मलबे के ढेर में दबता देश-3: दोबारा इस्तेमाल से निकलेगी राह
दिल्ली सरकार ने नगर निगमों को एडवाइजरी जारी की है जिसमें उन्हें भवन निर्माण में 5 प्रतिशत पुनर्चक्रित मलबे का इस्तेमाल करने को कहा ...
मलबे के ढेर में दबता देश-2: दलदली भूमि पर किया जा रहा है डंप
देशभर में नई इमारतों के निर्माण और तोड़फोड़ से निकले मलबे का ढेर बढ़ता जा रहा है। इससे निपटने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। ...
मलबे के ढेर में दबता देश-1: कानून की नहीं है किसी को फिक्र
देशभर में नई इमारतों के निर्माण और तोड़फोड़ से निकले मलबे का ढेर बढ़ता जा रहा है। इससे निपटने के लिए नियम-कायदे भी हैं, ...
साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट से लोगों को कैंसर का खतरा
ग्राउंड रिपोर्ट-2 : देहरादून से 30 किमी दूर कचरे के प्रबंधन के लिए बनाया प्लांट काम नहीं कर रहा है, जिससे आसपास रह रहे ...
कचरे के पहाड़ की वजह से खतरे में है 2 लाख लोगों का जीवन
ग्राउंड रिपोर्ट: देहरादून से 30 किमी दूर कचरे के प्रबंधन के लिए बनाया प्लांट काम नहीं कर रहा है, जिससे आसपास रह रहे 2 ...
कबाड़ का व्यापार: किस हद तक सही?
पहले तो हम कचरा पैदा करते हैं और भूमि एवं आजीविका को नष्ट कर देते हैं। उसके बाद गरीब किसानों के पास कोई चारा ...
उच्च हिमालयी क्षेत्र औली में बहते सीवर से खड़े हुए कई सवाल
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में हुई शाही शादी के बाद हालत बिगड़ गए हैं, कूड़े के ढेर और सीवर से पर्यटन के साथ-साथ ...
पीएम-सीएम के चुनावी क्षेत्रों के इन गांवों में क्यों नहीं हो रही शादियां
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के संसदीय और विधानसभा क्षेत्र के इन गांवों में कई सामाजिक समस्या उत्पन्न हो गई हैं। जिससे इन गांवों में लोग ...
आदमपुर कचरा खंती की आग बारिश तक नहीं बुझेगी
भोपाल की नई लैंडफील एरिया में फिर लगी आग को बुझाने वाले निगम कर्मियों का दावा
प्लास्टिक पर प्रतिबंध से पहले कचरा बीनने वालों पर दिया जाए ध्यान: रिपोर्ट
एक कचरा बीनने वाले की 40 से 60 फीसदी कमाई प्लास्टिक से होती है, जो प्लास्टिक वो चुनता है उसे रीसायकल कर दिया जाता ...
ये हैं दुनिया के कचरे से मुक्त शहर, भारत भी ले सकता है सबक
फिलिपींस के चार शहर कचरे से पूरी तरह छुटकारा पा चुके हैं। यह हुआ है “शून्य अपशिष्ट मॉडल” अपनाकर। यह मॉडल पहले कचरे को ...
कचरे के प्रति व्यवहार में बदलाव लाना जरूरी
पिछले कुछ सालों में देश में कूड़ा प्रबंधन की रणनीति में तेजी से बदलाव हुआ है, लेकिन अब लोगों को अपने व्यवहार में बदलाव ...
सुलग रही है भोपाल की लैंडफिल साइट, कई इलाकों में फैला जहरीला धुआं
प्रदूषण का स्तर तीन गुणा अधिक बढ़ने के कारण आसपास की कॉलोनियों और गांवों में लोगों का जीना मुहाल हो गया है
कूड़े से बिजली बनाने की योजना पर उठते सवाल
कूड़े से बिजली बनाने वाले संयंत्रों को कचरे के निपटान का चमत्कारी तरीका माना जा रहा है। लेकिन यह विकल्प कितना व्यवहारिक है?
कूड़े-कचरे की डंपिंग से पहाड़ों पर त्रासदी को न्यौता
जैसे-जैसे संवेदनशील जगहों पर जोखिम के खेल खेलने का चलन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इन ग्लेशियर्स और ऊंची चोटियों पर कचरे की मौजूदगी और ...
पुष्पभद्रा नदी में अवैध मलबे की डंपिंग, एनजीटी ने दिया जांच का आदेश
एनजीटी ने एक महीने में इस अवैध डंपिंग की जांच कर रिपोर्ट तलब की है। वहीं, इस मामले में जांच के लिए प्रधान मुख्य ...
इस साल पैदा हो सकता है 5.7 करोड़ टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा, चीन की विशाल दीवार से भी ज्यादा है भारी
दुःख की बात है कि दुनिया में ज्यादातर ई-वेस्ट को ऐसे ही डंप कर दिया जाता है जो पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा ...
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध: विचार अच्छा लेकिन कार्य-योजना में कई खामियां
देश के प्लास्टिक कचरे का लगभग साठ फीसद पैकेजिंग से आता है लेकिन इसे उस सूची में शामिल नहीं किया गया है, जिसका उपयोग ...
उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने होम स्टे के मुद्दे पर सौंपी अपनी रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में घर के छह कमरों को होम स्टे के रूप में प्रयोग किया जा रहा है| जहां कचरे का उचित ...
दुनिया भर में खतरनाक कचरे की आवाजाही पर नजर रख रहा है 'वेस्ट वेब'
अध्ययन में कम पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक वाले 28 देशों का पता लगा जो कि कचरे के जमाव से सबसे अधिक खतरे में पाए गए
घर के पास कचरा डालने का बढ़ता विरोध
चूंकि गाजियाबाद नगर निगम के पास कचरा प्रबंधन की कोई योजना नहीं है ऐसे में वह शहर में जहां भी खाली जगह देखी कि ...
वैज्ञानिकों ने खोजी नई विधि, कुछ पलों में इलेक्ट्रॉनिक कचरे से प्राप्त हो जाएंगी कीमती धातुएं
पर्यावरण के दृष्टिकोण से साफ-सुथरी यह तकनीक, पारम्परिक विधि की तुलना में 500 गुना कम ऊर्जा की खपत करती है
हर दिन फेंकी जाएंगी 7.8 करोड़ बैटरियां, क्या हैं नुकसान और समाधान यहां जानिए
बैटरियों का जीवनकाल बहुत कम समय का होता है, जिन्हें बार-बार बदलने की जरूरत पड़ती है
अब रेलगाड़ियों के शौचालय से खुद ब खुद होगा कचरे का निपटान
जहां जैव शौचालयों में प्रति यूनिट एक लाख की लागत लगती है, वहीं नई तकनीक की लागत मात्र पंद्रह हजार रुपये है।
क्या होता है इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट (ई-वेस्ट)? देश-दुनिया में कितनी बड़ी है इसकी समस्या?
भारत ने 2018 में अपने कुल ई-वेस्ट का केवल 3 फीसदी ही कलेक्ट किया था जबकि 2019 में वो केवल 10 फीसदी था