उत्तरकाशी में अब “कचरे का पहाड़”
हिमालय की ऊंची चोटियों के बीच बसा करीब साढ़े तीन लाख की आबादी वाला ये जिला आज अपने कचरे के पहाड़ को ढोने के ...
दो कदम स्वच्छता की ओर
सम्पूर्ण स्वच्छता वाला पहला बड़ा राज्य बन जाने के बाद अब हिमाचल प्रदेश ने साफ़-सफाई बनाए रखने के लिए कचरा प्रबंधन की भी समुचित ...
स्वच्छता के इम्तिहान में पिछड़ा उत्तराखंड
70 फीसदी से अधिक जंगल वाले राज्य उत्तराखंड का एक भी शहर शीर्ष 250 शहरों में अपनी जगह नहीं बना पाया
स्वच्छता की राह नहीं है आसान
तेलंगाना राज्य शहरों से निकलने वाले अलग-अलग कचरे व मलबे के प्रबंधन में जुटा है, लेकिन इसके लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ ...
खुले में शौच मुक्त का सरकारी दावा: हकीकत या फसाना
2 अक्टूबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को खुले में शौच मुक्त घोषित किया था, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई रिपोर्ट ...
भावखेड़ी गांव ने स्वच्छ भारत मिशन पर खड़े किए सवाल, सामने आई यह हकीकत
2 अक्टूबर 2019 को भारत को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया जाएगा, लेकिन मध्यप्रदेश के एक गांव में खुले में शौच करते ...
स्वच्छ भारत मिशन का जश्न मनाएं, लेकिन सावधानी से...
देश में सफलतापूर्वक 10 करोड़ शौचालय बना दिए गए हैं, लेकिन अब सवाल इस सफलता को चिरस्थायी बनाने रखने का है
मोदी सरकार ने बनाई गांवों को संपूर्ण स्वच्छ बनाने के लिए 10 साल की रणनीति
सरकार का कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य लगभग हासिल हो चुका है, अब ग्रामीण क्षेत्र को संपूर्ण स्वच्छता का लक्ष्य रखा ...
स्वच्छ भारत में शौचालय बने पर व्यवहार नहीं बदला, विशेषज्ञों ने उठाए सवाल
स्वच्छ भारत मिशन के तहत सामुदायिक स्तर पर जो प्रयास होने चाहिए थे, उसे प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बना कर कराया गया
स्वच्छ भारत मिशन से साल भर में हर परिवार को हुआ करीब 53,536 रुपए का फायदा
स्वच्छ भारत मिशन से होने वाला लाभ, उसपर 10 वर्षों के दौरान किये खर्च से करीब 4.3 गुना ज्यादा है
अस्वच्छ सर्वेक्षण
स्वच्छ सर्वेक्षण में उन शहरों को नजरअंदाज किया गया जहां कूड़ा प्रबंधन के टिकाऊ व्यवहार को अपनाया जा रहा है
सीवेज और कचरा निस्तारण न करने के लिए एनजीटी ने राज्यों पर लगाया करीब 80 हजार करोड़ का जुर्माना
यदि राज्यों की ओर से जुर्माने की यह राशि जमा की गई तो कैंपा फंड से यह 48 फीसदी ज्यादा होगा। 1996 में पहली ...
सीसीटीवी कैमरे से कूड़ा-कचरा प्रबंधन, अपर्णा की पहल काम आई
कैमरे के जरिए अपर्णा ने उन लोगों की पहचान की जो चुपके से उनके घर के आस-पास कूड़ा-कचरा फेक रहे थे।
एसओई इन फिगर्स 2023 : उत्तर प्रदेश में हर दिन निकलने वाले कचरे में 62 फीसदी कूड़े की गणना नहीं
हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड के पास अनकाउंटेड वेस्ट का कोई हिसाब नहीं है तो जम्मू-कश्मीर में प्रतिदिन निकलने वाले 1436.23 टन कचरे में 36.89 ...
2010 के बाद मसूरी में नगर पालिका ने एक भी पौधे नहीं लगाए, उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दिया नोटिस
याचिका में आरोप लगाया गया है कि देहरादून में 90 फीसदी होटल बिना कंसेट टू ऑपरेट के चल रहे हैं।
बैठे ठाले: असली महाभारत
“अब गाजीपुर के कूड़े पहाड़ पर युद्ध नहीं बल्कि एमसीडी के चुनाव लड़े जाते हैं”
लुधियाना-मानेसर की जानलेवा डंपिंग साइटों में जल कर मर रहे लोग, एनजीटी की समिति ने अपनी रिपोर्ट में की पुष्टि
दिल्ली से लेकर अब अन्य महानगरों में डंपिंग साइट से होने वाले हादसों में मौत की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
बायोमास वेस्ट से पूरी हो सकती हैं ऊर्जा और निर्माण संबंधी जरूरतें
वैज्ञानिकों ने बायोमास वेस्ट और उसको जलाने से होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए पर्यावरण के दृष्टिकोण से लाभदायक मार्ग सुझाया है
उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने होम स्टे के मुद्दे पर सौंपी अपनी रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में घर के छह कमरों को होम स्टे के रूप में प्रयोग किया जा रहा है| जहां कचरे का उचित ...
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020: इंदौर कैसे बन गया भारत का सबसे साफ शहर
देश में लगातार चार बार सबसे साफ शहर का दर्जा पाने वाले इंदौर शहर में आखिर ऐसा क्या हो रहा है कि इसे स्वच्छता ...
बदल चुकी है खुले में शौच करने की आदत, आगे भी रहेगी जारी: सचिव
स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारत के खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) होने की स्थिति को आगे कैसे बरकरार रखा जाएगा, इस बारे में ...
एनजीटी : तेलंगाना पर 3800 करोड़ रुपए का जुर्माना, सीवेज और कचरा निस्तारण न करने पर लगेगा यह फार्मूला
तेलंगाना पर 2 करोड़ रुपए प्रति एमएलडी सीवेज और 300 करोड़ रुपए प्रत्येक टन ठोस कचरे के हिसाब से यह पर्यावरणीय जुर्माना तय किया ...
अनाज के कचरे से बन सकता है ईंधन
वैज्ञानिकों ने बनाई सस्ती और सुगम तकनीक जिससे ब्रेवरीज में बचे वेस्ट अनाज को ईंधन में बदल सकते हैं
प्रकृति प्रति वर्ष 417 लाख टन मानव अपशिष्ट को साफ करती है: अध्ययन
अध्ययन के अनुसार शहरों में प्रत्येक वर्ष 20 लाख क्यूबिक मीटर से अधिक मानव अपशिष्ट को बिना बुनियादी ढांचे के संसाधित किया जाता है।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020: लगातार चौथी बार एक नंबर पर रहा इंदौर
गंगा के किनारे बसे शहरों के आकलन और नवाचार तथा सर्वोत्तम प्रथाओं पर रिपोर्ट के साथ ही स्वच्छ शहर 2020 सर्वेक्षण रिपोर्ट भी जारी ...