दो दिन बाद मिलती है नेपाल से बाढ़ की सूचना, तब तक बिहार में मच जाती है तबाही!
नेपाल से भारत आ रही कोसी नदी में बाढ़ आने की सूचना सही समय पर मिल जाए तो बिहार में होने वाले नुकसान को ...
क्या है बिहार की सालाना बाढ़ का समाधान?
1979 से लेकर अब तक के उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से पिछले 43 वर्षों में एक भी ऐसा साल नहीं गुजरा, जब बिहार में ...
नजरिया: भारत की नदियों को कब मिलेगा न्याय?
नदी को जीवित आदमी के समान अधिकार देना कानूनी रूप से चाहे कितना भी जटिल हो, पर ये हमारी संयमित समृद्धि और प्रकृति के ...
गंगा बेसिन में घट रही है जलीय पौधों की विविधता
तालाबों और झीलों में बढ़ता प्रदूषण जलीय पौधों की विविधता में बड़ा बदलाव ला रहा है और देशी प्रजातियों के लिए खतरा पैदा कर ...
चारधाम मार्ग परियोजना: मंदाकिनी नदी पर मलबा बिछाकर बना दी सड़क
चारधाम मार्ग के निर्माण के दौरान नदी को किस तरह नुकसान पहुंचाया जा रहा है, इसका अंदाजा बांसवाड़ा पर मंदाकिनी नदी को देखकर लगाया ...
लॉकडाउन का फायदा उठा माफिया खोद रहे हैं नदियां
उत्तराखंड में सुदूर थराली से लेकर कोटद्वार और हल्द्वानी तक से इन दिनों नदियों में अवैध खनन के मामले में हाईकोर्ट ने रिपोर्ट तलब ...
पर्यावरण की दशा-दिशा 2020: घट रहा है नदियों में पानी, कम हो रही प्रति व्यक्ति उपलब्धता
डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2020 रिपोर्ट में भूजल स्तर, सूखती नदियां और प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता का विश्लेषण किया ...
उत्तर प्रदेश के बांदा में माफिया के खिलाफ किसानों का जल सत्याग्रह
किसानों का आरोप है कि बालू माफिया उनकी जमीन पर अवैध खनन कर रहा है
उत्तराखंड: बांध की खातिर फिर डूबा एक और गांव
1972 में यमुना पर ब्यासी जल विद्युत परियोजना पर काम शुरू किया गया है, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया था
मालवा की मानव निर्मित मौत
मालवा के जल संसाधनों पर ग्रहण उस समय लगा जब बांधों की श्रृंखला में गांधीसागर बांध शामिल हुआ। यहां के भूजल भंडारों का स्तर ...
कोसी नदी की धारा में हो रहे बदलाव के लिए जिम्मेवार कौन, स्टडी में खुलासा
दोनों ओर तटबंध बनने के बाद कोसी नदी ज्यादा अस्थिर हो गई थी...
डाउन टू अर्थ खास: गंगा सहित 13 नदियों के किनारे वानिकी कार्यक्रम का क्या हुआ हश्र?
केंद्र सरकार ने गंगा के किनारे वानिकी का जो लक्ष्य निर्धारित किया था, मियाद पूरी होने तक वह केवल 22 प्रतिशत ही पूरा हो ...
नदियों में बढ़ रही है रासायनिक पदार्थों की मात्रा, कौन है जिम्मेवार?
नदियों से दुनिया भर के महासागरों में कुल घुलने वाले ठोसों की मात्रा 68 फीसदी है जिसमें क्लोराइड 81, सोडियम 86 और सल्फेट में ...
बांधों के निर्माण में तेजी के बावजूद जलाशयों में मौजूद पानी में आई है कमी, जानिए कौन है जिम्मेवार
जिस तरह से जलवायु में बदलाव आ रहे हैं और आबादी बढ़ रही है उसके चलते इन जलाशयों पर भी दबाव बढ़ता जा रहा ...
डाउन टू अर्थ खास: फिर से जीवित हो सकती है साहिबी नदी, बशर्ते...
दिल्ली साहिबी नदी को पुनर्जीवित करने के प्रयास में जुटी है, लेकिन नदी का असली उद्धार तभी होगा जब पड़ोसी राज्य राजस्थान और हरियाणा ...
प्रवासी श्रमिकों ने श्रमदान से पुनर्जीवित की घरार नदी
सालों पहले चैक डेम बनने से जब नदी का पानी कम हो गया तो खेतों की सिंचाई रुक गई और धीरे-धीरे लोग गांव छोड़ ...
नदियों के इलाकों की खोज और विश्लेषण से प्राचीन नदियों के अस्तित्व का चलेगा पता
शोधकर्ताओं ने नदियों के अस्तित्व के बारे में पता लगाने के लिए 30 आधुनिक नदियों और उनके चैनल बेल्ट का विश्लेषण किया
जल और अपशिष्ट ज्ञान से संवरेगा जल भविष्य
हम अपनी नदियों का स्थायी प्रबंधन तब तक नहीं कर सकते जब तक कि हम अपशिष्ट प्रबंधन की अपनी प्रणाली को ठीक नहीं करते
बेहद जरूरी है गैर बारहमासी नदियां का प्रबंधन
अध्ययन में नदी के बहाव में होने वाली रुकावट से भविष्य में होने वाले बदलावों का आकलन किया गया है
भारत की नदियां सूखी: 13 नदियों में पिछले साल के मुकाबले काफी कम हुआ पानी का स्तर
भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में जल भंडारण क्षमता उनकी कुल क्षमता का 36 प्रतिशत तक गिर गई है
संकट में हैं नदी किनारे रह रहे 30 करोड़ लोग
घनी आबादी वाले डेल्टा, जहां नदियां समुद्र से मिलती हैं, विशेष रूप से गर्म-मौसम के कारण भयानक बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं
बदलती जलवायु के कारण भारी दबाव में हैं हिमालयी जल संसाधन: अध्ययन
ऊपरी सिंधु बेसिन के जल संसाधनों पर जनसंख्या वृद्धि, औद्योगीकरण और निश्चित रूप से जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न गंभीर खतरे समेत कई तरह के ...
जलवायु परिवर्तन और बांधों के कारण पिछले चार दशकों में तेजी से बदली नदियों की सीमा
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि ज्यादातर नए बांध एशिया और दक्षिण अमेरिका में बने हुए हैं, जिनकी वजह से नदियों की ...
भारतीय नदी घाटियों में तेज वर्षा के पैटर्न में वृद्धि से शहरों में बढ़ेगा बाढ़ का सिलसिला: अध्ययन
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के महामना सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन क्लाइमेट चेंज की रिसर्च रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं
संकट में जल संसाधन: 2022 में और घटा जल स्तर, दुनिया के कई देशों में सूखे से बिगड़े हालात
विश्व मौसम विज्ञान संगठन की नई रिपोर्ट ‘स्टेट ऑफ ग्लोबल वाटर रिसोर्सेज 2022’ बताती है कि करीब 360 करोड़ लोग साल में कम से ...