वैज्ञानिकों ने बनाया सस्ता माइक्रोस्कोप, फफूंद की होगी पहचान
भारतीय शोधकर्ताओं के एक नए अध्ययन में चाय की पत्तियों में फफूंद रोगजनकों की पहचान के लिए कागज जैसी सामान्य सामग्री से बने फोल्ड ...
पौधों की 59 फीसदी बीमारियों को रोक सकती हैं चींटियां, शोध में खुलासा
चींटियों की वजह से सेब के दो रोगों पर काबू किया गया, अब नए अध्ययन पता चला है कि चींटियां 14 तरह के पौधों ...
वोल्गा से गंगा नहीं, गंगा से वोल्गा की ओर बही इतिहास की धारा!
बताया गया था कि स्तेपी में वोल्गा नदी के किनारे से जो सभ्यता शुरू हुई, वह किस तरह गंगा घाटी तक पहुंची, मगर ताजा ...
नई रिसर्च: शुद्ध तरल ईंधन में बदल गई ग्रीनहाउस गैस
ग्रीनहाउस गैस के शुद्ध तरल ईंधन में बदलने से ग्रीनहाउस गैस का पुन: उपयोग होगा और इसे वायुमंडल में जाने से रोकने का एक ...
नई खोज: पौधा निकालेगा पानी से आर्सेनिक
जादवपुर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एनवायरमेंटल स्टडीज द्वारा कराए गए शोध में पता चला है कि ये पौधे बड़ी मात्रा में पानी से आर्सेनिक ...
मस्तिष्क के ट्यूमर की पहचान में मददगार हो सकते हैं नए जैव संकेतक
एक ताजा अध्ययन में भारतीय शोधकर्ताओं ने ग्लायोमा की वृद्धि से जुड़े जैव संकेतकों का पता लगाया है जो इसकी पहचान और उपचार में ...
चावल के रोगजनक फफूंद की अनुवांशिक विविधता का पता चला
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह अनुवांशिक जानकारी शीथ ब्लाइट रोग प्रतिरोधी चावल की किस्में विकसित करने में मददगार हो सकती है
अंतरिक्ष जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा से बातचीत: भाग -2
अंतरिक्ष को भोगने के लिए धरती छोड़ना चाहता है इंसान
भारतनेट परियोजना ने आधा लक्ष्य भी प्राप्त नहीं किया
एक लाख गांवों को ब्रॉडबैंड कनेक्शन से जोड़ दिया गया और मार्च 2019 तक देश के 2.50 लाख ग्राम पंचायतों में इंटरनेट सेवा शुरू ...
किडनी रोगों की पहचान के लिए नई तकनीक
नई तकनीक के उपयोग से किडनी रोगों का समय रहते पता लगाना आसान हो सकता है और मरीजों को किडनी की बीमारियों से होने ...
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को जल्द मिलेगा नया घर
नए भवन का निर्माण करीब नौ एकड़ क्षेत्र में किया जाएगा, जिसमें भूमि का 22 प्रतिशत हिस्सा घिरा होगा, हरित क्षेत्र 52 प्रतिशत होगा। ...
वैज्ञानिक उपलब्धियों ने कैसे बदली जिंदगी?
‘इंडियन साइंस ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया’ नामक एक नई पुस्तक में भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों को छोटी-छोटी कहानियों के रूप में पेश किया गया है।
जब खुलने लगे आनुवांशिक कोड में छिपे जीवन के रहस्य
आनुवांशिक इंजीनियरिंग में डॉ. खुराना के महत्वपूर्ण योगदान को उनके जन्मदिन के मौके पर याद करते गूगल ने भी डूडल तैयार किया है।
विज्ञान की दुनिया में कायम है रमन प्रभाव
चन्द्रशेखर वेंकटरमन या सर सीवी रमन एक ऐसे ही प्रख्यात भारतीय भौतिक-विज्ञानी थे, जिन्हें उनके जन्मदिन 7 नवंबर के मौके पर दुनिया भर में ...
धान को आर्सेनिक से बचा सकती है कम पानी में सिंचाई
कम पानी में सिंचाई करने से धान में आर्सेनिक की मात्रा 17-25 प्रतिशत तक कम पाई गई है। हालांकि पैदावार में भी 0.9 प्रतिशत ...
छात्रों को विज्ञान से जोड़ने के लिए सीएसआईआर की नई पहल
कार्यक्रम का मकसद छात्रों एवं अध्यापकों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना और उनमें जिज्ञासु प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करना है
आठ वर्षों में गुजरात में 340 फीसदी बढ़ा मिट्टी का कटाव, त्रिपुरा में भी 60 फीसदी वृद्धि
अच्छी खबर यह है कि पिछले आठ वर्षों में देश के कुल बोए क्षेत्र में हुए मिट्टी के कटाव में करीब 54 फीसदी यानी ...
कोविड-19: क्या सही है हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पर इतना ज्यादा भरोसा करना
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ने कोविड -19 के इलाज में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के उपयोग पर सवाल उठाया है
अरबों प्रकाश वर्ष चौड़े आकाशगंगा के बुलबुले की हुई खोज: शोध
खोजा गया यह बुलबुला एक अरब प्रकाश वर्ष तक फैला हुआ है, जो दूधिया आकाशगंगा से 10,000 गुना अधिक चौड़ा है।
चांद पर पहुंचा भारत, चंद्रयान 3 सफल
विक्रम लैंडर ने आज यानी, 23 अगस्त को भारतीय समयानुसार शाम 6.04 बजे चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की
बैठे ठाले: डार्विन का सिद्धांत कितना जरूरी?
“मेरा पहला सिद्धांत है, प्राणियों में संतान-उत्पत्ति की ताकत होती है। इसलिए आप दुनिया के सबसे ताकतवर देश बन गए हैं क्योंकि आपकी जनसंख्या ...
वैज्ञानिकों ने पश्चिमी घाट में खोजी पौधों की 62 प्रजातियां, गंभीर जल संकट का भी कर सकती हैं सामना
वैज्ञानिकों के अनुसार यह प्रजातियां अपने अंदर मौजूद पानी की 95 फीसदी मात्रा के खत्म होने के बाद भी, पानी के दोबारा उपलब्ध होने ...
संक्रमण के दो लाख से ज्यादा मामलों और 66,400 मासूमों के जीवन को बचा सकता है ‘स्ट्रेप बी’ टीकाकरण
दुनिया भर में ग्रुप बी स्ट्रेप्टोकोकस के खिलाफ टीकाकरण की मदद से जीबीएस संक्रमण के 2,14,300 मामलों को टाला जा सकता है। साथ ही ...
यह है मानव विलुप्ति का ब्लूप्रिंट
होमो जीनस की होमो सेपिंयन्स नौवीं प्रजाति है। इसके पहले आठ पूर्वज धरती पर पहले से ही मौजूद थे
ऑक्टोपस में मनुष्य के मस्तिष्क के समान 'जंपिंग जीन' होते हैं
एक नए अध्ययन में एक महत्वपूर्ण आणविक समानता की पहचान की है जो इन अकशेरुकी जीवों की अनोखी बुद्धिमत्ता का वर्णन करता है