए बना दी योजना, लेकिन
बिहार की राजधानी पटना में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सीएनजी वाहनों को सब्सिडी दी जाएगी, लेकिन इस स्कीम पर सवाल ...
वायु प्रदूषण से भारत पर पड़ रहा है सालाना 1 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ: स्टडी
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि हर साल देश में होने वाली करीब 10 लाख असमय मौतों के लिए भी वायु प्रदूषण ...
डीजल से होने वाले प्रदूषण से बढ़ रहे हैं निमोनिया के मामले
आमतौर पर स्वस्थ इंसान के नाक और गले में मौजूद रहने वाला एक हानिरहित न्यूमोकोकल बैक्टीरिया, प्रदूषण के कारण निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी का ...
तीन मिनट, एक मौत: बच्चों के लिए सबसे ज्यादा घातक है वायु प्रदूषण
वायु प्रदूषण रोकने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, उनमें बच्चों और वयस्कों को एक साथ नहीं रखा जा सकता। बच्चों के ...
दिवाली से पहले जानें यह रहस्य, हमारी जिंदगी में कैसे आए पटाखे?
चीन में बारूद का आविष्कार और 15वीं शताब्दी में भारत में इसके आने के बाद पटाखों का चलन शुरू हुआ
सक्रिय हुआ वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग, 76 लाख का जुर्माना लगाया
1600 से भी अधिक सीएंडडी स्थलों पर लगभग 174 टीमों का गठन करके इन एजेंसियों द्वारा 31 दिसंबर से से 15 जनवरी तक निरीक्षण ...
वातावरण में लगातार बढ़ रहा है नाइट्रोजन उत्सर्जन: अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि पशुओं की वजह से हर साल 65 ट्रिलियन ग्राम नाइट्रोजन पर्यावरण में फैल रही है