लॉकडाउन के बाद 12 से अधिक जानलेवा रासायनिक हादसे, यूपीएल प्लांट हादसे की जांच के लिए समिति बनी
एक दर्जन से अधिक रिपोर्ट किए गए औद्योगिक हादसों में प्लांट या फैक्ट्री की लापरवाही का मामला लगातार सामने आया है। इन हादसों के ...
सुप्रीम कोर्ट ने जुर्माने की राशि में फेर-बदल करने से किया इंकार, कहा एनजीटी ही लेगी अंतिम फैसला
यशश्वी रसायन हादसे के मामले में एनजीटी ने विस्थापित हुए लोगों के लिए प्रति व्यक्ति 25,000 रुपए मुआवजे के रूप में देने का आदेश ...
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ भोपाल गैस पीड़ितों ने किया प्रदर्शन
भोपाल के गैस पीड़ित संगठन ने गैस कांड के लिए जिम्मेदार कंपनी को पनाह देने के आरोप में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का विरोध ...
34 साल में भी नहीं टूटी तंत्र की तंद्रा
प्राणघातक गैस के नासूर को 2 लाख 97 हजार 280 घंटे से ज्यादा अरसा बीत चुका है लेकिन अब तक तंत्र की तंद्रा भंग नहीं हुई है
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: चीनी मिल के प्रदूषण से संकट में है बच्चों का जीवन
पर्यावरण संबंधी मामलों पर विभिन्न अदालतों में हुई सुनवाई का सार
किलर व्हेल मछलियों में मिले उच्च मात्रा में हानिकारक केमिकल्स
शोधकर्ताओं को इन किलर व्हेल्स के उत्तकों में मानव निर्मित केमिकल्स पीएफएएस और पीसीबी के भी सबूत मिले हैं, जो इन मछलियों से इनके ...
मध्य प्रदेश में सरप्लस बिजली होने के बावजूद परमाणु बिजली पर जोर क्यों?
मध्यप्रदेश पावर मेनेजमेंट कंपनी ने पिछले पांच साल में बिना बिजली खरीदे विद्युत कंपनियों को 12,834 करोड़ रुपए का भुगतान बतौर फिक्स चार्ज के ...
गैस त्रासदी के नमूने ही नहीं बचे, कैसे होगी जांच?
दुनिया की इस भीषण त्रासदी के बचे हुए अवशेषों को नष्ट करने में अधिकारियों ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी
जानिए क्यों फ्लाई ऐश के निपटान और उसके संभावित प्रभाव के सम्बन्ध में एनजीटी ने रिपोर्ट पर जताया असंतोष
ट्रिब्यूनल ने समिति से इस क्षेत्र की दोबारा जांच करने को कहा है। साथ ही यदि नियमों का उल्लंघन हुआ है तो उसके सम्बन्ध ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी : दवा कंपनियां सिरसा और सतलुज नदी को कर रही हैं प्रदूषित, एनजीटी ने तीन महीने में मांगी रिपोर्ट
पर्यावरण संबंधी मामलों में अदालतों में क्या हुआ, बता रहा है डाउन टू अर्थ
फिल्म समीक्षा: फोकस से हटती ‘द रेलवेमेन’
भोपाल गैस लीक त्रासदी पर आधारित काल्पनिक सीरीज दिलचस्प ड्रामा होने से बुरी तरह चूक गई
संसद में आज: भारत में कुल 2,831 भारी प्रदूषणकारी उद्योग हैं, 55 इकाइयों को बंद करने के निर्देश जारी
वित्तीय वर्ष 2021 से 22 में 5,27,131.57 टन ई-कचरे का संग्रहण, निराकरण एवं पुनर्चक्रण किया गया।
उत्तराखंड: राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण की मंजूरी पर एनजीटी की रोक
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
फाल्गुनी नदी में क्यों मर रही हैं मछलियां, एनजीटी में रिपोर्ट दायर
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: उद्योग से निकली राख से हुआ भूजल प्रदषित, नोटिस जारी
एनजीटी ने ताज ट्रिपेजियम जोन में चल रही खनन गतिविधियों के आरोपों पर पर्यावरण मंत्रालय से मांगा जवाब
आरोप सर्वोच्च न्यायालय के नियमों और आदेशों को ताक पर रख ताज ट्रिपेजियम जोन में चल रही खनन गतिविधियों से जुड़े हैं
बेरुत में भयंकर विस्फोट करने वाले रसायन के बारे में जानें सब कुछ
2015 में तियानजिन (चीन) विस्फोट में हुआ था, जिसमें 173 लोग रसायन के जलने के कारण मारे गए थे
भोपाल गैस त्रासदी: 29 नई बस्तियों तक कचरे से जहरीला रसायन पहुंचने का दावा कितना सच
अखिल भारतीय विष विज्ञान संस्थान 42 बस्तियों तक हानिकारक रसायनों के पहुंचने की पुष्टि कर चुका है।
गुजरात की केमिकल फैक्ट्री में विस्फोट से आठ की मौत, सुरक्षा पर उठे सवाल
इससे पहले भी लंबे लॉकडाउन के बाद खुल रहे केमिकल प्लांट्स में आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं
पेट्रोकेमिकल सेक्टर में जस्ट ट्रांजिशन: विकास, पर्यावरण और समुदाय के सवाल पर कौन करे बात?
कई बड़े औद्योगिक घराने दहेज में अपना उद्यम स्थापित करते गए और यह पेट्रोलियम, केमिकल और पेट्रोकेमिकल उद्योग का बड़ा केंद्र बन गया, लेकिन...
क्या बेरुत धमाकों से सबक लेगा भारत, जगह-जगह फैलें हैं रासायनिक कचरे का भंडार
डाउन टू अर्थ ने दिसंबर 2019 के अंक में देश में बढ़ते रासायनिक कचरे और हादसों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी
भोपाल त्रासदी: आपदा के दौरान पैदा हुए लोगों में आठ गुणा ज्यादा है कैंसर का जोखिम
गैस रिसाव के बाद गर्भपात की दर में चार गुना वृद्धि हो गई थी। साथ ही मृत जन्म और नवजात मृत्यु दर का जोखिम ...
भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं बिजली संयंत्रों से निकलने वाली कोयले की राख के जहरीले तत्व: अध्ययन
बिजली संयंत्र सक्रिय कार्बन या चूने को ग्रिप गैस में इंजेक्ट करते हैं, जो पारा और सल्फर उत्सर्जन को कैप्चर करता है, 1000 डिग्री ...
थर्मल पावर प्लांट के उत्सर्जन मानकों को पूरा करने के लिए बढ़ाई समय सीमा की सीएसई ने की निंदा
सीएसई के मुताबिक सिर्फ जुर्माना लगा कर उत्सर्जन मानदंडों की समय सीमा में छूट मिलना ऐसा ही है जैसे उन्हें प्रदूषण फैलाने का लाइसेंस दे ...
उत्तरप्रदेश के रिहाइशी क्षेत्रों से उद्योगों को हटाने के निर्देश, एनजीटी ने मांगा जवाब
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें –